
इस तकनीक की पुष्टि करने वाले इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर द सेमी- एरिड ट्रॉपिक्स (ICRISAT) के अनुसार, एक नए फास्ट-ब्रीडिंग प्रोटोकॉल से वैज्ञानिकों के लिए तेज गति से फसल की बेहतर गुणवत्ता वाली किस्मों को विकसित करना आसान हो जाएगा। अरहर की ये नई प्रजातियां एशिया और अफ्रीका के शुष्क क्षेत्रों में खाद्य सुरक्षा लाने में महत्वपूर्ण होंगी, ICRISAT ने बायोमेड सेंट्रल, स्प्रिंगर नेचर के जर्नल प्लांट मेथड्स में प्रकाशित रिपोर्ट में उल्लेख किया है।
आमतौर पर, अरहर की एक नई किस्म विकसित करने में प्रजनन, परीक्षण और रिहाई में लगभग 13 साल लगते हैं। आईसीआरआईएसएटी वैज्ञानिकों ने एक प्रयोग किया जिससे पता चला कि प्रजनन चक्र जिसमें लगभग सात साल लगते हैं, को दो-चार साल तक कम किया जा सकता है।
Denne historien er fra 1st April 2024-utgaven av Modern Kheti - Hindi.
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कृषि में डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्राप्त करने वाली 'मिलेट क्वीन' - रायमती घुरिया
ओडिशा के कोरापुट जिले की 36 वर्षीय आदिवासी महिला किसान रायमती घुरिया को कृषि क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है।

फसलों में सूक्ष्म पोषक तत्वों का महत्व
बढ़ती हुई जनसंख्या की मांग पूरी करने के लिए अधिक उत्पादन जरुरी है, प्रत्येक फसल के बाद भूमि में पोषक तत्वों की जो कमी आती है, उनकी पूर्ति करना आवश्यक है, वरना भूमि की उपजाऊ शक्ति व पैदावार में कमी आयेगी।

फलों के पेड़ लगाने की करें तैयारी
कंपनियों के झूठे प्रचार ने पंजाबियों को दूध, लस्सी और घी से दूर कर दिया है। रात को सोने से पहले एक गिलास दूध पीना पुरानी बात हो गई है।

गेहूं के प्रमुख कीटों की रोकथाम कैसे करें ?
गेहूं भारत की प्रमुख खाद्य फसल है।

"बीज व्यवसाय एवं गुणवत्ता का द्वंद्व"
कृषि उत्पाद के लिये बीज मूल्यवान एवं असरदार माणिक्य है।

नैनो यूरिया के प्रयोग के प्रति बढ़ रहे खदशे
किसानों एवं सरकार को हर वर्ष पारंपरिक दानेदार यूरिया खाद की कमी से जूझना पड़ता है। शायद ही कोई ऐसा वर्ष हो जब यूरिया की निर्विघ्न सप्लाई हुई हो।

घुइया या अरवी की खेती में कीट एवं रोगों का प्रबंधन
परिचय : अरवी की खेती उत्तरी भारत में नगदी फसल के रूप में की जाती है। इससे प्राप्त घनकंदों तथा गांठों का प्रयोग शाक की तरह करते हैं।

पौधों के प्रजनन में परागण की भूमिका
परागण किसी भी पुष्पीय पौधे के जीवन चक्र का एक महत्वपूर्ण चरण है, जिससे निषेचन और बीज निर्माण की प्रक्रिया पूरी होती है।

केरल कृषि विश्वविद्यालय ने बीज रहित तरबूज किया विकसित
केरल कृषि विश्वविद्यालय के सब्जी विज्ञान विभाग ने तरबूज की ऐसी किस्म विकसित की है, जो अपने रंग और बिना बीजों की वजह से चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल, नई किस्म के तरबूज का गुद्दा लाल की बजाये ऑरेंज कलर का है।

कृषि विविधीकरण में सूरजमुखी सहायक
सूरजमुखी विश्व की प्रमुख तिलहन फसल है, जिसका मूल स्रोत उत्तरी अमेरिका है।