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जैविक कृषि में जो ढूंढते हैं आनंद
खुशी की सौगातः किसानों को जैविक कृषि अपनाने के लिए तैयार करना और उनकी आय बढ़ाने में मददगार बनना
आदिवासी ताल पर
हाल के महीनों में, मध्य प्रदेश में घटनाओं का पूरा एक सिलसिला चला जिसने साबित किया कि भाजपा ने संभावित लुभावनी सूची में एक नए समुदाय को शामिल कर लिया है. और वह है आदिवासी वोटर. मार्च में राज्य सरकार ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को जनजातीय सम्मेलन में दमोह आमंत्रित किया था.
अब दिल्ली में खेला होबे'
भवानीपुर उप-चुनाव से पहले 26 सितंबर को एक नुक्कड़ बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा कियाः "भबानीपुर थेके आर एकटा खेला शूरू हॅबे. ई खेला शेष हॅबे भारतबर्ष जॉय कॅरे (भवानीपुर में एक नया खेल शुरू हुआ है, जिसकी परिणति भारत को जीतने में होगी).
तो क्या अब होकर ही रहेगी मुठभेड़?
तृणमूल बनाम ईडी/सीबीआइ
बेदखली की सियासत
असम की भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार, भूमि अतिक्रमण की समस्या को युद्धस्तर पर निपटाने की कोशिश कर रही है, लेकिन भूमि सुधारों और पुनर्वास योजनाओं के अभाव में अतिक्रमण हटाने के ये अभियान राजनीति से प्रेरित कार्य बन गए हैं
क्वाड की पलटन
क्या भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया मिलकर आक्रामक चीन को काबू कर सकते हैं
क्या गुजर गया बदतरीन दौर?
रोजाना संक्रमणों की गिरती रफ्तार और बड़े पैमाने पर टीका अभियान से उम्मीदें बढ़ीं कि संभावित तीसरी लहर उतनी विनाशकारी शायद न हो जितनी दूसरी थी, मगर वायरस के बदलते रूपों का मंडराता खतरा और आसन्न त्यौहारों के चलते विशेषज्ञों ने कोविड संबंधी सावधानियों के पालन की अहमियत पर जोर दिया
मंत्रिमंडल विस्तार से साधे समीकरण
उत्तर प्रदेश में जून में संपन्न हुए पंचायत चुनाव के बाद से ही योगी मंत्रिमंडल के विस्तार की अटकलें शुरू हो गई थीं. मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लखनऊ से लेकर दिल्ली तक कई बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं के बीच बैठकों का दौर चला. 23 सितंबर को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर भाजपा के विधानसभा चुनाव प्रभारी और केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री धर्मेंद्र
क्या कांग्रेस फंस गई है?
अट्ठाइस सितंबर को दोपहर करीब 3 बजे पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीपीसीसी) के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने अपना इस्तीफा ट्वीट करके एक बार फिर कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी. जल्द ही, उनके दो समर्थकों, कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्तान और परगट सिंह ने भी अपने इस्तीफे दे दिए. जाहिर है, सिद्धू महत्वपूर्ण नियुक्तियों पर नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के स्वतंत्र राह अपनाने से नाराज थे. उनमें राज्य मंत्रिमंडल में विवादास्पद विधायक और शराब कारोबारी राणा गुरजीत सिंह को शामिल करना; राज्य के अटॉर्नी जनरल के रूप में ए.पी.एस. देओल और डीजीपी के रूप में इकबाल प्रीत सिंह सहोता को नियुक्त करना; और सिद्धू के कट्टर विरोधी सुखजिंदर सिंह रंधावा को गृह मंत्रालय सौंपना शामिल था.
तमिल सभ्यता की खोज
तमिराबरानी नदी घाटी में हाल की पुरातात्विक खोजों से इस अंचल में यही कोई ईसा पूर्व 1200 के आसपास एक जटिल सभ्यता के उत्थान का पता चलता है
आत्मनिर्भरता का सबक
खुशी की सौगातः साधनहीन बच्चों को सहारा देने वाली शिक्षा, उनकी आर्थिक मदद और करियर के बारे में उन्हें सलाह
कांग्रेस की नजर युवाओं पर
कांग्रेस में जिस दिन पंजाब में घमासान मचा हुआ था, उसी दिन दिल्ली में पार्टी एक अन्य महत्वाकांक्षी योजना के साथ आगे बढ़ रही थी. 28 सितंबर की दोपहर राहुल गांधी की उपस्थिति में पार्टी ने दो होनहार युवा नेताओं का स्वागत किया-34 वर्षीय कन्हैया कुमार और गुजरात के 38 वर्षीय दलित विधायक जिग्नेश मेवाणी.
लगातार ऊपर चढ़ता सेंसेक्स
बीते 24 सितंबर को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) से जुड़े सेंसेक्स ने 60,000 का आंकड़ा छू लिया जो पिछले कुछ महीनों से ज्यादातर तेजी का रुख दिखा रहे भारतीय शेयर बाजारों का नया उच्चतम बिंदु और बाजार के लिए उत्साह का क्षण है.
नतीजे दे पाएंगे चन्नी?
पंजाब कांग्रेस
खुशी का राज
कोई एक चीज होना तो दूर, यह परिभाषाओं को ललकारती है. यह भंगुर है पर इसकी तलाश शाश्वत. दुनिया भर की दौलत देकर आप इसे खरीद नहीं सकते पर मुमकिन है कोई नन्ही-सी चीज आपको अथाह खुशी दे जाए
आध्यात्मिक मार्गदर्शक
धर्म और आध्यात्मिक काम भले ही खुशी के साथ सहज रूप से न जुड़े हों-और इससे कोई इनकार नहीं है कि इनसान हर तरह की धार्मिक पहचान का इस्तेमाल हिंसा और दूसरे का दमन करने के लिए करता रहा है. फिर भी, आध्यात्मिक प्रयासों के लंबे और विविधतापूर्ण इतिहास में यह ऐसा माध्यम रहा है जो दुनियाभर के लोगों को खुशी और यहां तक कि परमानंद की तलाश कर उसे साझा करने के लिए प्रेरित करता रहा है. इन पन्नों पर पांच मुस्कुराते धार्मिक लोग उस सामान्य खोज और अलग समझ की झलकियां पेश कर रहे हैं, जिनके चलते वे हजारों लोगों के लिए प्रेरणा-और खुशी-का स्रोत बन गए हैं.
आखिर क्यों अहम है सकल राष्ट्रीय आनंद
कोई देश हमेशा एक ऐसी स्थिति में होने की कल्पना ही कर सकता है जहां मनुष्य पूरे जतन से आमूलचूल बदलाव का अनुभव करते हुए शांति और निश्चितता की अवस्था में पहुंच जाए.
खुशी का ज्ञान-विज्ञान
जिंदगी में खुशहाली की अवस्था के मनोवैज्ञानिक और शारीरिक-भौतिक पहलुओं पर विशेषज्ञों की राय
महंत की मौत से उठते सवाल
सरकार के सामने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत की गुत्थी हल करने की बड़ी चुनौती. बाघम्बरी मठ में संपत्ति विवाद के बाद अब विभिन्न अखाड़ों के बीच भी होड़ बढ़ने की आशंका
युद्ध या शांति?
असम सरकार ने 11 सितंबर को सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) अधिनियम, (एएफएसपीए), 1958 के तहत राज्य के अशांत क्षेत्र के दर्जे को फिर से अगले छह महीने के लिए विस्तार दे दिया है. राज्य सरकार ने इस विस्तार के पीछे की वजह को अभी तक नहीं बताया है. वहीं, इस कदम को ऐसे समय में उठाया गया है जब केंद्र और राज्य सरकार, दोनों की अगुआई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कर रही है, और जिसका लगातार यह दावा रहा है कि पूर्वोत्तर के इस राज्य में अब शांति वापस आ गई है.
दो नायबों की दास्तान
उत्साह से भरी भाजपा ने 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 'आत्मनिर्भर' योजना तैयार की है. दो वर्तमान उप-मुख्यमंत्री इसके लिए मंच तैयार कर रहे
दाने-दाने में है दम पर सेहतमंद न हो जाएं बेदम
सरकार की ओर से फोर्टिफाइड चावल को राष्ट्रीय मानक बनाना सुविचारित कदम है, लेकिन विशेषज्ञ पोषक तत्वों की अधिकता से होने वाले जोखिमों के प्रति कर रहे हैं आगाह
दीदी मतलब अब कारोबार
ममता बनर्जी सरकार को टाटा के लिए फिर से रेड कार्पेट बिछाने में एक दशक और तीन विधानसभा चुनावों में जीत का समय लगा. ममता नंदीग्राम-सिंगूर में टाटा नैनो फैक्ट्री (2006-08) के लिए भूमि अधिग्रहण के खिलाफ किसानों के आंदोलन के दम पर सत्ता में आई थीं और उनकी सरकार लंबे समय तक अपनी उद्योग विरोधी छवि से मुक्त नहीं हो पाई.
दिक्कत भरी शुरुआत
रक्षा मंत्रालय की पनडुब्बियां, लड़ाकू विमान, युद्धक टैंक और हेलिकॉप्टर निर्माण के लिए दूसरी उत्पादन शृंखला बनाने की महत्वाकांक्षी योजना सुस्ती का शिकार हो गई है
गुलदारों से गुलजार गलियारा
झालाना रिजर्व फॉरेस्ट में लेपर्ड सफारी की कामयाबी से उत्साहित होकर झालाना से सरिस्का तक लेपर्ड कॉरिडोर बनाने की योजना
एसेट मॉनिटाइजेशन- इस बार बड़ा ख्वाब
मोदी सरकार की सार्वजनिक क्षेत्र की संपत्तियों के 'मॉनिटाइजेशन' यानी निजी क्षेत्र को लंबे वक्त के लिए लीज पर देकर अगले चार वर्षों में 6 लाख करोड़ रुपए उगाहने की ख्वाहिश, क्या वह इस बड़े बदलाव में कामयाब हो पाएगी?
गुजरात का गेमप्लान
गुजरात में मुख्यमंत्री बदलने के पीछे दो मकसद हैं: पाटीदार समुदाय को संतुष्ट करना और भाजपा कार्यकर्ताओं में असंतोष से निपटना. क्या नए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल 2022 के चुनाव से पहले सबको एकजुट रख पाएंगे?
शटर गिराकर चल दिए !
ऑटोमोबाइल सेक्टर
मालवा में सांप्रदायिक लावा
एक के बाद एक कई सांप्रदायिक घटनाओं ने मध्य प्रदेश के समृद्ध पश्चिमी भाग मालवा को हिलाकर रख दिया है. लोग आशंकित हैं कि न जाने कब क्या हो जाए?
भगवा दल को अन्नदाता की चुनौती
कृषि कानूनों के विरोध में आयोजित महापंचायत में किसान नेताओं ने भाजपा विरोधी सुर फूंका. काश्तकारों के मोहभंग के मद्देनजर अगले साल विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी पार्टी के लिए मुश्किलें आने का अंदेशा