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गुजरात मॉडल हुआ पुराना अब योगी मॉडल का जमाना
देश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए कहा जा सकता है कि सभी जगह योगी मॉडल का जिक्र अपराधी या अपराध के खिलाफ सरकार की सख्ती के तौर पर हो रहा है। जब सवाल ये उठता है कि योगी मॉडल है क्या ? इस पर मिलिजुली प्रतिक्रिया सामने आती है। जब भी कोई योगी मॉडल की बात करता है तो उनका इशारा बुलडोजर की ओर होता है। क्या योगी प्रशासन की सख्ती सभी समुदाय के लोगों पर एक जैसी होती है? इस सवाल पर योगी आदित्यनाथ की सफलता यही है कि उन्होंने उपद्रवी मुसलमानों की नकेल कस दी है। साथ ही कानून व्यवस्था भी कड़ी कर दी है।
यूपी को 1 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने की राह पर योगी सरकार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आर्थिक सुधारों की गति तेज करते हुए 1 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय किये हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने इसके लिए राज्य की अर्थव्यवस्था को एक हजार अरब डॉलर करने के लिए डेलॉयट इंडिया को सलाहकार के रूप में नियुक्त किया है। डेलॉयट ने सलाहकार नियुक्त होने के लिए 120 करोड़ रुपये की बोली लगाई।
सबके मन को भा गई पीएम मोदी की 'हर घर तिरंगा' अपील
भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरा होने पर भारत सरकार के कार्यक्रम 'आजादी का अमृत महोत्सव' की श्रृंखला में देशभर में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों की कड़ी में आईटीबीपी द्वारा 15 अगस्त को 'अमृतारोहण' अभियान का आयोजन किया गया था। आजादी के 75 वर्ष के आलोक में आईटीबीपी ने 75 सीमा चौकियों के नजदीक 75 चोटियों को चिह्नित किया।
आईएसआईएस की विचारधारा पर प्रहार करता एनआईए
बांग्लादेश से जाली भारतीय नोटों की तस्करी के आरोपी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने का मामला हो, या खालिस्तान समर्थक गतिविधियों के लिए अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा में रहने वाले 16 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर करने का मामला हो, साइप्रस से प्रत्यर्पित फरार खालिस्तानी आतंकी को गिरफ्तार करने का मामला हो, पाकिस्तान से तस्करी कर लाए ड्रग्स बेचकर खालिस्तान लिबरेशन फोर्स की अवैध गतिविधियां चलाने में संलग्न लोगों पर कार्यवाही का मामला हो या फिर आईएसआईएस, एनआईए ने एक सक्रिय संघीय जांच एजेंसी के रूप में बहुआयामी भूमिका निभाई है।
बेहतर केन्द्र-राज्य संबंधों के पक्षधर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का राजनीतिक अनुभव काफी बड़ा और बहुआयामी है जिससे देश, समाज को लाभ मिलने की उम्मीद है। उन्हें कानून का अच्छा ज्ञान है, वो खेल प्रेमी भी रहे हैं और राजनीति की बात करें तो वे पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री को सही दिशा में काम कराने के लिए एक चट्टान बनकर डटे रहे।
जनजाति समाज को तोड़ने का वैश्विक षड्यंत्र
विश्व मजदूर संगठन (आएलओ) एक संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्थापित संस्था है। मजदूरों के अधिकारों की रक्षा करना इस संस्था का प्रमुख हेतु है। इसकी स्थापना 1919 में प्रथम विश्व युद्ध के विजयी देशों ने की थी। वर्ष 1989 में आएलओ द्वारा राइट्स ऑफ इंडिजिनस पीपल कन्वेन्शन क्रमांक 169 घोषित किया गया, जिसे विश्व के 189 में से केवल 22 देशों ने स्वीकार किया, जिसका मुख्य कारण इंडिजिनस पीपल शब्द की परिभाषा को स्पष्ट न करना था।
द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने से आदिवासियों के मुद्दे केन्द्र में तो आए
ओड़िसा के मयूरभंज जिले की संथाल (आदिवासी) महिला द्रौपदी मुर्मू भारतीय गणतंत्र की पंद्रहवी राष्ट्रपति बन गई हैं।
पर्यावरण व जल संरक्षण पर गंभीर धामी सरकार
उत्तराखंड एक ऐसा राज्य है जहां वर्ष के लगभग 100 दिन बारिश होती है और इस दौरान औसतन 1,945 मिमी पानी बरसता है, जबकि राज्य में प्रतिवर्ष आम लोगों, पशुओं, कृषि कार्यों और उद्योगों में कुल वर्षा जल का मात्र 3 प्रतिशत ही इस्तेमाल होता है। हर वर्ष वर्षा जल के रूप में राज्य को मिलने वाली जल राशि पहाड़ी ढलानों से बेकार बह जाती है, जबकि राज्य में कृषि योग्य लगभग 1.55 मिलियन हेक्टेयर भूमि में से मात्र 0.56 मिलियन हेक्टेयर भूमि की ही सिंचाई हो पाती है।
देवभूमि: माफिया पर कसता धामी सरकार का शिकंजा
किसी भी तरह का गैरकानूनी कार्य करने वाले अपराधियों के गुप्त संगठनों के खिलाफ उत्तराखण्ड की धामी सरकार आक्रामक नजर आ रही है।
हर मोर्चे पर फतह हासिल करते धामी
उत्तराखंड की जनता को एक ऐसा जनसेवक मिल गया है जो हर पल, हर क्षण जनता के हितों को सर्वोपरि रखता है और उनकी भावनाओं को संरक्षित करने के लिए संकल्पबद्ध भी है और धामी यह करके भी दिखा रहे हैं। समस्या जैसी भी हो, वह उस पर गंभीरता से विचार करके सरकारी मशीनरी के पेंच कसने में जरा भी कसर नहीं छोड़ते। उनका येन-केन प्रकारेण उद्देश्य यही रहता है कि आम जनमानस को समय पर सहूलियत मिल सके।
सीरीज डॉ लेकिन टीम इंडिया ने दिखाया दम
ओपनिंग में ईशान का जलवा, कार्तिक ने मध्य क्रम को दी मजबूती, हर्षल ने रफ्तार से बॉलिंग में डाली जान
साउथ से लेकर बॉलीवुड तक काजल अग्रवाल का जलवा
साउथ फिल्मों से लेकर हिंदी फिल्मों तक अपने अभिनय का दमखम दिखाने वाली अभिनेत्री काजल अग्रवाल का जन्म 19 जून, 1985 को मुंबई में हुआ था।
सीमांचल को साधने की कोशिश
बिहार की राजनीति जातिगत खांचों में तो बंटी ही है, मुस्लिम तुष्टिकरण भी शामिल है। सीमांचल के चार जिले पूर्णिया, कटिहार, अररिया और किशनगंज हैं। यहां विधानसभा की 24 सीटें हैं। यहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। किशनगंज क्षेत्र में राज्य में सबसे ज्यादा 67 प्रतिशत मुस्लिम वोटर हैं। कटिहार में 38, अररिया में 32 व पूर्णिया में 30 प्रतिशत मुस्लिम वोटर हैं। यही कारण है कि ओवैसी ने बीते विधानसभा चुनाव में यहां फोकस किया था। उनके पांच विधायक जीते थे। ओवैसी के चार विधायकों को तोड़कर तेजस्वी ने संतुलन साधरने की कोशिश की।
जम्मू कश्मीर में जी 20 समिट मोदी का मास्टर स्ट्रोक
अभी जम्मू कश्मीर के मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण आत्मनिर्धारण के अधिकार, आतंकवाद, आजाद कश्मीर जैसे मुद्दों को लेकर पाकिस्तान ने किया है और उसको समर्थन चीन द्वारा भी मिला है। इस्लामिक सहयोग संगठन के सदस्य देशों ने भी जम्मू कश्मीर की स्वायत्तता पर टिप्पणियां की हैं और भारत को यह नसीहत दी है कि वह जम्मू कश्मीर के साथ छेड़छाड़ न करें लेकिन भारत ने भी यह ठान लिया है कि वह जम्मू कश्मीर को आर्थिक विकास का हब बनाकर ही छोड़ेगा। यही कारण है कि भारत ने इससे पहले खाड़ी सहयोग संगठन के खाड़ी देशों को भी जम्मू कश्मीर में निवेश, व्यापार, वाणिज्य को बढ़ाने का निमंत्रण दिया
परिवारवाद की राजनीति नफा कम नुकसान ज्यादा
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के पुत्र मोह ने सेना को 'चौराहे पर खड़ा कर दिया है। उद्धव को अपना सियासी अस्तित्व बचाना मुश्किल हो गया है। उद्धव के पुत्र मोह के चलते उनके सबसे वफादार नेता एकनाथ शिंदे और करीब 38 अन्य विधायकों ने पार्टी से नाता तोड़कर न केवल अपना अलग गुट बना लिया, बल्कि उद्धव ठाकरे से सत्ता छीन कर एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री भी बन गए हैं।
बगावत की असली वजह
शिवसेना में बगावत नई नहीं है लेकिन इतने बड़े पैमाने पर बगावत क्यों ? यह सवाल सभी के मन में खटक रहा है। इसमें मुख्य वजह केंद्र सरकार की एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय को बताया जा रहा है, जिसके डर से भ्रष्ट नेताओं ने शिवसेना से बगावत कर भाजपा के साथ जाने की जिद पर अडी है लेकिन इसके अलावा भी कई कारण हैं-
धामी ने की सिस्टम में सुधार की प्रभावी पहल
मुख्यमंत्री धामी का मानना है कि सरलीकरण, समाधान, निस्तारण और संतुष्टि सरकार का मूल मंत्र है। सिस्टम इस प्रकार का होना चाहिए, जिससे जनता सरलतम तरीके से अपनी शिकायतों का समाधान करा सके। धामी सरकार ने भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में कार्रवाई करते हुए आठ अधिकारियों को जेल की हवा खिला चुकी है। एक आईएएस, दो आईएफएस और एक आरटीओ को सस्पेंड किया जा चुका है।
क्या भतीजे से अदावत ने खत्म कर दिया है
अब किसी मोर्चे व गठजोड़ की उम्मीद छोड़ते हुए शिवपाल यादव ने खुलेआम कहना शुरू कर दिया है कि सपा ने उनके साथ विश्वासघात किया। दिलचस्प यह कि हर तरफ से ठोकर खाने के बाद सपा विधायक शिवपाल यादव अब 2024 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने व अपनी पार्टी को मजबूती देने की बात करने लगे हैं, लेकिन उनके लिए आगे की सियासी डगर आसान नहीं दिखाई दे रही है।
भाजपा में जश्न विपक्ष में तकरार
भाजपा के लिए यह जश्न का बड़ा मौका है। फरवरी-मार्च में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा की बड़ी जीत और मुख्यमंत्री की सरकार के कामकाज पर अब मुहर लग गई है। सबसे बड़ी बात यह है कि उसकी बाहों में अब और भी ताकत आ जाएगी। मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि यह चुनाव पार्टी के लिए एक अच्छा संदेश लेकर आए हैं। उनका दावा है कि अब लोकसभा की सभी 80 सीटों पर भाजपा की जीत तय है। मुख्यमंत्री की बात में थोड़ी अतिशयोक्ति हो सकती है लेकिन उपचुनावों में इतनी बड़ी जीत के बाद उनका दावा बहुत दूर की कौड़ी नहीं है।
पवार पस्त, ठाकरे ध्वस्त और फडणवीस मस्त
महाराष्ट्र राज्य में सत्ता पलट हो गया है, लेकिन पिछले दो सप्ताह के बीच इस प्रकार सत्ता पलट का खेल हुआ है कि वह एक इतिहास बन गया है। इस राजनीतिक खेल में ऐसी चाल चली गई कि कई लोग एक ही तीर से घायल हो गए। चाहे वह एनसीपी के शरद पवार हों या शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे अथवा कांग्रेस की केन्द्रीय इकाई। इसके अलावा भाजपा के ही देवेंद्र फडणवीस भी ठिकाने लग गए हैं। किसने चाल चली थी सबको पता है और किसी को पता भी नहीं है।
नेपाल से रिश्ते साधने की नई कवायद
भारत-नेपाल के बीच जो सबसे महत्वपूर्ण विवाद बरकरार रहा है उसका समाधान करने की बात भी नेपाली प्रधानमंत्री देउबा के भारत भ्रमण के दौरान की गई थी, वह है भूमि सीमा विवाद। कालापानी, लिपुलेख लिम्पिआधुरा जो भारतीय स्थल हैं, उस पर नेपाल में हाल के समय में दावा किया है। भारत इन दावों को सिरे से खारिज करता है और चाहता है कि शांतिपूर्ण ढंग से बातचीत करके नेपाल इस मामले का समाधान कर ले और भारत की प्रादेशिक अखंडता और संप्रभुता के सम्मान को चुनौती न दे।
चम्पावत में नये 'पुष्कर' का उदय
धामी ने चम्पावत उपचुनाव में रिकार्ड जीत हासिल करके मुख्यमंत्री की कुर्सी सुरक्षित करने के साथ ही अपना आत्मविश्वास भी बढ़ाया है। उत्तराखण्ड विधानसभा के सियासी इतिहास में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पांचवें ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जो विधानसभा उपचुनाव के लिए मैदान में उतरे थे। उनसे पहले एनडी तिवारी, भुवन चंद खण्डूड़ी, विजय बहुगुणा और हरीश रावत को बतौर मुख्यमंत्री उपचुनाव लड़ना पड़ा था। धामी ने उपचुनाव में रिकार्ड वोटों से जीत हासिल कर इन चारों पूर्व मुख्यमंत्रियों को पीछे छोड़ दिया है।
दहेज की मोटरसाइकिल
रूपा के पिता जब लड़के वाले के यहां मिठाई लेकर रूपा के रिश्ते के लिए पहुंचे तो अपनी सुंदर सुशील शिक्षित बेटी के गुणों का बखान करने लगे। राहुल जो पास में बैठा था, बोला सब तो ठीक है पर हमें बुलेट मोटरसाइकिल चाहिये दहेज में ... ।
भारत के नेतृत्व पर बढ़ता भरोसा
अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों को आज भरोसा हो चुका है कि भारत सागरीय सुरक्षा के लिए एक मजबूत ताकत के रूप में उभर रहा है। घातक युद्धपोतों, विध्वंसकों, फ्रिगेटों की तैनाती में इंडियन नेवी लगी हुई है, उदयगिरि और सूरत जैसे नए युद्धपोत इसी प्रक्रिया का हिस्सा हैं। क्वाड को इस बात का भरोसा है कि भारत जिस स्तर पर मॉरिशस, सेशेल्स सहित फिपिक देशों को अपने साथ विवास के सूत्र में जोड़ रहा है, उसके चलते यह देश चीन का प्लेइंग कॉर्ड नहीं बनेंगे और अपनी सागरीय संप्रभुता को चीन के सामने गिरवी नहीं रखेंगे।
क्या शृंगार गौरी पर मिलेगा पूजा का अधिकार या बढ़ेगा विवाद
काशी विश्वनाथ मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। हजारों वर्ष पुराने काशी विश्वनाथ मंदिर का हिंदू धर्म में एक विशिष्ट स्थान है। ऐसा माना जाता है कि एक बार इस मंदिर के दर्शन करने और पवित्र गंगा में स्नान कर लेने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस मंदिर में दर्शन करने के लिए आदि शंकराचार्य, सन्त एकनाथ, रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, महर्षि दयानंद, गोस्वामी तुलसीदास सभी का आगमन हुआ था। कहा जाता है कि यह मंदिर भगवान शिव और माता पार्वती का आदि स्थान है।
बाढ़ एवं भूस्खलन बन रहा विकास में बाधक
असम में बाढ़, भूकटाव और भूस्खलन के कारण सूबे के 22 जिलों के लगभग साढ़े 7 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और मृतकों की संख्या अब तक 26 तक पहुंच गई है। एक आंकड़े के मुताबिक राज्य के 34 जिलों में से इन 22 जिलों के 2,095 गांवों में 7.19 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। इन 7, 19,425 में 1,41,050 बच्चे भी शामिल हैं। खुशी की बात तो यह है कि बाढ़ और भूस्खलन की तबाही से उबारने के लिए सीएम राहत कोष में बड़े-बड़े औद्योगिक घराने, व्यवसायी सहित विभिन्न स्तर के लोग स्वतः धन दान कर रहे हैं।
पहाड़, पर्यावरण और पर्यटन
उत्तराखंड में 6 राष्ट्रीय उद्यान गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान, राजाजी राष्ट्रीय उद्यान, नंदादेवी राष्ट्रीय उद्यान, जिम कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान, गोविन्द राष्ट्रीय उद्यान, फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान और 7 वन्य जीव विहार केदारनाथ वन्य जीव विहार, अस्कोट वन्य जीव विहार, गोविन्द वन्य जीव विहार, सोननदी वन्य जीव विहार, नंधौर वन्य जीव विहार, बिनसर वन्य जीव विहार व मसूरी वन्य जीव विहार स्थित हैं। यह राष्ट्रीय उद्यान और वन्य जीव विहार पर्यावरण पर्यटन के मुख्य आधार बन सकते हैं।
ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी से खिले मोदी-योगी के चेहरे
उत्तर प्रदेश में अगर उद्योगपति विश्वास दिखा रहे हैं तो उसके लिए योगी सरकार की जितनी तारीफ की जाए कम है। भले ही विपक्ष कुछ भी हो हल्ला मचाता रहे, हकीकत यही है कि उत्तर प्रदेश में हालात काफी बदल गए हैं। कानून-व्यवस्था में सुधार आया है, दंगाइयों, उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई की जाती है। संगठित अपराध एक तरह से पूरी तरह थम गए हैं, माफिया या तो जेल के अंदर या प्रदेश छोड़कर भाग गए हैं। योगी का निवेशकों को यह विश्वास दिलाना बहुत मायने रखता है। उद्योगपतियों को भी इस बात का पक्का विश्वास हो गया है कि योगी सरकार में उनके हितों को पूरा संरक्षण मिलेगा।
ग्रीन हाइड्रोजन में वैश्विक मुखिया बनेगा भारत
मोदी सरकार ने इसी साल अपनी नेशनल हाइड्रोजन पॉलिसी का ऐलान किया है। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि हरित हाइड्रोजन पर भारत अपनी तैयारियां मजबूत कर रहा है। भारत ऊर्जा सुरक्षा के लिए आज सुनियोजित तैयारियां करने में लगा है। जीवाश्म ईंधन के शुद्धतम विकल्पों की तलाश में भारत ने अनुसंधान और विकास कार्य को बढ़ावा दिया है। सौर, पवन, ज्वारीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के साथ-साथ अब भारत ने भविष्य का ईंधन कहे जाने वाले हाइड्रोजन को अपनी ऊर्जा सुरक्षा का अस्त्र बनाने की रणनीति भी बनाई है।
73 साल बाद बैडमिंटन में भारत ने रचा इतिहास
पहली बार जीता थॉमस कप, 14 बार के चैंपियन इंडोनेशिया को 3-0 से दी मात