"मुझे पता है," ब्रूटस ने रोते हुए कहा, "काश, सांता क्लौज हमारे लिए भी उपहार ले कर आता."
"ओह, सांता हमारे लिए कभी गिफ्ट नहीं लाया है और न कभी लाएगा. हम जानेमाने शरारती हैं. अब मुझे लगता है कि हम में से किसी एक को सांता बनना होगा और गिफ्ट बांटने के बहाने चंपकवन जाना होगा," ब्राउनी ने कहा.
ब्रूटस ने जवाब दिया, "हम मुश्किल से अपना भोजन जुटा पाते हैं, तो फिर हम गिफ्ट कहां से खरीदेंगे? इस के अलावा हमें चंपकवन से धक्के मार कर निकाल दिया गया था. क्या तुम यह भूल गए हो?"
"मैं कैसे भूल सकता हूं? इसीलिए मैं सांता बन कर उन्हें सबक सिखाना चाहता हूं."
अगले दो दिन में ब्राउनी ने सांता की पोशाक बनवाई, जिसे उस ने जंगली जामुन को कुचल कर उस के लाल रंग में रंग दिया.
फिर उस ने अपनी पोटली में बच्चों के खिलौने, कपड़े और कई तरह के गिफ्टों से एक बैग भरा और ब्रूटस के साथ अपनी पुरानी बाइक पर चंपकवन की ओर चल पड़ा. कुछ दूरी पर बाइक खड़ी कर जैसे ही ब्राउनी चंपकवन में प्रवेश करने वाला था उस ने एक आवाज सुनी.
"रुको, तुम कौन हो और इस समय चंपकवन में तुम्हारा क्या काम है?" वन के प्रवेशद्वार पर गार्ड केशव भालू ने उसे रोकते हुए पूछा..
"हो... हो... हो, मैं सांता क्लौज हूं," ब्राउनी ने आवाज में कहा, "मैं चंपकवन के बच्चों को गिफ्ट देने आया हूं."
"तुम्हारे बैग में क्या है? दिखाओ मुझे," केशव ने संदेह से कहा तो ब्राउनी ने बैग खोला और अंदर खिलौने, कपड़े व अन्य गिफ्ट देखे. केशव ने कहा,
"ठीक है, तुम चंपकवन में प्रवेश कर सकते हो, लेकिन तुम्हारे पास मेरे लिए क्या गिफ्ट है?"
"केशव, तुम्हारे लिए एक खास तोहफा है," ब्राउनी ने कहा और अपने बैग से एक पेस्ट्री निकाली.
केशव के मुंह में यह देख कर पानी आ गया. उस ने पेस्ट्री उठाई और उसे अपने मुंह में ठूंस लिया. पेस्ट्री में नींद की दवा मिली हुई थी इसलिए केशव जोर से खर्राटे लेते हुए जमीन पर गिर गया.
"तुम यहीं रुको और केशव पर नजर रखो, मैं अंदर जाकर सांता वाला जादू पैदा करूंगा, जल्दी ही सबकुछ ठीक हो जाएगा ब्रूटस," ब्राउनी ने कहा और चंपकवन में प्रवेश किया.
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