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एक चाय और देना
जब कोई यात्रा पर निकले तो उसके मंगलमय होने की कामना जरूर करनी चाहिए और हम ऐसा करते भी हैं।
अंतर्तम का भाव ही आध्यात्म !
ऋग्वेद के पुरुष सूक्त एक विराट पुरुष की कल्पना की गई है। बताया गया है, वह सहस्त्र शीर्षा है। हजारों सिर वाला हजारों पैरों वाला है। उसके भीतर पूरा ब्रह्माण्ड है। ऋग्वेद के बहुत समय पश्चात हजार- डेढ़ हजार साल बाद फिर गीता में विश्व रूप दिखाई पड़ता है।
वैश्विक संकटों के बीच जी 20 की भूमिका की तलाश
इंडोनेशिया के बाली में आयोजित जी-20 बैठक से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी कह दिया है कि किसी भी हालात में परमाणु युद्ध नहीं लड़ा जाना चाहिए। दोनों देशों ने यह भी कहा है कि परमाणु हथियार से कभी भी युद्ध नहीं जीता जा सकता है। रूस की ओर से यूक्रेन को दी जा रही परमाणु धमकियों की भी दोनों देशों ने निंदा की है।
हेमंत सोरेन सरकार पर लटकी ईडी की तलवार
साहिबगंज में 1000 करोड के अवैध खनन मामले में विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के घर से छापेमारी में एक लिफाफा मिला था, इस लिफाफे को लेकर भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से सवाल किया गया था। इस सवाल के जवाब में सीएम ने स्पष्ट जानकारी नहीं दी थी। ईडी ने पहले भी दावा किया था कि इस मामले में उनके पास अहम सबूत हैं। ईडी ने पीएमएलए कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में जिक्र किया कि 2 ब्लैंक चेक पर मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर भी थे। अब एक बार फिर मुख्यमंत्री से लंबी पूछताछ की तैयारी है।
छत्रपति शिवाजी के अपमान पर सियासत
‘छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान' विषय को लेकर राज्य में नाराज दलों के कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया। उनको हटाने की मांग जोर पकड़ ली। लातूर में जबरदस्त बंद का ऐलान किया गया। बीड में राज्यपाल के खिलाफ सड़क मोर्चा निकाला गया। राज्यपाल कोश्यारी चले जाओ, कोश्यारी को हटाओ, दिल्ली भेजो, ऐसी जोरदार घोषणाओं के साथ शिवप्रेमी जनता ने अपनी नाराजगी व्यक्त की।
दो भागों में बिहार की राजनीति
मोकामा, गोपालगंज और कुढ़नी विधानसभा की तीन सीटों पर बीते दिनों हुए उपचुनाव के नतीजे सामने आए। इसमें से दो पर भाजपा की जीत हुई। एक जगह उसने जदयू को हराया तो दूसरी जगह राजद को। यह साफ बताता है कि जदयू से अलग होने का नुकसान भाजपा को नहीं हुआ है। उल्टे उसे जदयू के नाराज वोटरों का साथ ही मिला है। उल्टे भाजपा को उम्मीद से अधिक मत मिले। राजद के 79,744 (53.44%) वोटों के मुकाबले भाजपा प्रत्याशी को 63,003 (42.22 फीसदी) वोट मिले।
फिर जीवंत हुए वीर सावरकर!
कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के वाशिम जिले में आयोजित एक रैली में वीर सावरकर को लेकर बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधा था। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहल गांधी ने महाराष्ट्र में रैली की। बिरसा मुंडा जयंती के मौके पर राहुल गांधी आदिवासियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एक ओर बिरसा मुंडा जैसी महान शख्सियत हैं, जो अंग्रेजों के सामने झुके नहीं और दूसरी ओर सावरकर हैं, जो अंग्रेज़ों से माफी मांग रहे थे।
एमसीडी में भी केजरीवाल
आप ने भाजपा के 15 साल के शासन को समाप्त करते हुए 250 में से 134 सीटों पर कब्जा जमा लिया, यानि दिल्ली एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है। जीत हासिल करने के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि वे दिल्ली को सुंदर बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आशीर्वाद चाहते हैं। अकेले केजरीवाल, मोदी-शाह की जोड़ी पर भारी पड़ गए।
मैनपुरी ने डिम्पल को सौंपी विरासत
मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा की बड़ी हार के पीछे कई कारण हैं। इसमें सबसे बड़ा कारण जिले की राजनीति में जाति विशेष के नेताओं का दखल ही रहा। यह भी एक तथ्य है कि जिले की राजनीति में ब्लॉक स्तर से लेकर जिला स्तर तक कई ऐसे पद होते हैं, जिन पर पार्टी और सरकार ही जीतती है। लेकिन मैनपुरी में इन सभी पदों के लिए क्षेत्रीय जाति के नेताओं पर भाजपा का हाथ रहा। चाहे ब्लॉक प्रमुख का पद हो, जिला पंचायत अध्यक्ष का पद हो, जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष का पद हो या फिर सूबे की सरकार में मंत्रिमंडल का पद जाति विशेष को ही स्थान मिला। इसके अलावा भाजपा की जिला कार्यकारिणी में भी सर्वोच्च पद जाति विशेष की ही झोली में रहा। इससे भाजपा का कोर वोट बैंक माने जाने वाले ब्राह्मण, वैश्य, लोधी में नाराजगी और बढ़ गयी। नतीजा ताजा चुनाव परिणाम बता ही रहे हैं।
कायम है मोदी मैजिक
हिमाचल प्रदेश, गुजरात और दिल्ली के एमसीडी चुनावों के नतीजों का सबसे बड़ा संकेत यह है कि इन नतीजों ने तीनों पार्टियों को संतोष करने के लिए कुछ न कुछ दिया है। गुजरात में बीजेपी ने रिकॉर्डतोड़ जीत हासिल की है, हिमाचल में कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की है और दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को एमसीडी से बाहर किया है। लेकिन गुजरात में जो नतीजे आए हैं उनसे बीजेपी की एक पार्टी के रूप में ताकत एक बार फिर स्थापित हुई है।
भारतीय हितों की रक्षा के लिए दृढ़संकल्प डबल इंजन सरकार
चीन फिर से असहज हुआ है कि भारत अमेरिका की डिफेंस पार्टनरशिप उत्तराखंड-चीन बॉर्डर पर इतने साहस के साथ कैसे हो सकती है। कायदे से तो अमेरिका भारत को चीन को जवाब देना चाहिए कि ये काम दोनों ने वैसे ही कुछ साहस के साथ किया है जैसा चीन और रूस ने कुछ ही समय पहले प्रशांत महासागर में रूसी नेतृत्व वाले वोस्तोक संयुक्त नौसेना अभ्यास में अपनी समुद्री युद्धपोतों को दौड़ाकर किया है।
प्राथमिकता: उत्तराखण्ड के कायाकल्प में जुटे धामी
धामी सरकार द्वारा लिए गए नये फैसलों से साफ है कि उनकी मंशा अगले दो-तीन वर्षों में उत्तराखण्ड की तस्वीर बदलने की है। राज्य के गठन के बाद सरकारें चाहें किसी भी दल की रही हों, वर्तमान सरकार के प्रयासों की सुदूर ग्रामीण एवं पर्वतीय अंचलों में सराहना हो रही है। राजनीतिक दृष्टि से कहें तो साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को शत-प्रतिशत सफलता देने वाला राज्य एकमात्र उत्तराखण्ड ही रहने वाला है।
दुनियाभर के निवेशकों को लुभा रहा यूपी
उत्तर प्रदेश सरकार ने आईटी/आईटीईएस, डेटा सेंटर, ईएसडीएम, डिफेंस एवं एयरोस्पेस, इलेक्ट्रिक वाहन, वेयरहाउसिंग एवं लॉजिस्टिक्स, पर्यटन, टेक्सटाइल, एमएसएमई आदि सहित विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए लगभग 25 नीतियों को तैयार करके नीति संचालित शासन के माध्यम से औद्योगिक विकास के लिए एक समय पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की दिशा में अनेक सुधारात्मक कदम उठाए हैं।
धर्म-धर्मांतरण और लव जिहाद का ट्रायंगल
सुप्रीम अदालत ने चेताया है कि यदि जबरन धर्मांतरण को नहीं रोका गया तो 'बहुत मुश्किल स्थिति' पैदा होगी, क्योंकि वे राष्ट्र की सुरक्षा के साथ-साथ नागरिकों के धर्म और विवेक की स्वतंत्रता को प्रभावित कर सकता है। एक याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि कथित धर्मांतरण का यह मुद्दा, अगर सही और सत्य पाया जाता है तो यह एक बहुत ही गंभीर मामला है, जो अंततः राष्ट्र की सुरक्षा के साथ नागरिकों के धर्म और विवेक की स्वतंत्रता को प्रभावित कर सकता है।
बीजेपी की राज्य सरकारें आगे मोदी सरकार पीछे क्यों!
उत्तर प्रदेश में बीजेपी के दोबारा सत्ता में आने के बाद प्रदेश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने की तैयारी कर रही है। इस संबंध में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कहते हैं कि देश को अब इसकी जरूरत है। पूरे देश में एक कानून लागू किया जाए। अब उत्तराखंड सरकार प्रस्तावित समान नागरिक संहिता का प्रारूप सामने लाने वाली है, जिसके लिए एक समिति गठित की जा चुकी है जो कुमाउं और गढ़वाल दोनों स्थानों का दौरा करके जल्दी अपनी रिपोर्ट देने वाली है।
अब डेथओवर बॉलिंग की चिंता हुई दूर!
युवा गेंदबाज अर्शदीप सिंह के दमदार प्रदर्शन से खुश दिख रहे कोच राहुल द्रविड़
प्रदूषण से पृथ्वी की रक्षा हम सभी का राष्ट्रधर्म
पर्यावरण संरक्षण पृथ्वी माता की प्राण रक्षा का आधार है। इसको लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अनेक बार बैठकें हुई हैं। सम्प्रति संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में मिस्र के शर्म अल शेख नगर में पिछले रविवार से बैठक चल रही है। यह सम्मेलन लगभग दो सप्ताह चलेगा। इसके पहले स्कॉटलैंड के ग्लास्गो में भी सम्मेलन हुआ था। ब्राजील के रिओ डी जेनेरिओ नगर में पहला पृथ्वी सम्मेलन हुआ था।
नाटो, पुतिन की महत्वाकांक्षा और वैश्विक समीकरणों के बीच भारत की स्थिति
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि हमारा दृढ़ विश्वास है कि वैश्विक व्यवस्था अंतरराष्ट्रीय कानून, संयुक्त राष्ट्र चार्टर और राज्यों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान पर आधारित होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेन संघर्ष के लिए भारत का दृष्टिकोण मानव - केन्द्रित बना रहेगा। कम्बोज ने कहा कि संघर्ष से पहले ही अनगिनत जानें जा चुकी हैं और लोगों की खासतौर पर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की जिंदगी नारकीय बन चुकी है।
ओबीसी वोट बैंक को लुभाने में जुटीं भाजपा और आजसू
आजसू बिहार की तरह राज्य में भी जातीय जनगणना की मांग कर रही है। आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो का यह भी कहना है कि सरकार को ओबीसी के आरक्षण की सीमा बढ़ाने से पहले जातीय जनगणना कराना चाहिए था | पंचायत चुनाव की तरह राज्य के ओबीसी समुदाय नगर निकाय चुनाव में आरक्षण के लाभ से वंचित न रह जाए।
राजनीति की पदयात्रा
पार्टी को भले ही नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के रूप में मिल गया है, लेकिन वे आलाकमान के आदेश के बिना एक भी कदम उठा पाएंगे, ऐसा तो नहीं लगता है। फिर भी एक उम्मीद जगी है। पदयात्रा कर रहे राहुल ने उनके काम में हस्तक्षेप नहीं करने की बात कही है।
बदलाव की बयार हिन्दी में उच्च शिक्षा
हिन्दी में मेडिकल-इंजीनियरिंग पढ़ाई के लिए एमपी-यूपी सरकारों को साधुवाद
नफरती आजम खान का बुरा अंजाम!
बदजुबानी के चलते आजम खान को एमपी/एमएलए कोर्ट ने तीन साल की सजा सुनाई है, जिसके चलते उनकी विधायिकी खतरे में है तो उनके सियासी सफर पर भी ग्रहण नजर आने लगा है। मामला 2019 का था। आजम लोकसभा का चुनाव लड़े थे। चुनाव प्रचार के दौरान सात अप्रैल को वह मिलक इलाके के खातानगरिया गांव में जनसभा को संबोधित करने गए थे।
उठने लगी पसमांदा मुसलमानों को आरक्षण की मांग
बीजेपी के पसमांदा मुसलमानों के बीच पैठ बनाने की ख़बरों के बीच उन्होंने एक बार फिर इस मांग को नए सिरे से उठाया है। संगठन का दावा है कि यदि मोदी सरकार वाकई में पसमांदा मुसलमानों का भला करना चाहती है तो उनकी पुरानी मांग को माना जाए। जानकारों की मानें तो बिना इस मांग को स्वीकार किए, पसमांदा मुसलमानों का बीजेपी के साथ जाना थोड़ा मुश्किल है। यही मांग बीजेपी और पसमांदा मुसलमानों के बीच दरार बन कर खड़ी करती है।
योगी सरकार का एक रुका हुआ फैसला
योगी सरकार की ओर से 11 जुलाई 2021 को विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर प्रदेश के लिए नई जनसंख्या नीति की घोषणा की गई थी। इस बिल में साफ किया गया था कि दो से अधिक बच्चे वाले अभिभावकों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा। ऐसे लोग सरकारी नौकरी के लिए आवेदन भी नहीं कर पाएंगे। पंचायत और स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने पर भी ऐसे लोगों को रोकने का प्रावधान है। एक बच्चे वाले अभिभावकों को कई प्रकार की सुविधा देने की योजना है। इस बिल का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की जनसंख्या को नियंत्रण में लाने की है।
जनसंख्या विस्फोट पर नियंत्रण की तैयारी!
भाजपा और केन्द्र की मोदी सरकार विभिन्न राज्यों की अपनी डबल इंजन की सरकार के साथ बेतहाशा बढ़ती जनसंख्या पर लगाम लगाने की दिशा में भी गंभीरता से कोई देशव्यापी कानून बनाने की तैयारी में है। हालांकि इसे एआईएमआईएम के मुखिया ओवैसी जैसी सोच रखने और मुस्लिम परस्त राजनीति के हामी दल और नेता, इसे सीधे-सीधे मुस्लिम विरोधी करार दे रहे हैं। ऐसे में यह कहा जा सकता है मुस्लिमों को वोट बैंक मानकर राजनीति करने वाले नेता और राजनीतिक दलों के गले से यह प्रस्ताव आसानी से नहीं उतरने वाला।
सनातन ज्ञान और आधुनिक विज्ञान का संगम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साइंटिफिक सोशल रिस्पांसिबिलिटी के कांसेप्ट को आगे बढ़ाने की अपील विज्ञान और उद्योग जगत से कर रखी है। आकाश सम्मेलन जैसे आयोजन देश की उसी स्वदेशी प्रौद्योगिकी और प्राचीन प्रौद्योगिकी के ज्ञान के संगम की धारा को प्रवाहित करने का प्रयास है। अंतरिक्ष क्षेत्र के मुद्दों पर संवाद और अन्तरसम्पर्क का माहौल देने से युवा वैज्ञानिकों की चेन बनाने में मदद मिल सकती है।
उत्तराखंड को सकारात्मक दृष्टिकोण की जरूरत
आओ अब थोड़ा पाजिटिव हो जाएं, मंजिल तो अभी बाकी है
...तो गुजरात में फिर खिलेगा कमल
विधानसभा में मध्य गुजरात में 68, सौराष्ट्र एवं कच्छ में 54, उत्तर गुजरात में 32 और दक्षिण गुजरात में 28 सीटें आती हैं। वर्ष 2017 में मध्य गुजरात की 68 में से 40 सीटें भाजपा के खाते में गईं थीं। कांग्रेस को 24 सीटें मिली थीं। वहीं, अन्य के खाते में चार सीटें गई थीं। साफ है कि मध्य गुजरात में भाजपा को बड़ी बढ़त मिली थी । कच्छसौराष्ट्र क्षेत्र में कांग्रेस का प्रदर्शन भाजपा से बेहतर था। कांग्रेस इस इलाके की 54 में से 30 सीटों पर जीत दर्ज करने में सफल रही थी।
विश्वास के संकट से जूझती पत्रकारिता
एक वह दौर था जब किसी समाचार पत्र का मालिक या संपादक अपने आपको राजनीति से बिल्कुल दूर रखता था। सरकार एवं शासन-प्रशासन के सामने नतमस्तक नहीं होता था। अक्सर कई राजनीतिक और रूतबेदार लोग समाचार पत्रों के कार्यालय पहुंच जाया करते थे, लेकिन संपादक ऐसे लोगों से मिलने के लिए अपने रूम से बाहर नहीं आते थे। उलटे आगंतुकों को संपादक के कमरे में जाकर हाजिरी लगाना पड़ती थी। ऐसा होता था संपादक का कद और पद।
नए मोर्चे की आहट
भाजपा से अलग होने के बाद विपक्ष को एकजुट करने में लगे नीतीश राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के साथ मिलकर रणनीति बना रहे हैं। सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान आम चुनाव में भाजपा को हराने के लिए एकजुट होने पर चर्चा हुई। मुलाकात के बाद नीतीश और लालू ने कुछ इसी तरह का संकेत दिया। कहा कि भाजपा को हराने और देश को बचाने के लिए सभी को साथ आना होगा। अब मुश्किल यह है कि क्या सभी विपक्षी नीतीश और लालू के प्रयास से कांग्रेस के झंडे तले खड़े हो जाएंगे।