CATEGORIES
लंबा रास्ता
आशाजनक आंकड़ों के बावजूद भारत को वैश्विक शिपिंग के क्षेत्र में बड़ी शक्ति बनाने का लक्ष्य अभी बाकी
उड़ानों का कप्तान
मुश्किल परिस्थितियों से जूझ रहे विमानन क्षेत्र के लिए मंत्रालय को नियामक के बजाय मददगार की भूमिका अदा करनी पड़ी
बस काम की रफ्तार
दो साल पहले रेल मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद से वैष्णव सुधारों को गति देने के लिए बाधाओं को दूर करने में जुटे
राजमार्ग पर सरपट रफ्तार
अथक उत्साह और लक्ष्य पर पक्की नजर ही इस मंत्रालय में नितिन गडकरी की खासियत है, जिसके बल पर उन्होंने इसे कामकाज में बुलंदी पर पहुंचाया
नई तालीम की दिशा
कोविड महामारी के दौरान ऑनलाइन पढ़ाई की चुनौती से रू-ब-रू होने के बाद शिक्षा मंत्रालय का 2020 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अमल पर भारी जोर
हमारा अपना वैश्विक नजरिया
साझा वैश्विक भलाई के सिद्धांत के साथ राष्ट्रीय हितों का सधा हुआ संतुलन पिछले चार सालों में भारतीय विदेश नीति की पहचान रहा है
तैयारी भविष्य की
चीनी फौजों को दूर रखना, सशस्त्र बलों को आधुनिक और चुस्त-दुरुस्त बनाना, रक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और आत्मनिर्भरता हासिल करना. इस मोर्चे पर कितना कुछ है करते जाने को
विश्व फलक पर भारत
निर्यात अपनी रिकॉर्ड बुलंदी पर हैं. नए व्यापार करारों से इन्हें और उछाल मिल सकता है. लेकिन वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी की फिजा बड़ी चिंता का सबब
भरोसेमंद हाथों में कमान
वित्त मंत्री ने कोविड महामारी और यूक्रेन युद्ध के दौरान चौकस और चौकन्ना रहकर अर्थव्यवस्था को संभाले रखा पर सुस्त विनिवेश और महंगाई जैसी मुश्किलें बरकरार
सुरक्षा का चौकस घेरा
अमित शाह का गृह मंत्रालय मुश्किल हालात में भी शांति बनाए रखने में कामयाब रहा है, चाहे वह कश्मीर हो, पंजाब हो या फिर पूर्वोत्तर का इलाका. हालांकि मणिपुर की मौजूदा हिंसा इस बात की याद दिलाती है कि शांति कायम रख पाना दरअसल कितना नाजुक मसला है
जीवट और जज्बा
लगातार एक के बाद एक संकटों के दौर से गुजरते हुए नरेंद्र मोदी ने धारा के विपरीत जाकर साहसिक सुधारों को अंजाम दिया. लेकिन चुनौतियां हैं कि कटने का नाम नहीं लेतीं
यानी अब मिलेगा उनको न्याय !
मुरादाबाद दंगों पर जस्टिस सक्सेना आयोग की रिपोर्ट को 40 साल बाद योगी सरकार विधानसभा में रखेगी. इस पर गर्म राजनीति के बीच पीड़ित अब भी न्याय की प्रतीक्षा में
शांति की धुंधलाती उम्मीद
मई, 29. रात के 9 बजकर 5 मिनट पर जब देश के गृहमंत्री अमित शाह का हवाई जहाज मणिपुर में उतरा तो इंफाल में बैठे एक पत्रकार के फोन की घंटी बजी. उठाने पर दूसरी ओर से छितराई हुई हिंदी में आवाज आई, \"अमित शाह कुछ बोला क्या? इंटरनेट कब चालू होगा?\"
जंगल से आज तक मंगल
अभिनेता राजपाल यादव नई सीरीज-फिल्मों, राजनीति, नाम बदलने और नए नाटक की तैयारी पर
सारे जहां में धूम
यह शायद ज्यादा हैरानी की बात नहीं कि जिस साल भारत धरती पर दुनिया का अब तक का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बना, हमारे देश के इतने सारे लोगों ने दूसरी जगहों पर अपने-अपने क्षेत्र में दबदबा कायम किया है.
ताकत इनके हाथ में
अफसरशाही एक तरह का ऐसा सामाजिक ढांचा है जो कानून बनाने के मकसद और उन्हें लागू करने के बीच की खाई को पाटता है. नीति निर्माण में बुनियादी और आधिकारिक भूमिका राजनैतिक कार्यपालिका और विधायिका ही निभाती हैं. लेकिन स्थायी कार्यपालिका की तरह अफसरशाही भी नीति निर्माण और क्रियान्वयन की प्रक्रिया में बेहद अहम रोल निभाती है. यह अपने साथ एक्सपर्टीज और इन्फ्रास्ट्रक्चर लेकर आती है जो नीति बनाने वालों के संकल्प को सामने लाने और उसे पूरा करने में मददगार बन सकती है.
सूरमा बड़े-बड़े
अधिकतर नेता हमें यही यकीन दिलाएंगे कि राजनीति लोगों की व्यापक भलाई का साधन है. लेकिन अमूमन यह सत्ता की तीन-तिकड़मों का खेल होता है जो बिना किसी पर्देदारी के जारी रहता है. बीते दशक में तो बेशक ऐसा ही रहा.
ऊंचे और असरदार - 50 रसूखदार
प्रभु की प्रार्थना इस प्रकार है, \"क्योंकि तेरा ही राज है, सामर्थ्य और महिमा, सदा और सर्वदा.\" चलिए एक हिस्से को पहले लेते हैं - सामर्थ्य और महिमा. यह जीवन में किसी व्यक्ति की उपलब्धियों का एक संभव पैमाना है, पर यह उस चीज की केवल बाहरी परिधि का पता लगाता जो अनिवार्यतः आंतरिक यात्रा है.
निकलेगी भाजपा की 'पर्ची'?
पटना में पंडित धीरेंद्र शास्त्री के हालिया आयोजन और उसमें भाजपा नेताओं के जमावड़े को पार्टी की चुनावी तैयारी से जोड़कर देखा जा रहा है
बढ़ता असंतोष
संतोष को भी अपने पर कतरे जाने की आशंका है. इसलिए उन्होंने कथित रूप से वापस संघ में काम करने की इच्छा जताई है
वापसी भी अचानक
पिछली बार नोटबंदी का मकसद कथित रूप से काले धन को निकालना और खत्म करना था. उसके विपरीत, इस बार 2000 के नोट पहले से ही खत्म हो रहे थे
आदिल को देख तोते उड़ गए मेरे
अभिनेता गुलशन देवैय्या अपनी पहली फिल्म, पसंदीदा डायरेक्टर्स की स्टाइल और हाल ही आई सीरीज दहाड़ में काम करने के अनुभव के बारे में
दुनिया के बाजार में आगरा और केनेडी
नए दर्शक और बाजार की उम्मीद से अनुराग कश्यप और कनु बहल अपनी ताजा फिल्मों के साथ प्रतिष्ठित कान फिल्म समारोह में हाजिर
'घर में दीया जलाने का अब मौका आया है'
इन दिनों एक नई मैथिली फिल्म जैक्सन हॉल्ट को दर्शक खूब पसंद कर रहे हैं. मैथिली भाषी ही नहीं, दूसरी भाषाओं के लोग भी.
कैंपस में खुदकुशी
आइआइटी परिसर में छात्रों की आत्महत्या की घटनाओं में चिंताजनक बढ़ोतरी. इस प्रवृत्ति ने ऊंची कक्षाओं में पढ़ाई को लेकर बढ़ रहे तनाव पर नए सिरे से सोच-विचार को मजबूर किया
अब घातक समुद्री ड्रोन
पानी के भीतर और बाहर चलने वाले मानवरहित जहाजों तथा वाहनों से नौसैनिक कार्रवाइयों और युद्ध का कायापलट तय. भारतीय नौसेना बेड़ा हासिल करने को तैयार, तो घरेलू मैन्युफैक्चरर आगे आए
शहरों में मजबूत हुई भगवा लहर
उत्तर प्रदेश नगरीय निकाय चुनावों में मेयर के सभी पदों पर जीत हासिल करके भाजपा ने बढ़ाई अपनी ताकत. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चेहरे और भूपेंद्र चौधरी - धर्मपाल सिंह की संगठनात्मक क्षमता पर लगी मुहर
जीतकर भी अटकी सांसत में जान
शिंदे सरकार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले से थोड़ी राहत तो मिली. लेकिन उनके सामने अब भी दो चुनौतियां हैं: अपनी सीनियर पार्टनर भाजपा के सामने तनकर खड़े होना और अपने खेमे में असंतोष को काबू में रखना. इसके अलावा शिवसेना के उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट को मिल रही सहानुभूति से भी उन्हें पार पाना होगा
जाति जनगणना आखिर हो क्यों नहीं जाती?
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार जाति जनगणना से पीछे हटने के लिए पिछली सरकारों की दलीलों का सहारा ले रही है, हालांकि इसके राजनैतिक नफा-नुक्सान भी उसे उठाने पड़ सकते हैं पड़
भावी समर को तैयार
कांग्रेस को उम्मीद है कि वह राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी कर्नाटक जैसा शानदार प्रदर्शन करेगी, जहां इस साल के आखिर में चुनाव होने हैं. क्या कांग्रेस ऐसा जादू फिर से चला पाएगी?