कोटा में मौत को गले लगाते होनहार
Manohar Kahaniyan|October 2023
कोटा इंजीनियरिंग और डाक्टरी की कोचिंग का हब बन चुका है. तमाम पेरेंट्स को यही उम्मीद होती है कि कोटा में कोचिंग के लिए गया उन का बच्चा नीट या जेईई की परीक्षा आसानी से पास कर लेगा. लेकिन सफलता तो बहुत दूर अनेक बच्चे पढ़ाई के दौरान मौत को गले लगा रहे हैं. आखिर ऐसे क्या कारण हैं, जो कोटा में होनहारों की आत्महत्या करने की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है?
स्नेहा सिंह
कोटा में मौत को गले लगाते होनहार

रवाजा नहीं खुला तो मनजोत के दोस्त ने अपने अन्य दोस्तों को बुला लिया. सभी ने वार्डन यानी हौस्टल के इंचार्ज को सूचना दी. अनहोनी के बारे में सोच कर वार्डन ने हौस्टल प्रशासन और थाना विज्ञान नगर पुलिस को सूचना दी. सभी ने आ कर दरवाजा तोड़ा तो अंदर 18 साल के मासूम मनजोत सिंह की लाश पड़ी थी.

मनजोत सिंह की मौत की खबर उस के दोस्त ने घर वालों को बता दी. घर वालों के पहुंचने पर जब पुलिस कमरे में घुसी तो मनजोत की लाश बैड पर पड़ी थी. उस के दोनों हाथ पीछे बंधे थे. उस के मुंह पर पौलीथिन बंधी थी. कमरे में पीले रंग की 3 पर्चियों पर अंगरेजी में सुसाइड नोट लिखा था. एक परची पर केवल 'सौरी' लिखा था तो दूसरी परची पर 'हैप्पी बर्थडे पापा' लिखा था और तीसरी परची पर लिखा था कि 'मैं ने जो भी किया है, अपनी मरजी से किया है तो प्लीज मेरे दोस्तों और पेरेंट्स को परेशान न करें.'

घर वालों के सामने पुलिस ने मनजोत की लाश कब्जे में ले कर पोस्टमार्टम के लिए कोटा के एमबीएस अस्पताल भिजवा दी. इस के बाद घर वालों ने मोर्चरी पर जा कर हंगामा शुरू कर दिया.

मनजोत के घर वालों ने कोचिंग संस्थान, हौस्टल के केयरटेकर और उस के एक क्लासमेट पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मनजोत ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उस की हत्या की गई है.

यह कहानी है उत्तर प्रदेश के शहर रामपुर के रहने वाले मनजोत सिंह की, जो कोटा में रह कर कोचिंग कर रहा था. 10वीं में अच्छे नंबर आते ही हरजोत सिंह छाबड़ा ने तय कर लिया था कि वह अपने बेटे मनजोत सिंह को डाक्टर बनाएंगे. इस के लिए उन्होंने बेटे से कह भी दिया था कि वह 12वीं में खूब मेहनत करे.

मनजोत भी डाक्टर बनना चाहता था, इसलिए उस ने 12वीं में जम कर मेहनत की. बेटे को पढ़ाई में कोई दिक्कत न हो, इस के हरजोत सिंह ने उस का दाखिला एक कोचिंग इंस्टीट्यूट में भी करा दिया था.

अब मनजोत सुबह स्कूल जाता. स्कूल से लौट कर खापी कर होमवर्क करने बैठ जाता. जितना होमवर्क हो पाता, उतना करता. होमवर्क करतेकरते ही कोचिंग जाने का समय हो जाता. कभी होमवर्क कम रहता तो कभी पूरा हो जाता. जिस दिन होमवर्क ज्यादा होता, छोड़ कर कोचिंग चला जाता था.

Denne historien er fra October 2023-utgaven av Manohar Kahaniyan.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

Denne historien er fra October 2023-utgaven av Manohar Kahaniyan.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

FLERE HISTORIER FRA MANOHAR KAHANIYANSe alt
रेप के बाद नर्स का मर्डर
Manohar Kahaniyan

रेप के बाद नर्स का मर्डर

एक तरफ पश्चिम बंगाल में ट्रेनी डाक्टर के साथ रेप और मर्डर की दरिंदगी का मामला पूरे देश में तूल पकड़े हुए था तो दूसरी तरफ उत्तराखंड में भी वैसी ही बर्बरता का मामला सामने आ गया. ड्यूटी से वापस अपने घर जा रही नर्स का अज्ञात लोगों ने अपहरण कर उस का रेप करने के बाद मर्डर कर दिया.

time-read
1 min  |
September 2024
धार्मिक आयोजन के बाद हत्या
Manohar Kahaniyan

धार्मिक आयोजन के बाद हत्या

रायबरेली के नसीराबाद थाना क्षेत्र में 11 अगस्त, 2024 को अर्जुन पासी की हत्या धार्मिक आयोजन पर हुए विवाद को ले कर कर दी गई.

time-read
1 min  |
September 2024
5 लाख के लालच में काट लाया सिर
Manohar Kahaniyan

5 लाख के लालच में काट लाया सिर

अंधविश्वास में दिल्ली का एक युवक ऐसा फंसा कि उस ने दूसरे युवक की हत्या कर डाली. लालच 5 लाख रुपए बनाने का था, जो तंत्रमंत्र क्रिया पूरी होने के बाद मिलने वाले थे. इस के तहत एक युवक को किसी युवक का सिर काट कर लाने का औफर दिया गया था.

time-read
1 min  |
September 2024
इंटरनैशनल किडनी गैंग
Manohar Kahaniyan

इंटरनैशनल किडनी गैंग

डा. डी. विजया राजकुमारी की देखरेख में चल रहा किडनी गैंग गरीब लोगों की किडनी 4-5 लाख में खरीद कर 35-40 लाख रुपए में बेचता था. आप भी जानें कि गैंग के सदस्य भारत के ही नहीं, बल्कि बांग्लादेश के लोगों को किस तरह अपने जाल में फांस कर अपने काम को अंजाम देते थे.

time-read
4 mins  |
September 2024
ड्रम के नंबर से सुलझी मर्डर मिस्ट्री
Manohar Kahaniyan

ड्रम के नंबर से सुलझी मर्डर मिस्ट्री

हत्यारे ने 33 वर्षीय धर्मिष्ठा की हत्या कर ड्रम में डाल कर ऊपर से सीमेंट कंक्रीट का घोल भर दिया था, जिस से लाश पूरी तरह से सेट हो गई थी. आखिर, ड्रम के नंबर के आधार पर पुलिस हत्यारे तक पहुंच ही गई. कौन था हत्यारा, उस ने धर्मिष्ठा की हत्या क्यों की और लाश ठिकाने लगाने का उस ने ऐसा नायाब तरीका क्यों अपनाया?

time-read
4 mins  |
September 2024
सऊदी से लौटे प्रेमी को मौत का तोहफा
Manohar Kahaniyan

सऊदी से लौटे प्रेमी को मौत का तोहफा

26 वर्षीय मोहम्मद वसीम अंसारी अपनी 17 वर्षीया गर्लफ्रेंड नरगिस से मिलने के लिए बेताब था. उस से मिलने की खातिर वह सऊदी अरब से इंडिया आया. यहां उस की 17 टुकड़ों में कटी लाश पुलिस ने बरामद की. आखिर किसने और क्यों की वसीम अंसारी की हत्या?

time-read
3 mins  |
September 2024
एक टुकड़ा सुख
Manohar Kahaniyan

एक टुकड़ा सुख

संस्था में सुनील से मुलाकात के होने के बाद मुक्ता के मन में संस्था से निकल कर अपनी लाइफ को अपनी तरह से जीने की उम्मीद जागी थी. सुनील ने भी उस की सोच को नए पंख दे दिए थे. लेकिन यह पंख भी मुक्ता को एक टुकड़ा सुख से ज्यादा कुछ न दे सके.

time-read
5 mins  |
September 2024
7 अजूबों से कम नहीं ये होनहार बच्चे
Manohar Kahaniyan

7 अजूबों से कम नहीं ये होनहार बच्चे

प्रतिभा न तो उम्र की मोहताज होती है और न ही सुखसुविधाओं की कुछ करने का जज्बा और हौसला हो तो दुनिया में कोई भी काम असंभव नहीं है. भारत के कम उम्र के कुछ बच्चों ने कुछ ऐसा कमाल अपनी प्रतिभा से कर दिखाया है कि दुनिया दांतों तले अंगुली दबा रही है.

time-read
5 mins  |
September 2024
प्रेमियों के साथ मिटाया सिंदूर
Manohar Kahaniyan

प्रेमियों के साथ मिटाया सिंदूर

2 बच्चों की मां पूजा संखवार एक नहीं बल्कि 3-3 प्रेमियों के साथ गुलछर्रे उड़ा रही थी. ससुराल वालों ने जब उस पर लगाम लगाने की कोशिश की तो उस ने अपने तीनों प्रेमियों के साथ मिल कर ऐसी खूनी योजना को अंजाम दिया कि...

time-read
4 mins  |
September 2024
जांघ पर गुढे 22 टैटुओं में छिपा गुरु की मौत का रहस्य
Manohar Kahaniyan

जांघ पर गुढे 22 टैटुओं में छिपा गुरु की मौत का रहस्य

स्पा सेंटर में सोशल एक्टिविस्ट गुरु सिद्धप्पा वाघमारे की हत्या की जांच करने पुलिस पहुंची तो वाघमारे की दोनों जांघों पर 22 नामों के टैटू गुदे हुए थे. जांच में पता चला कि वे सभी नाम उस के दुश्मनों के थे. रोमांच से भरी इस कहानी में आप भी जानें कि टैटुओं के सहारे हत्यारों तक कैसे पहुंची पुलिस?

time-read
6 mins  |
September 2024