CATEGORIES
महफूज पनाह की उड़ान
सत्तारूढ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के 32 विधायकों को लेकर चार्टर्ड विमान ने जैसे ही रांची से रायपुर के लिए उड़ान भरी, मंगलवार शाम को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उसे "षड्यंत्रकारियों से निपटने की अपनी जवाबी रणनीति की झलक" कहा.
क्या अब यूरिया संकट हमेशा के लिए खत्म?
भारत में यूरिया की किल्लत की खबरें बरसों से सामने आती रही हैं, लेकिन अब सरकार कुछ ऐसे समाधान निकालने जा रही है जिनके चलते जल्द ही यूरिया संकट हमेशा के लिए खत्म हो सकता है
संगठन में पश्चिम को प्राथमिकता
उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद के भूपेंद्र चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष और बिजनौर के धर्मपाल सिंह को प्रदेश संगठन महामंत्री की जिम्मेदारी सौंपकर भाजपा ने विपक्ष के संभावित गठजोड़ से निबटने की तैयारी शुरू की
हिट के लिए दादा हाजिर
लाल सिंह चड्ढा और ब्रह्मास्त्र के लिए रचे प्रीतम चक्रवर्ती के गाने चार्ट में टॉप पर चल रहे. इस तरह से उन्होंने दिखा दिया कि आखिर क्यों उन्हें ब्लॉकबस्टर्स के लिए बॉलीवुड का पसंदीदा म्युजिक डायरेक्टर माना जाता है
आपको कितना जीवन बीमा कवर चाहिए?
आपके न रहने के बाद आपके परिवार की आर्थिक सुरक्षा के लिए कितनी रकम की जरूरत होगी, यह जानने के लिए पेश हैं कुछ दिशानिर्देश
करें वित्तीय आजादी का ऐलान
वित्तीय जिम्मेदारियों, बिल, ईएमआइ और गुजरते वक्त ने आपको कैद कर रखा है? चिंता न करें, ऐसा अकेले आपके साथ ही नहीं हैं, इनसे मुक्ति पाने के तरीके मौजूद हैं
पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत
देश में बने पहले विमानवाहक पोत विक्रांत की तैनाती होने जा रही है. नौसेना के इस सबसे बड़े जंगी पोत की ताकत और मारक क्षमता देश के समुद्री रणनीतिक हितों को हासिल करने में अहम होगी
यह खैरात है या जरूरी मदद?
आखिर क्या कहें इसे ? आदमी को नाकारा बनाने वाली सियासी नौटंकी या गरीबों के उत्थान से जुड़ी अनिवार्य किस्म की बुराई ? व्यापक परिप्रेक्ष्य में की गई जरूरी बहस
चाइनीज लोन ऐप का जानलेवा फंदा
कुछ हजार रुपए का कर्ज देकर लोगों को ब्लैकमेल करने और जबरदस्ती कई गुना रुपया उगाहने में लगे चाइनीज लोन ऐप्स के तौर-तरीकों की पड़ताल
ये दोषी जेल से कैसे रिहा
वर्ष 2002 के गुजरात दंगों के दौरान वहशी हरकतों ने पूरे देश को झकझोर दिया था.
शराब से डगमगाती साख
कथित घोटाले में सीबीआइ ने 14 अन्य लोगों को आरोपी बनाया है.
बदल गई जन्नत की सूरत
श्वेत-श्याम युग से ओटीटी की बाढ़ तक, भारतीय सिनेमा ने लंबा सफर तय किया है. आजादी के बाद से इसके हरेक दौर में इस पर उन लोगों की उम्मीदों, सपनों और अंदेशों का असर साफ तौर पर दिखता आया है जिनके मनोरंजन का यह प्रयास करता रहा है या जिनका दिल बहलाने की इस पर जिम्मेदारी रही है
सुधार है पर सब चंगा नहीं
भारत में सेहत के मोर्चे पर प्रगति जारी है. बड़े-बड़े अस्पताल बने हैं, कुशल डॉक्टर भी इनमें हैं, रोग उन्मूलन भी हुआ, लेकिन स्वास्थ्य प्रबंधन में मौजूद एक बड़ी खाई हमें चेतावनी भी देती है
जान पर बन आया कचरा
प्रदूषण को लेकर हर व्यक्ति चिंतित है क्योंकि इसके शरीर पर गंभीर परिणाम होते हैं. इसके लिए कानून हैं लेकिन जन उदासीनता भी है. उनके अनुपालन की दिशा में ठोस प्रयास की जरूरत है
ऑर्गेनिक ग्रोथ
जैव प्रौद्योगिकी या बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारत को पहले शुरुआत करने का फायदा मिला और अब हमारा देश इस क्षेत्र में झंडे गाड़ रहा है
जय जवान से अग्निवीर तक
इतिहास और परंपरा के समृद्ध वाहक भारतीय सशस्त्र बलों ने लड़ाई की गहमागहमी में खुद को साबित किया है. आज यह दुनिया की सबसे आधुनिक सेनाओं में से एक है
पाताल में पानी
प्रति व्यक्ति सालाना 1,000 क्यूबिक मीटर से कम पानी की उपलब्धता के साथ ‘जल संकट' वाले देशों में शुमार भारत एक ऐसी मुश्किल से जूझ रहा है जिस पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत
तेल की फिसलन
दुनिया में तेल के तीसरे सबसे बड़े उपभोक्ता भारत का तेल आयात बिल देश में कच्चे तेल के उत्पादन में गिरावट की वजह से बढ़ा
आसमां से ऊंची उड़ान
भारतीय नागरिक उड्डयन क्षेत्र धीरे ही सही आगे बढ़ता हुआ वैश्विक उड्डयन क्षेत्र से बराबरी के लिए प्रयासरत है. इसे गुणवत्ता बनाए रखने और वित्तीय सावधानियां बरतने पर ध्यान देना चाहिए
तूफानी रफ्तार
2000 के दशक में भारत में सड़कों और राजमार्गों के निर्माण ने गति पकड़ी. अब, देश के पास अमेरिका के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क है
...सेवा का अवसर पाया
बीते दो दशकों में भारत की वृद्धि को सेवा क्षेत्र ने ताकत दी और अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने वाले प्रमुख चालक के तौर पर उभरा
विकास की वेदना
आर्थिक तौर पर फिसड्डी देश की छवि से दुनिया की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था में भारत का कायापलट. यह किस्सा दरअसल बीते कुछ दशकों की दूरदर्शी योजनाओं का नतीजा है
हम लोग
आम आदमी के लिए आजादी के 75 वर्षों का क्या मतलब है? हां, उन्हें अब रोटी, कपड़ा और शायद मकान हासिल है, पर उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए और भी बहुत कुछ किए जाने की जरूरत है
नियति से नया साक्षात्कार
आजादी की अपनी 75वीं वर्षगांठ पर भारत गरीबी का कुहासा काफी हद तक छंटने और आर्थिक विकास के तेज रफ्तार पकड़ने का जश्न मना सकता है, लेकिन सौवीं वर्षगांठ तक एक विकसित देश बन पाने की कठिन चुनौती तब भी उसके सामने है
किसने सही किया और कौन ठहरा गलत
सत्तर फीसद से ज्यादा लोगों ने चीन के साथ सरहदी गतिरोध से निबटने के केंद्र सरकार के तरीके का समर्थन किया और करीब 50 फीसद ने माना कि यूक्रेन पर रूसी हमला गलत था
मैदान के महारथी
खेलों में लोकप्रियता अब केवल पुरुष क्रिकेटरों का विशेषाधिकार नहीं रही; पी. बी. सिंधु ने अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है।
स्कॉर्पियो हुई जवान
महिंद्रा ने 20 साल पुरानी स्कॉर्पियो की बुनियादी खासियतों के साथ स्कॉर्पियो - एन बनाई जो इसकी विरासत को इलेक्ट्रॉनिक्स और कनेक्टिविटी के युग में ले जा सकती है
आजादी की आवाज, नीचे थोड़ा और नीचे
तकरीबन आधे उत्तरदाताओं को लगता है कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है, लेकिन बहुत सारे लोग यह नहीं सोचते कि उनकी आवाज को दबाया जा रहा है. हालांकि उनकी खुशी पर मार पड़ी है
इकलौता रामबाण
सरकार के टीकाकरण प्रयासों की सराहना तो हो रही है लेकिन यह मानने वालों की तादाद भी अच्छी-खासी है कि खतरा बिल्कुल कम नहीं हुआ है
धूल झाड़ने की कठिन कवायद
न तो कांग्रेस और न ही विपक्ष लोगों का भरोसा जीतने में सक्षम नजर आ रहा है. देश का मिज़ाज सर्वेक्षण के अधिकतर उत्तरदाताओं को उनकी नीयत और क्षमता दोनों पर संदेह है