सामान्य विवरण
रूबर्ब के डंठल का रंग आमतौर पर पहचाने जाने वाले गहरे लाल रंग से लेकर धब्बों के साथ हल्के गुलाबी से लेकर सादे हल्के हरे रंग तक हो सकता है। रूबर्ब एक बारहमासी पौधा है जो ठंडी जलवायु में पनपता है और सूखे और सर्दी को सहन करता है। खाने योग्य डंठल और पत्तियाँ वसंत ऋतु में उभरने वाले पहले अंकुर हैं। यह प्रति 100 ग्राम खाद्य भाग में कार्बोहाइड्रेट (3.8 ग्राम), प्रोटीन (0.74 ग्राम), फाइबर (1.75 ग्राम) और वसा (0.13 ग्राम) और कैल्शियम (130 मिलीग्राम) और पोटेशियम (360 मिलीग्राम) जैसे खनिजों का अच्छा स्रोत है। रूबर्ब की कई किस्मों में फ्लेवोनोइड्स, एन्थ्राक्विनोन, ग्लाइकोसाइड्स, टैनिन, वाष्पशील तेल और सैपोनिन जैसे बायोएक्टिव पदार्थ होते हैं। रूबर्ब की रासायनिक संरचना में एंथ्राक्विनोन, एंथ्रोन, स्टिलबेन, टैनिन, पॉलीसेकेराइड आदि शामिल हैं, जो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विनियमन, एंटीकैंसर और रोगाणुरोधी गुणों, हेपेटोप्रोटेक्शन, कार्डियोवास्कुलर और सेरेब्रोवास्कुलर एंटी-इंफ्लेमेटरी सुरक्षा आदि सहित व्यापक औषधीय गतिविधियों को दर्शाते हैं। रूबर्ब के प्राथमिक गुण गुणवत्ता स्वाद और सुगंध है, जो इसके रासायनिक घटकों से प्रभावित होती है।
Denne historien er fra October 15, 2023-utgaven av Modern Kheti - Hindi.
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मृदा में नमी की जांच और फायदे
नरेंद्र कुमार, संदीप कुमार आंतिल2, सुनील कुमार। और हरदीप कलकल 1 1 कृषि विज्ञान केंद्र सिरसा, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय 2 कृषि विज्ञान केंद्र, सोनीपत, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय
निस्तारण की व्यावहारिक योजना पर हो अमल
पराली जलाने से हुए प्रदूषण से निपटने के दावे हर साल किए जाते हैं, लेकिन आज तक इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकल सका है। यह समस्या हर साल और विकराल होती चली जा रही है।
खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए कारगर है कृषि वानिकी
जैसे-जैसे विश्व की आबादी बढ़ती जा रही है, लोगों की खाद्य और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने की चुनौती भी बढ़ रही है।
बढ़ा बजट उबारेगा कृषि को संकट से
साल था 1996 चुनाव परिणाम घोषित हो चुके थे और अटल बिहारी वाजपेयी को निर्वाचित प्रधानमंत्री के रुप में घोषित किया जा चुका था।
घट नहीं रही है भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि की 'प्रधानता'
भारतीय अर्थव्यवस्था में एक विरोधाभास पैदा हो गया है। तेज आर्थिक विकास दर के फायदे कुछ लोगों तक सीमित हो गए हैं जबकि देश की आबादी का बड़ा हिस्सा कृषि पर निर्भर है।
कृषि विकास का राह सहकारिता
भारत को 2028 तक पांच खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का इरादा है और इसमें जिन तत्वों और सैक्टर के योगदान की जरुरत पड़ेगी, उनमें एक है सहकारिता क्षेत्र।
मधुमक्खियां भी हो रही हैं प्रभावित हवा प्रदूषण से
सर्दियों का मौसम आते ही देश के कई हिस्से प्रदूषण की आगोश में समा गए हैं, खासकर देश की राजधानी दिल्ली जहां सांसों का आपातकाल लगा हुआ है।
ज्वार की रोग एवं कीट प्रतिरोधी नई किस्म विकसित
भारत श्री अन्न या मोटे अनाज का प्रमुख उत्पादक है और निर्यात के मामले में भी हमारा देश दूसरे पायदान पर है।
खरपतवारों के कारण होता है फसली नुकसान
खरपतवार प्रबंधन पर एक संयुक्त अध्ययन में खुलासा हुआ है कि हर साल भारत में फसल उत्पादन में करीब 192,202 करोड़ रुपये का नुकसान खरपतवारों के कारण होता है।
जलवायु परिवर्तन बनाम कृषि विकास...
कृषि और प्राकृतिक स्रोतों पर आधारित उद्यम न केवल भारत बल्कि ज्यादातर विकासशील देशों की आर्थिक उन्नति का आधार हैं। कृषि क्षेत्र और इसमें शामिल खेत फसल, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य पालन, पॉल्ट्री संयुक्त राष्ट्र के दीर्घकालिक विकास लक्ष्यों खासकर शून्य भूखमरी, पोषण और जलवायु कार्रवाई तथा अन्य से जुड़े हुए हैं।