![दो कुंजियाँ जो खोल देंगी आपके अंदर का खजाना स्मृति योग और प्राणायाम दो कुंजियाँ जो खोल देंगी आपके अंदर का खजाना स्मृति योग और प्राणायाम](https://cdn.magzter.com/1400234238/1670691315/articles/RozBAI9AP1670926297696/1670926694671.jpg)
तर्कोऽप्रतिष्ठः श्रुतयो विभिन्ना नैको ऋषिर्यस्य मतं प्रमाणम्।
धर्मस्य तत्त्वं निहितं गुहायां महाजनो येन गतः स पन्थाः॥
'तर्क की कहीं स्थिति नहीं है, श्रुतियाँ भी भिन्न-भिन्न हैं, एक ही ऋषि नहीं हैं कि जिनका मत प्रमाण माना जाय तथा धर्म का तत्त्व गुहा में निहित है अर्थात् अत्यंत गूढ़ है अतः जिससे महापुरुष जाते रहे हैं वही (सच्चा) मार्ग है।'
( महाभारत, वन पर्व : ३१३.११७ )
महापुरुष जिस रास्ते से गये वह सर्वोपरि है। सद्गुरु हयात मिल जायें तो वे आपका आत्मसाक्षात्कार का काम बना देते हैं; मेरा काम भी मेरे सद्गुरु की कृपा से ही हुआ।
गोस्वामी तुलसीदासजी कहते हैं :
तन सुखाय पिंजर कियो, धरे रैन दिन ध्यान।
तुलसी मिटे न वासना, बिना विचारे ज्ञान॥
स्मृति योग के बिना पूर्णता नहीं
दुनिया के बड़े-बड़े बुद्धिमान, ब्रह्मवेत्ता के आगे बबलू हैं। प्रत्युत्पन्न मति (तत्काल सही जवाब या प्रतिक्रिया देने में सक्षम मति), यह-वह... सब ठीक है अपनी जगह पर किंतु यह स्मृति तो सर्वोपरि है। प्रत्युत्पन्न मति के धनी थे बीरबल परंतु अकबर के गुलाम बने लेकिन जिसको आत्मस्वरूप की स्मृति है उनके आगे अकबर तो क्या बड़े-बड़े चक्रवर्ती भी दास बन जाते हैं, इन्द्रदेव उनके आगे नतमस्तक होते हैं, उनके शिष्यों का भी सम्मान करते हैं। अब और क्या कहना!
この記事は Rishi Prasad Hindi の December 2022 版に掲載されています。
7 日間の Magzter GOLD 無料トライアルを開始して、何千もの厳選されたプレミアム ストーリー、9,000 以上の雑誌や新聞にアクセスしてください。
すでに購読者です ? サインイン
この記事は Rishi Prasad Hindi の December 2022 版に掲載されています。
7 日間の Magzter GOLD 無料トライアルを開始して、何千もの厳選されたプレミアム ストーリー、9,000 以上の雑誌や新聞にアクセスしてください。
すでに購読者です? サインイン
![आत्मानंद छोड़कर महापुरुष क्यों गाँव-गाँव घूमते हैं ? आत्मानंद छोड़कर महापुरुष क्यों गाँव-गाँव घूमते हैं ?](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1958302/2YvuXdPCi1737528937122/1737529240941.jpg)
आत्मानंद छोड़कर महापुरुष क्यों गाँव-गाँव घूमते हैं ?
(पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत से)
![पूज्य बापूजी के साथ आध्यात्मिक प्रश्नोत्तरी पूज्य बापूजी के साथ आध्यात्मिक प्रश्नोत्तरी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1958302/XqHvV9ii21737529389952/1737529479394.jpg)
पूज्य बापूजी के साथ आध्यात्मिक प्रश्नोत्तरी
साधिका बहन : बापूजी ! मैं बिहार में सेवाकार्यों को खूब बढ़ाना चाहती हूँ।
!['राष्ट्रीय तेजस्वी युवा शिविर' से युवाओं को मिली विलक्षण ऊर्जा व सही दिशा 'राष्ट्रीय तेजस्वी युवा शिविर' से युवाओं को मिली विलक्षण ऊर्जा व सही दिशा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1958302/sLe7ZYZYy1737529246632/1737529388407.jpg)
'राष्ट्रीय तेजस्वी युवा शिविर' से युवाओं को मिली विलक्षण ऊर्जा व सही दिशा
ऋषि प्रसाद प्रतिनिधि। ६ से ८ दिसम्बर तक संत श्री आशारामजी आश्रम, अहमदाबाद में ‘राष्ट्रीय तेजस्वी युवा शिविर’ हुआ। विभिन्न राज्यों से युवा भाई इस तीन दिवसीय शिविर का लाभ लेने आश्रम में आये थे ।शिविरार्थियों ने पूज्य बापूजी के दुर्लभ विडियो सत्संगों द्वारा जीवन में उत्तरोत्तर सर्वांगीण उन्नति करने की कुंजियाँ पायीं। उन्हें पूज्य बापूजी के कृपापात्र शिष्य, अखंड ब्रह्मचारी श्री वासुदेवानंदजी द्वारा हुए सत्रों में सेवा-साधना संबंधी मार्गदर्शन मिला। शिविर की कुछ मुख्य विशेषताएँ
![देश की रीढ़ को टूटने से बचायें, सच्चे प्रेम दिवस की सुवास फैलायें देश की रीढ़ को टूटने से बचायें, सच्चे प्रेम दिवस की सुवास फैलायें](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1958302/7vTYZiP7l1737525572604/1737527501406.jpg)
देश की रीढ़ को टूटने से बचायें, सच्चे प्रेम दिवस की सुवास फैलायें
१४ फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस भाई को युवती भाई कहने के लायक नहीं रह महापर्व है । युवा पीढ़ी को वेलेंटाइन डे की गंदगी से बचाने, उसे सही दिशा देने और सच्चे प्रेम की पहचान कराने के लिए पूज्य बापूजी ने २००६ में इसका शंखनाद किया था । आज यह पर्व विश्व के २०० से ज्यादा देशों में सभी जाति-धर्म, मजहब, पंथ के लोगों द्वारा मनाया जाता है। इसकी महत्ता व आवश्यकता :
![मैं हर समय तैयार रहता हूँ मैं हर समय तैयार रहता हूँ](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1958302/kq3hqh4gz1737528358941/1737528477351.jpg)
मैं हर समय तैयार रहता हूँ
23 जनवरी को नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की जयंती है । इन राष्ट्रनायक की माँ उन्हें बचपन से ही संतों-महापुरुषों के जीवन-प्रसंग व शास्त्रों की बातें सुनाती थीं । यही कारण था कि उनका जीवन सनातन संस्कृति के ऊँचे सिद्धांतों और देशभक्ति, राष्ट्रसेवा के लिए समर्पण, तत्परता, अथक परिश्रम आदि दैवी गुणों से सुसम्पन्न था । उनके जीवन का एक प्रेरणादायी प्रसंग, जिससे ये सद्गुण प्रकट होते हैं :
![भगवान को वश करने का उपाय भगवान को वश करने का उपाय](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1958302/2fhJRIIYd1737527819680/1737528347102.jpg)
भगवान को वश करने का उपाय
(पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत से)'रामचरितमानस' के उत्तरकांड में भगवान श्रीरामचन्द्रजी के द्वारा नगरवासियों को बुलाने की बात आती है।
![सरकार बापूजी को जल्द-से-जल्द रिहा करे : संत-समाज सरकार बापूजी को जल्द-से-जल्द रिहा करे : संत-समाज](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1958302/COQYFno3q1737527509169/1737527817991.jpg)
सरकार बापूजी को जल्द-से-जल्द रिहा करे : संत-समाज
स्वामी योगेश्वरानंद गिरिजी : सनातन धर्म में जब-जब भी कोई संत-महात्मा अपने देश की सीमाओं से बाहर निकलकर कार्य करता है तो सेक्युलरिस्ट लोगों ने तय कर रखा है कि हिन्दुओं के स्वाभिमान पर चोट करनी है।
![ज्ञान के दीप, भक्ति के पुंज व सेवा की ज्योति से सजी दिवाली ज्ञान के दीप, भक्ति के पुंज व सेवा की ज्योति से सजी दिवाली](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1934055/zNIrQHBeE1734607330257/1734607566641.jpg)
ज्ञान के दीप, भक्ति के पुंज व सेवा की ज्योति से सजी दिवाली
ऋषि प्रसाद प्रतिनिधि | हमारी संस्कृति के पावन पर्व दीपावली पर दीप जलाने की परम्परा के पीछे अज्ञान-अंधकार को मिटाकर आत्मप्रकाश जगाने का सूक्ष्म संकेत है। १ से ७ नवम्बर तक अहमदाबाद आश्रम में हुए 'दीपावली अनुष्ठान एवं ध्यान योग शिविर' में उपस्थित हजारों शिविरार्थियों ने हमारे महापुरुषों के अनुसार इस पर्व का लाभ उठाया एवं अपने हृदय में ज्ञान व भक्ति के दीप प्रज्वलित कर आध्यात्मिक दिवाली मनायी।
![पुत्रप्राप्ति आदि मनोरथ पूर्ण करनेवाला एवं समस्त पापनाशक व्रत पुत्रप्राप्ति आदि मनोरथ पूर्ण करनेवाला एवं समस्त पापनाशक व्रत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1934055/KonfR6tmV1734607045530/1734607312799.jpg)
पुत्रप्राप्ति आदि मनोरथ पूर्ण करनेवाला एवं समस्त पापनाशक व्रत
१० जनवरी को पुत्रदा एकादशी है। इसके माहात्म्य के बारे में पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत में आता है :
![पंचकोष-साक्षी शंका-समाधान पंचकोष-साक्षी शंका-समाधान](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1934055/SewX8CcV31734606496206/1734606912752.jpg)
पंचकोष-साक्षी शंका-समाधान
(पिछले अंक में आपने पंचकोष-साक्षी विवेक के अंतर्गत जाना कि पंचकोषों का साक्षी आत्मा उनसे पृथक् है । उसी क्रम में अब आगे...)