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भइया का खयाल
सत्तावन वर्ष तक शास्त्रीय मंच पर साथ गाने वाले पं. साजन मिश्र के लिए बड़े भइया के बिना साल भर निकालना दुश्वार हो गया
बड़ा जुआ
इमरान खान के पहले हमला बोलने की रणनीति ने पाकिस्तान में सियासी भूचाल ला दिया, क्या निजी करिश्मा और भड़काऊ बयानबाजी का अफसाना उन्हें बचा पाएगा?
दाखिल-खारिज होते ही बदल जाएगा नक्शा
लगातार बढ़ते भूमि विवादों के हल के लिए राज्य सरकार नई तकनीक पर आधारित विशेष भू-सर्वेक्षण करवा रही. वह ऐसे उपाय पर भी काम कर रही है जिससे जमीन के हर बंटवारे या सौदे के बाद नक्शा उसी वक्त अपडेट हो सके
आबाद इलाकों को उजाड़ रही है गंगा
गंगा के बेतरतीब ढंग से रास्ता बदलने की वजह से पश्चिम बंगाल में पिछले चार दशक में कम से कम 7,00,000 लोग बेघर हो चुके हैं. पर केंद्र और राज्य सरकारें यह भी नहीं तय कर पा रहीं कि दरअसल इसके लिए जिम्मेदार है कौन
आदिवासी बच्चों के लिए अनोखी पहल
कलिंगा इंस्टीट्यूट्स ओडिशा में शिशु-शिक्षा से लेकर पोस्ट-ग्रेजुएशन तक करीब 30,000 आदिवासी बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करते हैं
अकेले पड़े बादल का अब क्या होगा?
आम आदमी पार्टी की पंजाब में हुई शानदार और उत्साहजनक जीत ने उसे सभी के आकर्षण का केंद्र बना दिया.
श्रीलंका की लग गई लंका
गंभीर आर्थिक संकट से घिरा द्वीपीय देश मदद के लिए विदेशों का मुंह ताकने को मजबूर, इसकी वजह से वह विदेशी कर्ज जाल में फंसता जा रहा है
यह पीछा क्यों नहीं छोड़ रहा आखिर!
किसी की याददाश्त जा रही है तो महीनों तक किसी की थकान ही नहीं उतर रही. कोविड के बाद उससे पैदा होने वाली दुश्वारियां अब भी पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रहीं. विशेषज्ञों के लिए भी इस वायरस का व्यवहार अभी तक रहस्य बना हुआ है
योगी 2.0: समीकरण साधने की कोशिश
नई सरकार में पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा समेत 22 पूर्व मंत्री किनारे कर दिए गए और 31 नए चेहरों को मौका दिया गया है. चेहरों के जरिए समीकरण साधकर भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनावों में कमल खिलाने के लिए कमर कस ली है
भाजपा के निशाने पर उद्धव ठाकरे
अपने एमवीए सहयोगियों के ठंडे रुख से आक्रामक भाजपा के खिलाफ लड़ाई में सीएम उद्धव ठाकरे अकेले पड़गए हैं
नरसंहार का दोषी कौन?
बीरभूम नरसंहार सवाल खड़ा करता है कि क्या राज्य के भीतरी इलाकों में अभी भी ममता का ही हुक्म चल रहा है?
छलिया दुष्यंतों से सावधान!
इस प्रस्तुति की शकुंतला भरत को लेकर जाते दुष्यंत को देखती है, रोती है लेकिन साथ जाने से इनकार कर देती है और वन में ही रहने का फैसला करती है
क्या है एमपी में भाजपा का मिशन 51
मध्य प्रदेश की सत्तासीन भाजपा बूथ-स्तर पर मतदाताओं तक अपनी पहुंच मजबूत करने के लिए डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल कर रही है. मकसद है 2023 के चुनाव में 51 फीसद वोट हासिल करना
किस घाट लगेगी वीआइपी की नाव
जब 23 मार्च को विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी ने यह बात कही तो उनके चेहरे पर कहीं उद्विग्नता नहीं नजर आ रही थी, "भाजपा के नेताओं के मुंह से नैतिकता की बात शोभा नहीं देती. जो लोग किसी से विधायक छीन कर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बने हैं, उनके मुंह से तो नैतिकता की बात बिल्कुल शोभा नहीं देती."
'सिंधिया मेरे साथ ऐसे घुल-मिल गए जैसे दूध में चीनी'
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान ने 23 मार्च को अपने चौथे कार्यकाल के दो साल पूरे किए. कुछ हफ्ते पहले वे छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को पीछे छोड़ते हुए भाजपा की ओर से सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले शख्स बने. नई चुनौतियों, 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों, ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ अपने संबंधों और 'बुलडोजर मामा' की अपनी नई छवि को लेकर चौहान ने राहुल नरोन्हा के साथ बातचीत की. उसके प्रमुख अंशः
'ऐक्टर स्टार' की कर्मकथा
खुद आलिया भट्ट और उनके डायरेक्टर्स क्या कहते हैं उनके अब तक के सफर के बारे में
यह तो सोचा ही न था
पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा
पलायन का सच हुआ बेपरदा
उन्हें आखिर क्यों कूच करना पड़ा? इसके लिए कौन जिम्मेदार था? अब वे कहां, किस हाल में हैं? और अब आखिर इस मर्ज की दवा क्या है?
दिल्ली की नई जंग
नगर निगम चुनाव
तो क्या चौथी लहर चल पड़ी है?
कोविड संक्रमण की तीसरी लहर भले ही अपेक्षाकृत कम असर छोड़कर विदा हो गई हो लेकिन डॉक्टरों की चेतावनी है कि थोड़ी-सी भी ढील देना बला को न्यौता देने जैसा होगा. विशेषज्ञों का तो साफ कहना है कि चौथी लहर का आना तय है
डॉक्टरी की पढ़ाई को लगा कौन-सा रोग?
यूक्रेन में फंसे मेडिकल छात्रों की पेशेवर व्यथा-कथा से सामने आया भारत में डॉक्टरी की पढ़ाई का सच. सीमित सीटें, तगड़ी प्रतिस्पर्धा, बहुत ज्यादा खर्च और शिक्षकों की कमी के कारण देश में चिकित्सा शिक्षा बढ़ती महत्वाकांक्षाओं के साथ कदम मिलाने में नाकाम
छोटी-छोटी बातों में हैं खुशियां बड़ी
जानें कि क्यों एक साफ-सुथरा कमरा भी उत्साह से भर देने वाला अनुभव हो सकता है
गांधी परिवार से मुक्ति की छटपटाहट
चुनावी हार से कांग्रेस में फिर उठी परिवर्तन की आवाज, विद्रोही गुट के और दूसरे नेता चाहते हैं कि निष्पक्ष संगठनात्मक चुनाव हों और जवाबदेह नेतृत्व' स्थापित हो, क्या नेहरू-गांधी परिवार इसके लिए राजी होगा?
गहरी कूटनीतिक साझेदारी
भारत-जापान संबंध
अब परिषद में भी होगे प्रबल
विधान परिषद चुनाव
(सियासी) दुर्ग हमारा, बाघ तुम्हारे!
सरिस्का में सबसे ज्यादा शावकों का पिता एसटी 13 बाघ फरवरी से नहीं दिखा
हर किरदार मैसेज दे, जरूरी नहीं
अभिनेत्री शेफाली शाह अपनी ताजा फिल्म जलसा, रोल चुनने की प्राथमिकताओं, पसंदीदा थ्रिलर्स और आने वाले प्रोजेक्ट्स के बारे में
सांप्रदायिक भड़ास से सराबोर
घाटी से कश्मीरी पंडितों को बर्बरतापूर्वक निकाल फेंकने की कहानी बयान करती विवेक अग्निहोत्री की द कश्मीर फाइल्स असहमति की आवाजों पर भी निशाना साधती नजर आती है
लालसा... लापरवाही
खस्ताहाल अर्थव्यवस्था देश के करोड़ों नौजवानों को सरकारी नौकरी पाने की और मुश्किल ख्वाहिश की ओर ढकेलने लगी-
बहुत निकले अरमां फिर भी...
घर खरीदने वालों को न्याय दिलाने वाले कानून रेरा की उम्र पांच बरस पार कर चुकी है, यह लोगों को घर दिलाने में कितना कारगर रहा?