महाराष्ट्र में कृषि क्षेत्र में बढ़ता रोजगार
Modern Kheti - Hindi|15th April 2023
कोविड-19 महामारी के बाद के दौर में महाराष्ट्र में रोजगार की स्थिति में काफी सुधार दिखा है।
महेश व्यास
महाराष्ट्र में कृषि क्षेत्र में बढ़ता रोजगार

सितंबर-दिसंबर 2019 और सितंबर-दिसंबर 2022 के बीच की अवधि के दौरान राज्य में 30 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला। सितंबर-दिसंबर 2019 की अवधि के दौरान और सितंबर-दिसंबर 2022 की अवधि के दौरान सीएमआईई के उपभोक्ता पिरामिड घरेलू सर्वेक्षण कराए गए थे। पहला महामारी से पहले का आखिरी सर्वेक्षण था जबकि दूसरा महामारी के बाद का सर्वेक्षण है।

इस तीन वर्ष की अवधि के दौरान रोजगार में यह वृद्धि, मुख्य रूप से कृषि और उद्योग क्षेत्रों में श्रमिकों के जुड़ने पर आधारित थी, न कि सेवा क्षेत्र से जुड़ने पर महाराष्ट्र में कुल रोजगार में लगभग 57.6 प्रतिशत की वृद्धि, कृषि क्षेत्र में रोजगार वृद्धि के कारण हुई थी।

पिछले तीन वर्षों में कार्यबल से जुड़ने वालों की संख्या 31 लाख तक बढ़ी है। 2022 में महाराष्ट्र नतीजतन, सितंबर-दिसंबर में कुल रोजगार पाने वालों की संख्या 4.5 करोड़ के स्तर तक पहुंच गई। इसकी तुलना में सितंबर-दिसंबर 2019 की महामारी से पहले की अवधि के दौरान करीब 4.2 करोड़ लोग रोजगार पा चुके थे।

हालांकि महाराष्ट्र में तीन वर्षों में रोजगार में यह वृद्धि सकारात्मक है, लेकिन यह उस अवधि में राज्य में कामकाजी उम्र की आबादी में वृद्धि दर के अनुरूप नहीं थी। नतीजतन, महाराष्ट्र की रोजगार दर इस अवधि के दौरान 41.87 प्रतिशत से कम होकर 41.84 प्रतिशत हो गई। रोजगार दर से ही कार्यरत आबादी के अनुपात की माप की जाती है।

Denne historien er fra 15th April 2023-utgaven av Modern Kheti - Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

Denne historien er fra 15th April 2023-utgaven av Modern Kheti - Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

FLERE HISTORIER FRA MODERN KHETI - HINDISe alt
कृषि में डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्राप्त करने वाली 'मिलेट क्वीन' - रायमती घुरिया
Modern Kheti - Hindi

कृषि में डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्राप्त करने वाली 'मिलेट क्वीन' - रायमती घुरिया

ओडिशा के कोरापुट जिले की 36 वर्षीय आदिवासी महिला किसान रायमती घुरिया को कृषि क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है।

time-read
2 mins  |
1st March 2025
फसलों में सूक्ष्म पोषक तत्वों का महत्व
Modern Kheti - Hindi

फसलों में सूक्ष्म पोषक तत्वों का महत्व

बढ़ती हुई जनसंख्या की मांग पूरी करने के लिए अधिक उत्पादन जरुरी है, प्रत्येक फसल के बाद भूमि में पोषक तत्वों की जो कमी आती है, उनकी पूर्ति करना आवश्यक है, वरना भूमि की उपजाऊ शक्ति व पैदावार में कमी आयेगी।

time-read
5 mins  |
1st March 2025
फलों के पेड़ लगाने की करें तैयारी
Modern Kheti - Hindi

फलों के पेड़ लगाने की करें तैयारी

कंपनियों के झूठे प्रचार ने पंजाबियों को दूध, लस्सी और घी से दूर कर दिया है। रात को सोने से पहले एक गिलास दूध पीना पुरानी बात हो गई है।

time-read
4 mins  |
1st March 2025
गेहूं के प्रमुख कीटों की रोकथाम कैसे करें ?
Modern Kheti - Hindi

गेहूं के प्रमुख कीटों की रोकथाम कैसे करें ?

गेहूं भारत की प्रमुख खाद्य फसल है।

time-read
4 mins  |
1st March 2025
"बीज व्यवसाय एवं गुणवत्ता का द्वंद्व"
Modern Kheti - Hindi

"बीज व्यवसाय एवं गुणवत्ता का द्वंद्व"

कृषि उत्पाद के लिये बीज मूल्यवान एवं असरदार माणिक्य है।

time-read
6 mins  |
1st March 2025
नैनो यूरिया के प्रयोग के प्रति बढ़ रहे खदशे
Modern Kheti - Hindi

नैनो यूरिया के प्रयोग के प्रति बढ़ रहे खदशे

किसानों एवं सरकार को हर वर्ष पारंपरिक दानेदार यूरिया खाद की कमी से जूझना पड़ता है। शायद ही कोई ऐसा वर्ष हो जब यूरिया की निर्विघ्न सप्लाई हुई हो।

time-read
2 mins  |
1st March 2025
घुइया या अरवी की खेती में कीट एवं रोगों का प्रबंधन
Modern Kheti - Hindi

घुइया या अरवी की खेती में कीट एवं रोगों का प्रबंधन

परिचय : अरवी की खेती उत्तरी भारत में नगदी फसल के रूप में की जाती है। इससे प्राप्त घनकंदों तथा गांठों का प्रयोग शाक की तरह करते हैं।

time-read
3 mins  |
1st March 2025
पौधों के प्रजनन में परागण की भूमिका
Modern Kheti - Hindi

पौधों के प्रजनन में परागण की भूमिका

परागण किसी भी पुष्पीय पौधे के जीवन चक्र का एक महत्वपूर्ण चरण है, जिससे निषेचन और बीज निर्माण की प्रक्रिया पूरी होती है।

time-read
4 mins  |
1st March 2025
केरल कृषि विश्वविद्यालय ने बीज रहित तरबूज किया विकसित
Modern Kheti - Hindi

केरल कृषि विश्वविद्यालय ने बीज रहित तरबूज किया विकसित

केरल कृषि विश्वविद्यालय के सब्जी विज्ञान विभाग ने तरबूज की ऐसी किस्म विकसित की है, जो अपने रंग और बिना बीजों की वजह से चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल, नई किस्म के तरबूज का गुद्दा लाल की बजाये ऑरेंज कलर का है।

time-read
1 min  |
1st March 2025
कृषि विविधीकरण में सूरजमुखी सहायक
Modern Kheti - Hindi

कृषि विविधीकरण में सूरजमुखी सहायक

सूरजमुखी विश्व की प्रमुख तिलहन फसल है, जिसका मूल स्रोत उत्तरी अमेरिका है।

time-read
5 mins  |
1st March 2025