पंजाब राज्य के लुधियाना जिले का पारा तब और बढ़ गया था, जब सीएमएस इंफो सिस्टम लिमिटेड में हुई 11 करोड़ रुपए की डकैती की खबर फिजा में फैली थी. उस समय सुबह के 7 बज रहे थे, जब सीएमएस के प्रबंधक प्रवीण कुमार ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी थी.
सूचना सुन कर कंट्रोल रूम में ड्यूटी पर तैनात एसआई सुशील के तो जैसे हाथपांव ही फूल गए थे. सूचना थी ही ऐसी, जिसे सुन कर हर कोई हैरान हो सकता था और सुशील भी ऐसे उछले थे. फौरन उन्होंने वायरलैस सेट के जरिए जिले के सभी थानों को सूचित कर दिया. वह इलाका थाना सराभा नगर के न्यू राजगुरु नगर में पड़ता था.
न्यू राजगुरु नगर स्थित सीएमएस दफ्तर में हुई 11 करोड़ रुपए की डकैती की सूचना मिलते ही पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह के भी जैसे होश उड़ गए. उन्होंने सब से पहले जिले की सभी सीमाओं को सील करने का आदेश दिया, ताकि बदमाश जिला छोड़ कर बाहर भाग न सकें. क्योंकि 11 करोड़ रुपए कोई छोटीमोटी रकम नहीं होती है, फिर बड़े पुलिस अफसरों के सवालों के जबाव देने में उन्हें मुश्किल हो सकती थी.
जंगल में आग की तरह यह खबर जिले में फैल चुकी थी सीएमएस इंफो सिस्टम लिमिटेड, जो एटीएम मशीनों में रुपए रखने का काम करती है, के यहां रात 9/10 जून, 2023 की रात को इस डकैती की वारदात को अंजाम दिया. डकैत कैश बाक्स से 11 करोड़ रुपए लूट कर सीएमएस कंपनी की कैश वैन में रख कर फरार हो गए.
हड़कंप मचा देने वाली यह खबर जिले से होते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सिंह और डीजीपी गौरव यादव तक पहुंच चुकी थी.
मुख्यमंत्री भगवंत मान सिंह ने डीजीपी गौरव यादव को आड़े हाथों लेते हुए अपनी नाराजगी जताई थी कि किसी भी कीमत पर घटना का जल्द से जल्द परदाफाश होना चाहिए और अपराधियों के मनोबल को धूल में मिला देना होगा. मुझे जल्द से जल्द इस का सकारात्मक रिजल्ट चाहिए.
मुख्यमंत्री भगवंत मान के आदेशों का पालन करते हुए डीजीपी गौरव यादव ने लुधियाना के पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू को आदेश दिया कि लुधियाना की पूरी पुलिस फोर्स लगा दो, हर कीमत पर आरोपी पकड़े जाने चाहिए और रकम की भी रिकवरी होनी चाहिए. ये पुलिस की साख का प्रश्न है.
Denne historien er fra August 2023-utgaven av Manohar Kahaniyan.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent ? Logg på
Denne historien er fra August 2023-utgaven av Manohar Kahaniyan.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
तांत्रिक के बहकावे में दी बेटी की बलि
मामला मुजफ्फरनगर के भोपा थाना क्षेत्र का है. यहां बेलदा गांव में रहने वाला गोपाल कश्यप और उस की बीवी ममता पर अपनी एक माह की बेटी की बलि देने का आरोप है. पुलिस के अनुसार दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है.
दूसरे धर्म के प्रेमी ने की हत्या
सलीम नाम के युवक ने अपने दोस्तों के साथ मिल कर 19 साल की अपनी प्रेग्नेंट प्रेमिका की हत्या कर शव दफना दिया. को खुलासा तब हुआ, जब 26 अक्तूबर किशोरी का शव बरामद किया गया.
बीवी की हत्या से खुला दोस्त की पत्नी की हत्या का राज
बीवी ब्यूटीशियन और पति एक नंबर का नशेड़ी और बेशर्म. ऊपर निकम्मा व बेरोजगार. आखिर कितने दिन निभती. उन की जिंदगी के मैदान से ले कर मन तक में भी कोहराम मच गया था.
भाई ने कर दी भाई की हत्या
भाभी का देवर से हंसीमजाक बहुत ही 'सामान्य बात है, किंतु यही जब अवैध संबंध में बदल जाता है, तब मानो दोनों के सिर से पानी गुजरने जैसी स्थिति बन जाती है.
हनीट्रैप गैंग में ऐसे फंसते थे लोग
जेल से छूटने के बाद फिरोज ने 7 लोगों के साथ हनीट्रैप का एक गैंग बना लिया था. गैंग में शामिल निशा और जुनैदा फोन से नए लोगों से बात कर दोस्ती करतीं और शारीरिक संबंध बनाने के लिए किसी होटल में बुलाती थीं. इस के आगे का काम गैंग के अन्य सदस्य करते थे. फिर शुरू होती थी शिकार से लाखों रुपए की वसूली. आप भी जानें कि ऐसे गैंग से कैसे बचा जाए?
बड़ौदा के महाराजा का जहरीला कारनामा
बड़ौदा के 11वें शासक मल्हारराव गायकवाड़ के शासन में गुंडागर्दी और अराजकता चरम पर पहुंच गई थी. तब अंगरेज शासकों ने राबर्ट फेयर को रेजीडेंट के रूप में नियुक्त किया. लेकिन मल्हारराव ने जिस तरह राबर्ट फेयर को मारने की कोशिश की, वह उन्हीं के गले की ऐसी फांस बन गई कि .....
महानगरों में जड़ें जमाता ड्रग्स का कारोबार
गुजरात ऐसा राज्य है, जहां पर सुशासन क दुहाई देने वाली भाजपा की सरकार लंबे समय से है. इस के बावजूद इस राज्य के बंदरगाह पर भारी मात्रा में ड्रग्स पकड़ी जा रही है. यहीं से ड्रग्स अन्य राज्यों में पहुंचाई जाती है. महानगरों के युवा बड़ी तेजी से ड्रग्स की गिरफ्त में आखिर क्यों आते जा रहे हैं?
साधु के भेष में मिला 300 करोड़ का घोटालेबाज
300 करोड़ रुपए का घोटाला कर एक क्रेडिट सोसाइटी का डायरेक्टर साधु बन कर मंदिरों में प्रवचन करने लगा. पुलिस की आंखों में 14 महीने से धूल झोंक रहे इस नटवरलाल को दबोचने के लिए आखिर कैसा कैसा चोला धारण करना पड़ा? पढ़िए, इस रोचक कहानी में....
इश्क में अंधे वकील ने ली बीवी की जान
कहने को तो विशाल चौहान कानून का रखवाला था, लेकिन उस ने बीवी बच्चों के रहते न सिर्फ छोटे भाई की पत्नी को फांस रखा था, बल्कि दोस्त की बहन से शादी करने की तैयारी कर रहा था. एक ने वकील होते हुए उस ने कानून तोड़ने का जो दुस्साहस किया था, उस के अंजाम में उस की 35 वर्षीय पत्नी वर्षा गोलियों का शिकार हो गई. आखिर किस कदर बिछती चली गई जुर्म की बिसात? पढ़ें, सब कुछ इस कथा में....
विवाहिता के प्यार में 4 हत्याएं
सरकारी टीचर सुनील गौतम अपनी पत्नी पूनम भारती और 2 बेटियों के साथ अमेठी में रहता था. वह अपने काम से काम रखता था. फिर एक दिन किसी ने सुनील, उस की पत्नी और दोनों बेटियों को घर में घुस कर गोलियों से भून डाला. आखिर कौन था हत्यारा और क्यों की उस ने ये हत्याएं ?