Gambhir Samachar - March 01, 2023Add to Favorites

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news magazine which covers various types of matters.

पंजाब में बार-बार क्यों हो रही है हिंसा

पंजाब के अमृतसर के अजनाला थाने में अमृतपाल सिंह के हथियारदार समर्थकों ने हमला कर दिया.

पंजाब में बार-बार क्यों हो रही है हिंसा

2 mins

यूपी पुलिस को अब लोकगीतों से भी डर लगने लगा है?

यूपी पुलिस ने चर्चित लोकगायिका नेहा सिंह राठौर के एक गीत पर उन्हें नोटिस भेजकर तीन दिन के भीतर जवाब मांगा है. 'यूपी में का बा..' शीर्षक वाले इस गीत में राठौर ने कानपुर में दो महिलाओं की जलकर हुई मौत पर सवाल उठाए हैं.

यूपी पुलिस को अब लोकगीतों से भी डर लगने लगा है?

3 mins

यूपीए 3 में का बा?

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से लेकर महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा तक राष्ट्रीय अधिवेशन में कई नेताओं के भाषण में विपक्षी एकता पर जोर देखने को मिला है. कांग्रेस की तरफ से विपक्ष को जो प्रस्ताव दिया गया है, उसमें यूपीए के ही नये वर्जन की झलक मिलती है लेकिन शर्तें पहले की ही तरह लागू हैं. बल्कि पहले वाले ही कंडीशन हैं, नये सिरे से घोषणा कर दी गयी है. और अपनी तरफ से कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा में भी नया अपडेट पेश दिया है - कन्याकुमारी से कश्मीर तक की राहुल गांधी की सफल यात्रा के बाद नयी पेशकश भी विपक्ष पर दबाव बढ़ाने की ही रणनीति लगती है.

यूपीए 3 में का बा?

3 mins

दिशाहीन विपक्ष

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीते दिनों मुंबई में उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. केजरीवाल महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने मातोश्री पहुंचे. इस दौरान केजरीवाल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और राघव चड्डा भी मौजूद रहे. सूत्रों के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच 2024 की रणनीति और विपक्ष को एकसाथ लाने को लेकर चर्चा हुई. मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे ने केजरीवाल के साथ मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हम लंबे समय से मिलना चाहते थे. यह कहने की जरूरत नहीं है कि हम क्यों मिलना चाहते थे. देशभर से कई अन्य वरिष्ठ नेता मुझसे मिलने के लिए संपर्क कर रहे हैं.

दिशाहीन विपक्ष

6 mins

अमित शाह का अगला टारगेट नीतीश कुमार!

योगी आदित्यनाथ तो उत्तर प्रदेश के माफिया तत्वों को मिट्टी में मिलाने की बात कर रहे हैं, लेकिन अमित शाह की बातों से तो ऐसा लगता है जैसे वो नीतीश कुमार की राजनीति के साथ वैसा ही सलूक करने का इरादा कर चुके हैं - करीब करीब वैसे ही जैसे धीरे धीरे करके उद्धव ठाकरे की राजनीति को मिट्टी में मिलाने का इंतजाम कर दिया गया.

अमित शाह का अगला टारगेट नीतीश कुमार!

7 mins

क्या ममता के चेहरे पर बन सकती है सहमति?

बिहार की राजधानी पटना में आयोजित सीपीआई एमएल के राष्ट्रीय कनवेन्शन में नीतीश कुमार ने विपक्षी एकता पर अपनी बात रखते हुए, कांग्रेस को सक्रिय होने का संदेश दिया, इतना ही नहीं नीतीश कुमार ने कहा कि वे प्रधानमंत्री की रेस में नहीं हैं और विपक्षी दलों के प्रधानमंत्री का उम्मीदवार कौन होगा, इसका निर्णय सभी संगठित दल मिलकर कर लेंगे, नीतीश कुमार इतने पर नहीं रुके उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगर आगे आए तो भाजपा 100 सीटों पर सिमट जाएगी.

क्या ममता के चेहरे पर बन सकती है सहमति?

5 mins

अदृश्य रोबोट्स के हवाले होने जा रही है हमारी जिंदगी!

तकनीक में होने वाली उल्लेखनीय प्रगति अक्सर समृद्धि के द्वार खोलती है. इस बात को नकारा नहीं जा सकता है. विकास, चाहे राष्ट्र का हो या व्यक्तिगत हो या सामजिक ही हो, अनेक तरीकों से तकनीकों की उचित वृद्धि और उनके विकास से जुड़ा हुआ है. मानव जीवन के अस्तित्व और प्रगति के लिये जरूरी है कि जीवन के हर पहलू में विज्ञान और तकनीक का इस्तेमाल हो. यह तकनीक ही है जिसने मानव जीवन को अत्यंत सहज, सरल और रोचक बना दिया है. इसके साथ ही सच यह भी है जहां एक ओर तकनीक ने सदैव विकास की राह प्रशस्त की है, वहीं दूसरी ओर कुछ नैतिक दुविधाएं भी तकनीक की राह में आती रही हैं. एआई में हो रही द्रुत प्रगति से मचे कोलाहल के बीच बड़ा सवाल है कि इससे किसको फायदा होगा और कितना?

अदृश्य रोबोट्स के हवाले होने जा रही है हमारी जिंदगी!

4 mins

नहर व पेंशन को चुनावी मुद्दा बना रहे हैं गहलोत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को राजनीति का जादूगर कहा जाता है. राजनीति में उन्होंने अपनी जादूगरी दिखाने में कोई कसर भी नहीं छोड़ी है. कैसी भी स्थिति रही हो गहलोत अपनी राजनीतिक जादूगरी की कुशलता के बल पर सफल रहे हैं. इसी कारण वह राजस्थान के तीसरी बार मुख्यमंत्री की पारी पूरी करने जा रहे हैं. गत दिनो उन्होने अपने कार्यकाल का अंतिम बजट पेश किया जिसमें अनेकों लोक लुभावनी घोषणायें की गई है. जिनसे आने वाले चुनाव में लाभ मिल सकता है.

नहर व पेंशन को चुनावी मुद्दा बना रहे हैं गहलोत

4 mins

वायु प्रदूषण से लड़खड़ाता स्वास्थ्य

वायु गुणवत्ता बहुत खराब होने का सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है. इससे रेस्पिरेटरी इश्यू, हार्ट प्रॉब्लम बढ़ने के अलावा और भी कई गंभीर बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है. हाई लेवल के वायु प्रदूषण के कारण कई तरह के प्रतिकूल स्वास्थ्य परिणाम हो सकते हैं. इससे श्वसन संक्रमण, हृदय रोग और फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. जो पहले से ही बीमार हैं, उन पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है. बच्चे, बुजुर्ग और गरीब लोग इसके ज्यादा शिकार होते हैं. जब पार्टिकुलेट मैटर 2.5 होता है, तो यह फेफड़ों के मार्ग में गहराई से प्रवेश करने लगता है

वायु प्रदूषण से लड़खड़ाता स्वास्थ्य

4 mins

कब खरीदकर पढ़ी जाएंगी किताबें?

आप जब इन पंक्तियों को पढ़ रहे होंगे तब राजधानी में विश्व पुस्तक मेला शुरू हो गया होगा. कोरोना के कारण विश्व पुस्तक मेला बीते कुछ सालों से आयोजित नहीं हो पा रहा था. जाहिर है कि पुस्तक मेले के फिर से आयोजन से शब्दों के शैदाइयों के चेहरे खिले हुए हैं. वे अपने मनपसंद की किताबें सस्ते दामों पर खरीदेंगे. पर ये भी सच है कि इस डिजिटल दौर में किताबों से पाठकों की दूरियां निश्चित रूप से बढ़ी हैं. बहुत बड़ी संख्या में पाठक अपने मोबाइल पर ही अपनी दिलचस्पी की सामग्री पढ़कर संतुष्ट हो जाते हैं. वे किताबें खरीदने की जरूरत ही नहीं महसूस करते. बेशक, किताबों को फिर से प्रासंगिक तो बनाना ही होगा. वह कितना अज्ञानी समाज होता है जहां पर किताबों के महत्व को सही ढंग से नहीं समझा जाता.

कब खरीदकर पढ़ी जाएंगी किताबें?

4 mins

ऑनलाइन सर्च की दुनिया कौन होगा दिग्गज?

हलचल तो खूब है इन दिनों दोनों ही टेक दिग्गज अपने अपने एआई चैटबॉट के सहारे ताल ठोक रहे हैं.

ऑनलाइन सर्च की दुनिया कौन होगा दिग्गज?

4 mins

चीतों से गुलजार होती भारत की धरती

करीब 70 वर्षों के बेहद अंतराल के पश्चात् लंबे प्रयासों के बाद भारत में पिछले साल 17 सितम्बर को चीतों की वापसी हुई थी, जब चीते की शक्ल में तैयार हुए बोइंग 747 के विशेष विमान के जरिये नामीबिया की राजधानी विंडहोक से ग्वालियर लाए गए 8 चीतों को प्रधानमंत्री द्वारा मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में बाड़े में छोड़ा गया था.

चीतों से गुलजार होती भारत की धरती

4 mins

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UtgiverMohta Publishing

KategoriNews

SpråkHindi

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