Yogya Aarogya - October - November 2019Add to Favorites

Yogya Aarogya - October - November 2019Add to Favorites

Få ubegrenset med Magzter GOLD

Les Yogya Aarogya og 9,000+ andre magasiner og aviser med bare ett abonnement  Se katalog

1 Måned $9.99

1 År$99.99 $49.99

$4/måned

Spare 50%
Skynd deg, tilbudet avsluttes om 11 Days
(OR)

Abonner kun på Yogya Aarogya

Kjøp denne utgaven $0.99

Subscription plans are currently unavailable for this magazine. If you are a Magzter GOLD user, you can read all the back issues with your subscription. If you are not a Magzter GOLD user, you can purchase the back issues and read them.

Gave Yogya Aarogya

I denne utgaven

October - November 2019

मधुमेह आणि आहार

डायबेटिस किंवा मधुमेह ही भारतातली सर्वात जास्त आढक्ठणारी व्याधी आहे. कितीही व्याख्याने, शिबिरे, उपक्रम राबवले तरीही मधुमेहाच्या भरमसाठ व्याधीमुव्ठे ते अपुरेच पडते.

मधुमेह आणि आहार

1 min

मधुमेह कारण एवं लक्षण

आज के समय में मधुमेह होना बहुत आम बात है। जिस तरह आज-कल की जीवनशैली हो गई है उसमें मधुमेह बहुत तेज़ी से अपनी पकड़ बना रहा है। स्थिति यह है कि न सिर्फ अधिक उम्र के लोगों को बल्कि आज के समय में युवा और बच्चे भी मधुमेह की चपेट में आ रहे हैं।

मधुमेह कारण एवं लक्षण

1 min

मधुमेंह का पंचकर्म उपचार

भारत देशाची नवी ओळख आपल्याला माहीत आहे का? भारत देशाची नवीन ओळख आहे मधुमेहाची राजधानी! आपला आहार, व्यायामाचा अभाव, बैठी जीवनशैली, तीव्र मानसिक ताणतणाव याची परिणती म्हणून मधुमेह! याखेरीज अनुवंशिकतेचा समृद्ध वारसा ! यामुळे भारत जगात सर्वात जास्त मधुमेही रग्ण असलेला देश गणला जातो आहे.

मधुमेंह का पंचकर्म उपचार

1 min

मधुमेहियों को हृदय रोग का खतरा

हृदय रोग की बढ़ती संख्या का एक प्रमुख कारण मधुमेह है।

 मधुमेहियों को हृदय रोग का खतरा

1 min

मधुमेहियों , पैरों को सँभाले

मधुमेह के दीर्घकालीन दुष्परिणामों के कारण मज्जातंतु की कार्यक्षमता कम होती जाती है और व्याधि धीरे-धीरे बढ़ने लगती है। उनकी तीब्रता जिस समय बढ़ती है उस समय मधुमेहियों के सामने बड़े सवाल आते हैं। शरीर के चेतासंस्था (Nervous System) के दो प्रकार हैं -

मधुमेहियों , पैरों को सँभाले

1 min

मधुमेह से सावधानी भली

मानवीय वृत्ति का वर्णन क्‍या करें, जो हर एक की भिन्न होती है किंतु यह कहना भी गलत ना होगा कि हर इंसान सोचता है, 'मुझे कोई बड़ी बीमारी नहीं हो सकती, मैं तो सामान्य जीवन व्यतीत करता हूँ,

मधुमेह से सावधानी भली

1 min

मानव देह का महत्व और महिमा

किसी इंसान ने अच्छे कंडिशन की सेकंड हैंड कार खरीदी, यह सोचकर कि उससे रोज़ ऑफिस जाएगा और घर के ज़रूरी काम समय पर निपटाएगा।

मानव देह का महत्व और महिमा

1 min

प्री डायबिटीज : सावधानी से मधुमेह दूर रखें

दुनियाभर में आधुनिक जीवनशैली और मिथ्याहार के कारण मधुमेही के रोगियों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है। ऐसा अनुमान है कि २०२० तक भारत मधुमेह पीड़ित देशों में प्रथम स्थान प्राप्त कर चुका होगा।

प्री डायबिटीज : सावधानी से मधुमेह दूर रखें

1 min

मधुमेह पर नियत्रण हेतु घरेलू उपाय

आधुनिक युग में मधुमेह सर्वसामान्य रोग है। सभी आज-कल इस रोग से परिचित हैं। विश्व में मधुमेह के रोगियों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। वैज्ञानिकों के परीक्षण के बाद देखा गया है कि यह रोग बुद्धिजीवी या अमीर लोगों को ही नहीं होता बल्कि गरीब तथा अल्प पोषणवाले लोगों को, बच्चों को भी हो रहा है।

मधुमेह पर नियत्रण हेतु घरेलू उपाय

1 min

मधुमेह और योग - योग की सहायता ही जीवन की मधुरता

मधुमेह का कारण है खून में ग्लूकोज़' के स्तर में बढ़ोत्तरी होना। इस बढ़ोत्तरी के अनेक कारण हैं, किंतु परिणाम एक ही है।

मधुमेह और योग - योग की सहायता ही जीवन की मधुरता

1 min

डायबिटीज को इन्सटंट ठीक करे :

नैचरल नाइट्रिक ऑक्साइड डाइट का सबसे महत्वपूर्ण गुण यह है कि इसका पालन करने से २४ से ४८ घंटे के भीतर ही यह रक्त शर्करा होमीओस्टेसस को सामान्य मानक में ले आती है।

डायबिटीज को इन्सटंट ठीक करे :

1 min

मधुमेह में होमियोपैथी से राहत

आज के युग में मधुमेह ने एक मुख्य बीमारी का रूप धर लिया है। हर घर में एक न एक मधुमेह का रोगी पाया जाना आम बात हो गई है।

मधुमेह में होमियोपैथी से राहत

1 min

गर्भावस्‍था में डायबिटीज़ मेलीटस (जी.डी.एम.)

गर्भावस्‍था के दौरान यदि रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ा हुआ हो तो उसे जी. डी. एम. की संज्ञा दी जाती है। यह समस्या आम तौर पर गर्भावस्‍था के पाँचवें सप्ताह में पाई जाती है। यह समस्या वैश्विक स्तर पर गंभीर रूप लेती जा रही है लेकिन भारतीय महिलाओं में यह समस्या अधिक पाई जाती है।

गर्भावस्‍था में डायबिटीज़ मेलीटस  (जी.डी.एम.)

1 min

बच्चों का मधुमेह

बच्चों में दो प्रकार के मधुमेह पाए जाते हैं। एक होता है टाइप-१ (T1DM) और दूसरा टाइप-२ (T2DM)।

बच्चों का मधुमेह

1 min

कामकाजी व्यक्तियों का आहार कैसा हो?

रोजमरा की ज़िन्दगी में कामकाजी व्यक्तियों का आहार क्या - क्या होना चाहिए और कैसा ?

कामकाजी व्यक्तियों का आहार कैसा हो?

1 min

स्वस्थ जीवन का मूलमंत्र - आहार व व्यायाम

ऊर्जा बनाने व बचाने की प्रणाली मानव शरीर में मौजूद होती है। हम सोते हैं, व्यायाम करते हैं, खाते हैं, पीते हैं ऊर्जा पाने के लिए। ज़ल्दी-ज़ल्दी थकान महसूस करने का मतलब है कि कुछ गंभीर कमी है, जिसका पता लगाना महत्वपूर्ण है।

स्वस्थ जीवन का मूलमंत्र - आहार व व्यायाम

1 min

मधुमेह में चावल का प्रमाण

चावल एक ऐसा अनाज़ है जो पूरे विश्व में खाया जाता है। भारत में भी उत्तर, पश्चिम भारत को छोड़कर बाकी सभी प्रदेशों में यह खाया जानेवाला प्रमुख अनाज़ है।

 मधुमेह में चावल का प्रमाण

1 min

दिवाळीचें पाच दिवस शरीर व मनःस्वास्थ्य यांकरिता

एकेकाठी महाराष्ट्रा घरोघरी सायंकाळी तुलसीबृंदावनापुढे दिव्याची पणती पेटवून, 'शुभं करोति कल्याणं, आरोग्यं धनसंपदा। शत्रुबुद्धी विनाशाय दीपज्योती नमोऽस्तुते।।'

दिवाळीचें पाच दिवस शरीर व  मनःस्वास्थ्य यांकरिता

1 min

Les alle historiene fra Yogya Aarogya

Yogya Aarogya Magazine Description:

UtgiverWOW Publishings Pvt Ltd

KategoriHealth

SpråkHindi

Frekvens11 Issues/Year

- Do you wish to achieve total health at all levels?
- Do you wish to discover how a perfectly healthy body works?
- Do you wish to attain freedom from lack of ease which is called as disease?
If your answer is “YES”, in that case the Yogya Aarogya magazine is a blessing. It is a highly useful health magazine which is unique due to its attractive presentation and simple language which can be understood by each and everyone. Being a trilingual magazine, every issue provides useful information to its Hindi, English and Marathi readers on various topics such as health, medical awareness about various conditions, and general well-being – not just physically, but mentally, socially and spiritually too. Even though, most of the sections and articles are in Hindi, you can still enjoy some of them in English and Marathi language too.
Another point that makes Yogya Aarogya exceptional is that it helps you attain total health via spiritual understanding. Additionally, what makes this magazine easily applicable by readers is content such as properties and medicinal uses of various naturally occurring substances, benefits of different therapies, and sections like ‘दादीमाँ के smart tips' (Smart tips from Granny – which suggests simple and beneficial household remedies).
Appreciated by thousands of readers, Yogya Aarogya is transcending its limits every year. We are delighted to serve this world and make it a happier and a healthier place to live in. We are also grateful to our readers for their constant support and feedback to make it even better every time.

  • cancel anytimeKanseller når som helst [ Ingen binding ]
  • digital onlyKun digitalt