“हम परीक्षाओं को 100 फीसद फूलप्रूफ बनाएंगे”
India Today Hindi|July 10, 2024
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की कमान संभालने के फौरन बाद धर्मेंद्र प्रधान को राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा प्रणाली में गंभीर अनियमितताओं और गड़बड़ियों को लेकर उठे तूफान से निबटना पड़ा. इस मामले में विपक्ष ने उनके इस्तीफे की मांग तक कर डाली. इंडिया टुडे के ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा और डिप्टी एडिटर अनिलेश एस. महाजन के साथ 25 जून को एक्सक्लूसिव बातचीत में प्रधान ने इस संकट से पार पाने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों और आगे की चुनौतियों के बारे में दोटूक और खरी-खरी बात की. इसी बातचीत के अंशः
राज चेंगप्पा और अनिलेश एस. महाजन
“हम परीक्षाओं को 100 फीसद फूलप्रूफ बनाएंगे”

प्रः हाल ही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी और उसके जरिए आयोजित प्रवेश परीक्षाओं और खासकर नीट या एनईईटी-यूजी (मेडिकल कॉलेजों में अंडरग्रेजुएट छात्रों के लिए राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा) आयोजित करने के तरीकों को लेकर काफी नाराजगी और विवाद पैदा हुआ. इसके पीछे क्या वजहें हैं?

एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) पिछले छह सालों से जेईई परीक्षा और केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए सीयूईटी सरीखी देश की कुछ सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाएं आयोजित करती रही है. अपने को आधुनिक बनाने के लिए किसी भी संगठन को नियमित रूप से खुद को नए सांचे में ढालना और नए तौर-तरीके अपनाने चाहिए. तो एनटीए को भी अपना नया अवतार लेने की जरूरत है क्योंकि टेक्नोलॉजी बदल रही है, चुनौतियां परवान चढ़ रही हैं और भागीदारी बढ़ रही है. जिस परीक्षा के बारे में हम बात कर रहे हैं, उसके लिए इस बार 24 लाख छात्रों ने पंजीकरण करवाया और 23.33 लाख ने परीक्षा दी. जब कॉलेजों के इतने सारे छात्र परीक्षा में बैठते हैं तो चुनौतियां भी बढ़ जाती हैं. पिछले साल एनटीए ने एक करोड़ से ज्यादा छात्रों के लिए उच्च शिक्षा और नौकरियों की प्रवेश परीक्षाएं सफलता से आयोजित की थीं. पर यह ऐसी घटना है जो नहीं होनी चाहिए थी; ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए थी.

● गंभीर आरोप लगाए गए हैं. यूजीसी-नेट (यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन-नेशनल एंट्रेंस टेस्ट) सरीखी परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं. दूसरी परीक्षाएं भी टाल दी गई हैं.

देखिए, एक परीक्षा रद्द की गई है, एक परीक्षा टाल दी गई है. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि मुझे लगा कि जब जटिलताएं पैदा हुई हैं तो उन्हें दुरुस्त करने के लिए हमें समय लेना चाहिए. यूजीसी-नेट इसलिए रद्द की गई क्योंकि आपको डार्क नेट के जरिए और टेलीग्राम पर लीक प्रश्नपत्र मिल गया था-ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. समय के साथ टेक्नोलॉजी से जुड़ी और साइबर अपराध की चुनौतियां पैदा हुई हैं. कहीं न कहीं गड़बड़ी हुई थी. हमें वह यूजीसी नेट की परीक्षा इसलिए रद्द करनी पड़ी क्योंकि प्रश्नपत्र एक दिन पहले यह डार्क नेट पर आया और फिर टेलीग्राम के माध्यम से प्रसारित हो गया था. सीएसआईआर-नेट (काउंसिल फॉर साइंटिफिक ऐंड इंडस्ट्रियल रिलेशंस-नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट) परीक्षा टाली गई है और यह जल्द ही आयोजित की जाएगी.

This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM INDIA TODAY HINDIView all
शादी का म्यूजिकल
India Today Hindi

शादी का म्यूजिकल

फ़ाज़ा जलाली पृथ्वी थिएटर फेस्टिवल में इस बार भारतीय शादियों पर मजेदार म्यूजिकल कॉमेडी रनअवे ब्राइड्स लेकर हाजिर हुईं

time-read
2 mins  |
November 27, 2024
शातिर शटल स्टार
India Today Hindi

शातिर शटल स्टार

हाल में एक नए फॉर्मेट में इंडोनेशिया में शुरू नई अंतरराष्ट्रीय लीग बैडमिंटन -एक्सएल के पहले संस्करण में शामिल अश्विनी पोनप्पा उसमें खेलने वाली इकलौती भारतीय थीं

time-read
1 min  |
November 27, 2024
पुराने नगीनों का नया नजराना
India Today Hindi

पुराने नगीनों का नया नजराना

पुराने दिनों की गुदगुदाने वाली वे सिनेमाई यादें आज के परदे पर कैसी लगेंगी भला ! इसी जिज्ञासा का नतीजा है कि कई पुरानी फिल्में फिर से सिनेमाघरों में रिलीज हो रहीं और दर्शकों को खींचकर ला रहीं

time-read
7 mins  |
November 27, 2024
जख्म, जज्बात और आजादी
India Today Hindi

जख्म, जज्बात और आजादी

निखिल आडवाणी के निर्देशन में बनी फ्रीडम ऐट मिडनाइट पर आधारित सीरीज में आजादी की उथल-पुथल से एक मुल्क बनने तक की कहानी

time-read
2 mins  |
November 27, 2024
किस गफलत का शिकार हुए बाघ?
India Today Hindi

किस गफलत का शिकार हुए बाघ?

15 बाघों की गुमशुदगी के पीछे स्थानीय वन अधिकारियों की ढीली निगरानी व्यवस्था, राजनैतिक दबाव और आंकड़ों की अविश्वसनीयता है

time-read
6 mins  |
November 27, 2024
कंप्यूटिंग में नई क्रांति की कवायद
India Today Hindi

कंप्यूटिंग में नई क्रांति की कवायद

आइआइएससी के शोधकर्ताओं ने मस्तिष्क प्रेरित कंप्यूटिंग की दिशा में लंबी छलांग लगाते हुए एक ऐसा उपकरण तैयार किया है जो न्यूरल सिनेप्सेज की तरह सूचनाओं को प्रोसेस करता है. इसमें रफ्तार, क्षमता और डेटा सुरक्षा की भरपूर संभावना

time-read
6 mins  |
November 27, 2024
चीन की चुनौती
India Today Hindi

चीन की चुनौती

जैसे-जैसे भारत और चीन के बीच तनाव कम हो रहा और व्यापार बढ़ रहा है, भारत के सामने सस्ते चीनी आयात को किनारे लगाने तथा घरेलू उद्योग की जरूरतों को प्रोत्साहित करने की कठिन चुनौती

time-read
7 mins  |
November 27, 2024
कौन सवारी करेगा मराठा लहर पर
India Today Hindi

कौन सवारी करेगा मराठा लहर पर

मराठा समुदाय के लोगों में आक्रोश है और मनोज जरांगे - पाटील के असर में मराठवाड़ा 'से आखिरकार यह भी तय हो सकता है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की बाजी किसके हाथ लगेगी

time-read
7 mins  |
November 27, 2024
फिर बना सियासत का मर्कज
India Today Hindi

फिर बना सियासत का मर्कज

सुप्रीम कोर्ट ने पलटा 1968 में अजीज बाशा मामले में दिया गया फैसला. भाजपा नेताओं के निशाने पर आया एएमयू, आरक्षण, तालीम पर उठा रहे सवाल

time-read
6 mins  |
November 27, 2024
जानलेवा तनाव
India Today Hindi

जानलेवा तनाव

भारतीय कंपनियों में गैर - सेहतमंद कार्य - संस्कृति से कर्मचारियों की जान पर बन आई है. इससे वे तरह-तरह की मानसिक और शारीरिक बीमारियों की चपेट में आ रहे और कई मौकों पर तो यह कल्चर उनके लिए मौत का सबब बन रही

time-read
5 mins  |
November 27, 2024