आजकल मार्केट में कई तरह की डाइट हैं जिन्हें लोग फॉलो करते हैं। कुछ डाइट तो बहुत कॉमन हैं और कुछ बड़ी ही टिपिकल। कुछ डाइट ऐसी भी होती हैं जिन्हें करने के लिए बहुत सावधानी की जरूरत होती है लेकिन अक्सर लोग इस बात पर ध्यान नहीं देते और परेशानियों का सामना करते हैं।
कीटोजेनिक डाइट
इसे सिर्फ 'कीटो डाइट' के नाम से भी जाना जाता है। यह शरीर के फैट को जल्दी बर्न करने में बहुत प्रभावी है। इसमें कम कैलोरी, मीडियम प्रोटीन और हाई फैट डाइट ली जाती है, ताकि शरीर को कीटोसिस की स्थिति में लाया जा सके।
फायदे
• यह डाइट लेने से शरीर फैट को ऊर्जा के रूप में इस्तेमाल करने लगता है, इस तरह से यह वजन कम करने में मदद करता है।
• कम कैलोरी वाली डाइट लेने से शरीर में ब्लड शुगर का स्तर कम हो जाता है। इस कारण यह डाइबिटीज़ से बचाने में मदद करती है।
जिम डाइट
この記事は Sadhana Path の December 2024 版に掲載されています。
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पहली सर्दी में नवजात शिशु का रखें खास ध्यान
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वास्तु उपायों से बनाएं नववर्ष को मंगलमय
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ज्योतिर्लिंग, रावणेश्वर महादेव
शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है पूर्वी भारत में देवधर के 'रावणेश्वर महादेव'। उनके देवधर में आवास की कथा बेहद रोचक और अद्भुत है। लंकापति रावण की मां शिवभक्त थी।
ओशो और विवेकः एक प्रेम कथा
सू एपलटन अपने पूर्व जन्म से ही ओशो की प्रेमिका रही है। अप्रैल 1971 में ओशो द्वारा संन्यास दीक्षा ग्रहण की। ओशो उसे नया नाम मा योग विवेक दिया। मा विवेक दिसंबर 09, 1989 को अपने भौतिक जीवन से पृथक हो गई।
मुझे कभी मृत मृत समझना मैं सदा वर्तमान हूं
ओशो ने मृत्यु को उसी सहजता और हर्ष से वरण किया था जिस प्रकार से एक आम व्यक्ति जीवन को करता है। उन्होंने जगत को यही संदेश दिया कि मृत्यु के प्रति सदा जागरूक रहो, उसे वरण करो। आज ओशो भले ही अपना शरीर छोड़ चुके हों लेकिन अपने विचारों के माध्यम से वो आज विश्व में कहीं ज्यादा विस्तृत, विशाल रूप से मौजूद हैं।
सर्दी बीतेगी मजेदार, जब अपनाएंगी ये 7 घरेलू नुस्खे
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डायबिटीज के कारण यूटीआई का खतरा
यूं तो यूटीआई महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है, पर मधुमेह के कारण यूटीआई के संक्रमण का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है।
माहवारी में रखें स्वास्थ्य का ध्यान
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