भौंरे का दोस्त
Champak - Hindi|March Second 2023
बच्चों की कहानी
पूनम पांडे
भौंरे का दोस्त

बोबो भौंरा बहुत दयालु था और हमेशा सब की मदद करता था. बन्नी भी उस का दोस्त था, लेकिन उस का व्यवहार बोबो जैसा नहीं था. वह स्वार्थी और तुनकमिजाजी था. वह सब की आलोचना करता और भूल कर भी कभी किसी की सहायता नहीं करता था.

बोबो की उस से दोस्ती थी. बोबो जानता था कि बन्नी के गुस्सैल स्वभाव की वजह से कोई भी उस का दोस्त नहीं बनेगा. 'यदि गुलाब कांटों से दोस्ती कर सकता है तो वह क्यों नहीं कर सकता? मैं हमेशा बन्नी से दोस्ती रखूंगा, ' उस ने सोचा.

वह अकसर बन्नी को समझाता था कि हर किसी की मदद के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए. बन्नी अपनी धुन में 'गुनगुनाया और एक कान से बोबो की बातें सुनीं और दूसरे से बाहर निकाल दी. वह बोबो के साथ चला गया. वह अपने आप में खुश रहता था. एक दिन दोनों बगीचे में मजे से इधरउधर घूम रहे थे. तभी उन्होंने देखा कि एक गिलहरी अपने बिल में रो रही है. शायद वह बीमार थी.

बोबो उस के पास गया और उस से पूछा कि क्या हुआ है?

उस ने बताया कि उस की मां उसे छोड़ कर कहीं चली गईं है.

Denne historien er fra March Second 2023-utgaven av Champak - Hindi.

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