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श्वास के आश्चर्यजनक फायदे
हमारी श्वास के बारे में पांच मनोरंजक तथ्य
कोविड-१९ के काल में विटामिन और दवाओं का जरूरत से ज्यादा उपयोग न करें
इंस तापड़िया, स्वाह्य उद्यमी एवं प्रोफेसर न्यू यॉर्क युनिवर्सिटी
योग के अंग
गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर द्वारा पतंजलि योगसूत्र पर दिए गए प्रवचनों से उद्धृत
कुछ परे देखना!
गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी की वार्ताओं से संकलित
रात्रिचर्या रात्रि के कार्य और नींद का महत्व
आयुर्वेद दिनचर्या, रात्रिचर्या और ऋतु आधारित परामर्श और मार्गदर्शन देता है, ताकि एक स्वस्थ जीवन यापन किया जा सके। इन में से वर्तमान में रात्रिचर्या सबसे उपेक्षित अभ्यास है।
लोगों के प्रकार
नास्ट भक्ति सुत्र पर श्री श्री रविशंकर जी के प्रवचन से उदृत
समय के प्रभाव से बचना
समय हर चीज पर अपना प्रभाव डालता है। यदि आप इस मेज को कुछ दिनों के लिये, मान ल, दस दिनों के लिये अलग छोड़ देते हैं, तो यह अभी जैसा नहीं रहेगा। इस पर धूल जम जायेगी। उसी तरह, यदि आप लकड़ी का कोयला और उससे जलने वाली आग को छोड़ देते हैं, तो चमकदार आग गायब हो जाती है और आप केवल कोयले पर जम रही राख को ही देख पाते हैं।
हमारे भीतर कुछ तत्व है जो कभी नष्ट नहीं होता
गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी की वार्ताओं से उद्धृत
गर्मियों के व्यंजन
ताजा जूस, मिल्क शेक और बटर मिल्क आपको तुरंत ऊर्जा देते हैं। इस अंक में हम इसी प्रकार के तीन जूस बनाने की विधि ले कर आयें हैं।
कार्य के तनाव से परेशान है? योग द्वारा सहायता ले
सच तो यह है कि दिन भर कार्य के बाद भी आप किसी तरह का विश्राम नहीं कर पाते। हमें यह भी पता है कि यदि हम शान्त और स्थिर मन से रहते हैं तो चुनौतियों का सामना और उनके सवालों को असरदार तरिके से जल्दी सुलझा सकते है।
एक देवत्व अनेक रूपों में माना जाता है
चेतना का वह पहलू जहाँ से विचार आते हैं, सपने आते हैं और वे चिपक जाते हैं, पूर्ण हो जाते हैं, 'मैं वही हूँ'!
पुष्कर का ब्रह्मा मंदिर
पुष्कर का ब्रह्मा मंदिर विश्व के रचियता ब्रह्मा के कुछ गिने चुने मंदिरों में से एक है और यह उन सब में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
मानव चेतना
बीज प्रसुप्तावस्था में वर्षों रहकर, अपने भीतर सम्भावनाओं को छिपाये रह सकता है अथवा अंकुरित भी हो सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य और कोविड- १९
जब हम विश्व भर में व्याप्त मानसिक रोगों के आंकड़ों को देखते हैं तो, हम मानसिक स्वास्थ्य का महत्व सरलता से समझ सकते हैं। जिस प्रकार विश्व भर में इनकी संख्या में वृद्धि हो रही है, वह एक चेतावनी की स्थिति की ओर इंगित करता है। इस महामारी के समय में अच्छी मानसिक स्थिति के लिये संक्षिप्त विवरण यहां पर दिया जा रहा है।
विश्व पर्यावरण दिवस
यदि मन नकारात्मकता से प्रदूषित है, तो पर्यावरण कैसे स्वच्छ हो सकता है? प्रदूषण मुक्त वातावरण के लिये मन की प्रसन्न चित्त अवस्था महत्वपूर्ण है।
स्वस्थ संबंधों का निर्माण
गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी की वार्ताओं से संकलित
गुणों को समझना
जो अपने भीतर जाग्रत होती, इन वृत्तियों का अवलोकन करो परन्तु उन्हें अपना सच्चा स्वरूप समझने की भूल न करना। तुम्हारा बदलता हुआ व्यवहार इन वृत्त्यिों की प्रकृति के कारण है।
जीवन निश्चितता और अनिश्चितता का संयोजन है
यह रोग से जुड़ा भय है जो व्यक्ति के पूरे सिस्टम को अशांत और कमजोर बना देता है ।एक साफ, भयमुक्त मन, शरीर पर चिकित्सीय प्रभाव डाल सकता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले
नीचे कुछ ऐसे माध्यम दिये जा रहे हैं, जिन से आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्राकृतिक रूप से शक्तिशाली बनायें रख सकते है। जुकाम निरंतर अपने आपको आपकी रक्षा प्रणाली से अधिक विकसित करता रहता है। आपको सबसे पहले स्वस्थ जीवन शैली अपनानी होगी। नीचे कुछ टिप्स आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करेंगे।
कांचीपुरम में पांडवथूर पेरुमल मंदिर
तमिलनाडु के कांचीपुरम में सबसे पुराने मंदिरों में से एक, भगवान विश्व कृष्ण को उनके विश्वरूप रूप को समर्पित है। आइये जानते हैं ...
दुनिया आपका अपना प्रक्षेपण है!
नारद भक्ति सूत्र पर श्री श्री रवि शंकर जी के प्रवचन से उद्धृत
वास्तव में मुक्त होने से क्या भाव है ?
चाहे आप इसे स्वीकार करें या नहीं, देखना चाहें या नहीं, जीवन ‘छोड़ते जाने की क्रिया है ।यह तभी से शुरू हो गया था, जब आप ने जन्म लिया था। आप ने मां के गर्भ को छोड़ा था और इस दुनिया में आये थे।
स्थानीय चीजों का खाने में उपयोग क्यों करें ?
पिछले कुछ वर्ष में सारी दुनिया में लोग स्थानीय चीजों को ही खरीदना और उसी को अपने खाने में उपयोग करने के प्रति प्रतिबन्ध हो गए है। यह बहुत बड़ी बात है, दुनिया में पिछले ५०० वर्षों से खाने की चीजों का व्यापार ऐसा हो गया है कि पूरे वर्ष आपको सब चीजें उपलब्ध हो रही है।
सूक्ष्मग्रही होना !
बीज वृक्ष बनता है और वृक्ष फिर एक बीज बनता है। इस प्रकार बीज को पुन: बीज बनने में ही संपूर्णता की अनुभूति होती है।
वेदारण्यम में वेदारण्येश्वर मंदिर
तमिलनाडु के वेदारण्यम में भगवान शिव का सबसे पवित्र मंदिर है। आइये जानते हैं....
धर्म का उत्थान
गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी की द्वारा उद्धृत वार्ता के कुछ अंश
जीवन नामक यात्रा
गुरुदेव द्वारा पतंजलि योगसूत्र पर दिए गए प्रवचनों से उद्धत
चलते फिरते योग
धूम्रपान के जैसा जो नया व्यसन है, वह है बैठे रहना। हम सब ने अब तक जान लिया होगा कि एक जगह बैठे रहना स्वास्थ के लिए हानिकारक होता है। यदि इसी बात पर आप गौर करें तो यह बहुत महत्वपूर्ण बात है।
ध्यान तनाव दूर क्र सकता है और आपके भीतर के सौंदर्य को बाहर ला सकता है
ध्यान तनाव दूर क्र सकता है और आपके भीतर के सौंदर्य को बाहर ला सकता है
प्रेम को चमक शुरू से अन्त तक
नारद भक्ति सूत्र पर श्री श्री रवि शंकर जी के प्रवचन से उद्धृत