24 मई, 2024, दिन शुक्रवार. मुंबई की सेशन कोर्ट में 13 साल पहले ईगतपुरी के फार्महाउस में हुई 6 लोगों की हत्या का फैसला सुनाया जाना था. यह 6 लोग थे बौलीवुड की मशहूर ऐक्ट्रैस लैला खान (31 वर्ष), मां सेलिना खान (51 वर्ष), बहन अजमीना (32 वर्ष), जुड़वा भाईबहन इमरान और जारा (दोनों 25 वर्ष) कजिन रेशमा 24 वर्ष.
मुंबई से 130 किलोमीटर की दूरी पर ईगतपुरी में ऐक्ट्रैस लैला खान का फार्महाउस था. ये 6 हत्याएं फार्महाउस में ही की गई थीं, जिस का सुराग डेढ़ साल बाद लगा. इन 6 हत्याओं का दोषी सेलिना खान का तीसरा पति परवेज टाक था. उस पर मई महीने की शुरुआत में आरोप सिद्ध हो गया था. अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था. 24 मई को अंतिम बहस के बाद परवेज टाक को अदालत की ओर से सजा दी जा सकती थी.
परवेज टाक को उम्रकैद मिलती है या फांसी, इसी फैसले का इंतजार कोर्टरूम में मौजूद सभी लोगों को था. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सचिन बलवंत पवार अपने चैंबर में आ चुके थे.
अदालती कारवाई देखने के लिए कोर्टरूम पूरी तरह भर गया था. कोर्टरूम में पांव रखने की भी जगह नहीं बची थी. इन में सेलिना खान के दोनों पति और परवेज टाक के बीवी बच्चे तथा बूढ़ी मां भी थी. परवेज टाक कोर्ट के कटघरे में सिर झुका कर खड़ा था. वह पहले से ही शादीशुदा और 2 बच्चों का बाप था.
जज महोदय ने अदालत की काररवाई शुरू करने का इशारा किया तो परवेज टाक के वकील ने उठ कर कोट दुरुस्त करते हुए झुक कर जज साहब को अभिवादन किया फिर परवेज टाक के पास पहुंच कर बहुत सधे हुए शब्दों में कहना शुरू किया, "मी लार्ड ! मेरा मुवक्किल परवेज टाक दुबलापतला डेढ़ पसली का इंसान है. इस पर पुलिस ने 6 हत्याओं का दोष मढ़ा है. आप ही बताइए कि यह 6 लोगों की हत्याएं कैसे कर सकता है? यह तो..."
'मी लार्ड!" विशेष सरकारी वकील उज्जवल निकम ने अपनी जगह से उठ कर बचावपक्ष के वकील की बात काटते हुए कहा, “एक दुबलापतला व्यक्ति किसी की हत्या नहीं कर सकता, ऐसा कोई उदाहरण इतिहास में नहीं है. जब आदमी पर जुनून और क्रोध सवार होता है तो वह कुछ भी कर सकता है. फिर यह अकेला कहां था, उस वक्त इस का साथ सिक्योरिटी गार्ड शाकिर वाणी ने दिया था, जो फरार चल रहा है."
Denne historien er fra August 2024-utgaven av Manohar Kahaniyan.
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