पिछले 3 दिन से लगातार बारिश हो रही थी, जिस की वजह से सोनू बाहर खेलने नहीं जा सका था. उस दिन जब बारिश बंद हुई, तो सोनू बहुत खुश हुआ.
“मम्मी, मैं दोस्तों के साथ बाहर खेलने जा रहा हूं, ' सोनू ने मम्मी से कहा.
जब वह बाहर निकलने लगा, तो मम्मी ने उसे एक लिफाफा देते हुए कहा, “सोनू, तुम खेल के मैदान में जाने से पहले यह लिफाफा पोस्ट कर देना."
“लेकिन मम्मी, नजदीकी पोस्टबौक्स तो बहुत दूर है. मैं बारिश होने से पहले अपने दोस्तों के साथ खेलना चाहता हूं. मैं यह लिफाफा कल पोस्ट कर दूंगा,” सोनू ने कहा.
“रक्षाबंधन में अब 6 दिन ही रह गए हैं. इस लिफाफे में मेरे भाई के लिए राखी है. यदि आज इसे पोस्ट नहीं किया गया, तो पहुंचने में देर हो जाएगी.
"तुम साइकिल से चले जाओ, 20 मिनट में पहुंच जाओगे,” मम्मी ने कहा.
सोनू अनमने मन से लिफाफा ले कर निकल गया. 10 मिनट बाद ही वह वापस आ गया और अपनी साइकिल खड़ी कर दी.
“मैं अब खेलने जा रहा हूं, मम्मी,” उस ने चिल्ला कर कहा और बाहर जाने लगा.
“तुम बहुत जल्दी वापस आ गए. क्या तुम ने लिफाफे को पोस्टबौक्स में डाल दिया?" बड़ी बहन संजू ने हैरानी से पूछा.
“हां, मैं ने साइकिल तेजी से चलाई इसलिए जल्दी वापस आ गया,” सोनू ने जवाब दिया.
“वह पोस्टबौक्स तो बहुत दूर है. तुम इतनी जल्दी कैसे वापस आ गए?” संजू ने पूछा.
“मैं मेन रोड से नहीं गया. मैं पार्क के छोटे रास्ते से गया,” सोनू बोला.
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