Open Eye News - December 2022Add to Favorites

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December 2022

संसदीय राजनीति के शिखर पुरुष भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी

बहुआयामी प्रतिभा के धनी और विशाल व्यक्ति त्व वाले भारत र अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति में अजातशत्रु के नाम से स्मरणीय रहेंगे। उनके विराट राजनीतिक व्यक्ति त्व और कृतित्व की चर्चा स्वतंत्र भारत के इतिहास के हर मोड़ पर खूब होती है और होती ही रहेगी। भारत की संसदीय राजनीति के वे आधार स्तंभ और शिखर पुरुष थे, जिनके इर्दगिर्द संसदीय इतिहास घूम रहा है। उनका संसदीय कार्यकाल उनके व्यक्तित्व का अनुपम अध्याय था। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और यहां की संसदीय शासन व्यवस्था में संसद सर्वोच्च है। भारतीय संसद की जब भी चर्चा होती है, उसके इतिहास को टटोला जाता है तो इसमें यदि किसी एक व्यक्ति त्व का नाम हर भारतीय और राजनीतिज्ञ के मानस पटल पर उभरता है, वह नाम है श्रद्धेय अटलजी का, जिन्हें संसदीय राजनीति का शिखर पुरुष कहा जाता है।

संसदीय राजनीति के शिखर पुरुष भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी

3 mins

राजस्थान में भाजपा को लगा जोर का झटका

राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी इन दिनों सदमे की हालत में है।

राजस्थान में भाजपा को लगा जोर का झटका

5 mins

आज भी प्रासंगिक हैं सरदार पटेल के संदेश

स्वतंत्र भारत के प्रथम गृहमंत्री और पहले उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल का भारत के राजनीतिक एकीकरण में अविस्मरणीय योगदान है।

आज भी प्रासंगिक हैं सरदार पटेल के संदेश

3 mins

चीन ने तवांग में पैदा किए टकराव के हालात

अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच आमने सामने का संघर्श हुआ है।

चीन ने तवांग में पैदा किए टकराव के हालात

4 mins

आखिर बोरवेल में कब तक बच्चों का दम टूटेगा

मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के मांडवी गांव में 55 फीट गहरे बोरवेल में फंसे आठ वर्षीय मासूम तन्मय साहू की मौत ने फिर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। 84 घंटों की जद्दोजहद के बावजूद उसे नहीं बचाया जा सका। हालांकि इसी साल 10 जून को छत्तीसग? के जांजगीरचांपा जिले में 80 फीट गहरे बोरवेल में गिरे 11 साल के राहुल को 104 घंटे के अब तक के सबसे लंबे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था लेकिन 22 मई को पंजाब के होशियारपुर जिले के गड़दीवाला के समीप बहरामपुर में 300 फीट गहरे बोरवेल में करीब 95 फुट नीचे फंसकर छह वर्षीय बच्चा ऋतिक मौत की नींद सो गया था।

आखिर बोरवेल में कब तक बच्चों का दम टूटेगा

3 mins

अब प्राकृतिक आपदाओं पर आसमान से नजर रख सकेगा भारत

इसरो के वैज्ञानिकों ने बीते कुछ वर्षों में अंतरिक्ष की दुनिया में कई बड़े मुकाम हासिल किए हैं। पिछले दिनों भी इसरो ने अंतरिक्ष में सफलता का ऐसा ही परचम लहराया। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से इसरो ने महासागरों के वैज्ञानिक अध्ययन और चक्रवातों पर नजर रखने के लिए तीसरी पीढ़ी के ओशनसैट सैटेलाइट का प्रक्षेपण किया। इसरो ने 44.4 मीटर लंबे अपने विश्वसनीय पीएसएलवी-54 रॉकेट से ईओएस - 06 मिशन के तहत कुल 321 टन भार के साथ उड़ान भरी और ओशनसैट-3 सैटेलाइट के अलावा भूटान के एक उपग्रह सहित 8 नैनो उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण किया। इस वर्ष का इसरो का यह पांचवां और आखिरी मिशन था, जो वैज्ञानिकों द्वारा किए गए सबसे लंबे समय तक चलने वाले मिशनों में से एक था। इसरो के पीएसएलवी (पोलर सैटेलाइट लांच व्हीकल) रॉकेट का यह 54वां तथा पीएसएलवी-एक्सएल प्रारूप का 24वां मिशन था, इसीलिए इसरो द्वारा अपने इस मिशन को पीएसलीवी सी-54 नाम दिया गया।

अब प्राकृतिक आपदाओं पर आसमान से नजर रख सकेगा भारत

4 mins

आप की राजनीति में बढ़ता अपराध का साया

हाल ही में सम्पन्न दिल्ली नगर निगम चुनावों में जीते पार्षदों के संदर्भ में 'एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्मूस' यानी एडीआर और 'दिल्ली इलेक्शन वाच' ने एक चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी कर यह बताया गया है कि दो सौ अड़तालीस विजेताओं में से बयालीस यानी सत्रह प्रतिशत निर्वाचित पार्षद ऐसे हैं, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

आप की राजनीति में बढ़ता अपराध का साया

4 mins

दिल्ली में ढहा भाजपा का 15 साल पुराना किला

दिल्ली महानगर पालिका निगम में 15 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी का शासन था। इसके चुनाव परिणाम घोषित हो गए हैं।

दिल्ली में ढहा भाजपा का 15 साल पुराना किला

4 mins

शीतकालीन सत्र सार्थक संवाद का माध्यम बने

लोकतंत्र में सफलता की कसौटी है- संसद की कार्रवाही का निर्विघ्न संचालित होना। संसद के शीतकालीन सत्र शुरू होने से पूर्व ही हंगामा होने के आसार दिखाई दे रहे हैं।

शीतकालीन सत्र सार्थक संवाद का माध्यम बने

5 mins

मध्य प्रदेश में आयुर्वेद और शिवराज सरकार

भारत की ज्ञान परम्परा अद्भुत है, जिसने इस ज्ञान की थाह लेना चाही, वास्तव में वही कुछ पा सका है।

मध्य प्रदेश में आयुर्वेद और शिवराज सरकार

4 mins

ऐतिहासिक क्रूरता का दस्तावेज है, 'द कश्मीर फाइल्स'

भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में वैश्विक फिल्मों की जूरी के प्रमुख नदव लापिड द्वारा चर्चित फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' पर की गई विवादित टिप्पणी पर बढ़ता बवाल देख इजराइली राजदूत नाओर गिलोन ने अपने हमवतन फिल्मकार को फटकार लगाते हुए उनके बयान की तीखी निंदा की और इस गलती के लिए भारत से माफी भी मांगी।

ऐतिहासिक क्रूरता का दस्तावेज है, 'द कश्मीर फाइल्स'

4 mins

हिजाब मुद्दे को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाना उचित नहीं

विगत कई वर्षों से मुसलमानों के विभिन्न धार्मिक, सामाजिक व उनके शरई मामलों में दखलअंदाजी करने की गोया एक अंतर्राष्ट्रीय मुहिम सी छिड़ी हुई है।

हिजाब मुद्दे को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाना उचित नहीं

4 mins

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UtgiverOpen Eye Media Publications

KategoriNews

SpråkHindi

FrekvensMonthly

Open Eye News is an informative political, social and investigative news magazine published from Bhopal, Madhya Pradesh, that believes in journalism for public interest. The articles and reporting from different levels given in it are fascinating, insightful and packed with unique content. It is a purely unbiased feature of local influence with a national perspective. Our targeted readers are the common man, influential people, intellectuals and decision-makers of important segments of the state. Open Eye News fully perceives the local issues and provides comprehensive coverage on the same. A unique publication printed in both English and Hindi keeping the suitability and comfort of both kinds of readers in mind.

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