मॉनसून वर्ष का सबसे प्रतीक्षित समय होता है, जो की गर्मी की चिलचिलाती धूप से बहुत वांछित और आवश्यक राहत लाता है। लेकिन जैसा कि कहते हैं ' अच्छी और बुरी चीजें हमेशा साथ-साथ आती हैं', इसलिए अधिकांश ताज़ा समय के साथ, मॉनसून बीमारियों और समस्याओं को भी अपने साथ लाता है। बरसात के बाद, मच्छर काफी बढ़ जाते हैं व मच्छरों से संबंधित विभिन्न संक्रमण, जैसे कि मलेरिया, डेंगू, वायरल आदि जैसी बीमारियां बहुत तेज़ी से फैल जाती है। इसके अलावा, असहनीय नमी के परिणामस्वरूप कई त्वचा रोग और बैक्टीरियल फंगल संक्रमण हो सकते हैं। लगातार त्वचा की स्थिति जैसे कि मुंहासे, कवक मॉनसून के मौसम के दौरान तेज होते हैं। इसके अलावा, कई बीमारियां भी हवा से पैदा होती हैं और संक्रमित पानी और भोजन से आसानी से फैलती हैं। फिट रहने के लिए हम सभी के लिए स्वस्थ पोषण आहार बनाना अनिवार्य हो जाता है। आइए जाने-माने एक्ट्रेस व न्यूट्रीशनिस्ट पवलीन गुजराल से सुनते हैं कि हमें मॉनसून के दौरान क्या लेना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
भरपूर पानी लें
मॉनसून में सबसे पहला और महत्वपूर्ण कदम यह है कि आप अपने शरीर को हाइड्रेट रखें । नमी के उच्च स्तर के कारण, हम दिन भर पसीना बहाते हैं और परिणामस्वरूप हमारा शरीर निर्जलित हो। जाता है। बहुत सारा पानी पीना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह शरीर से सभी विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करेगा और आपको संक्रमणों से लड़ने के लिए बढ़ावा देगा।
हमेशा घर के पके हुए भोजन का पालन करें
Denne historien er fra July 2024-utgaven av Sadhana Path.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent ? Logg på
Denne historien er fra July 2024-utgaven av Sadhana Path.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
तुलसी से दूर करें वास्तुदोष
हिन्दू धर्म में तुलसी का पौधा हर घर-आंगन की शोभा है। तुलसी सिर्फ हमारे घर की शोभा ही नहीं बल्कि शुभ फलदायी भी है। कैसे, जानें इस लेख से।
क्यों हुआ तुलसी का विवाह?
कार्तिक शुक्ल एकादशी को तुलसी पूजन का उत्सव वैसे तो पूरे भारत में मनाया जाता है, किंतु उत्तर भारत में इसका कुछ ज्यादा ही महत्त्व है। नवमी, दशमी व एकादशी को व्रत एवं पूजन कर अगले दिन तुलसी का पौधा किसी ब्राह्मण को देना बड़ा ही शुभ माना जाता है।
बड़ी अनोखी है कार्तिक स्नान की महिमा
हिन्दू धर्म में पूर्णिमा का महत्त्वपूर्ण स्थान है। बारह पूर्णिमाओं में कार्तिक पूर्णिमा का महत्त्व सर्वाधिक है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
सिर्फ एक ही ईश्वर है और उसका नाम हैं सत्यः नानक
सिरवों के प्रथम गुरु थे नानक | अंधविश्वास एवं आडंबरों के विरोधी गुरुनानक का प्रकाश उत्सव अर्थात् उनका जन्मदिन कार्तिक पूर्णिमा को मनाया जाता है। गुरु नानक का मानना था कि ईश्वर कण-कण में व्याप्त है। संपूर्ण विश्व उन्हें सांप्रदायिक एकता, शांति एवं सद्भाव के लिए स्मरण करता है।
सूर्योपासना एवं श्रद्धा के चार दिन
भगवान सूर्य को समर्पित है आस्था का महापर्व छठ । ऐसी मान्यता है कि इस पर्व को करने से सूर्य देवता मनोकामना पूर्ण करते हैं। कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी को यह पर्व मनाया जाता है, जिस कारण इस पर्व का नाम छठ पड़ा। जानें इस लेख से छठ पर्व की महत्ता।
एक समाज, एक निष्ठा एवं श्रद्धा की छटा का पर्व 'छठ'
छठ की दिनोंदिन बढ़ती आस्था और लोकप्रियता इस बात का प्रमाण है कि कुछ तो विशेष है इस पर्व में जो सबको अपनी ओर खींच लेता है। पूजा के दौरान अपने लोकगीतों को गाते हुए, जमीन से जुड़ी परम्पराओं को निभाते हुए हर वर्ग भेद मिट जाता है। सबका एक साथ आकर बिना किसी भेदभाव के ईश्वर का ध्यान करना... यही तो भारतीय संस्कृति है, और इसीलिए छठ है भारतीय संस्कृति का प्रतीक।
जानें किड्स की वर्चुअल दुनिया
सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जाल में सिर्फ बड़े ही नहीं बच्चे भी फंसते जा रहे हैं, जिसका परिणाम यह है कि बच्चे धीरे-धीरे वर्चुअल दुनिया में ज़्यादा व्यस्त रहने की वजह से वास्तविक दुनिया से दूर होते जा रहे हैं।
सेहत के साथ लें स्वाद का लुत्फ
अच्छे खाने का शौकीन भला कौन नहीं होता है। खाना अगर स्वाद के साथ सेहतमंद भी हो तो बात ही क्या है। सवाल ये उठता है कि अपनी पसंदीदा खाद्य सामग्रियों का सेवन करके फिट कैसे रहा जाए?
लंबी सीटिंग से सेहत को खतरा
लगातार बैठना आज वजह बन रहा कई स्वास्थ्य समस्याओं की। इन्हें नज़र अंदाज करना खतरनाक हो सकता है। जानिए कुछ ऐसे ही परिणामों के बारे में-
योगा सीखो सिखाओ और बन जाओ लखपति
हमारे पास पैसे नहीं और ललक है लखपति बनने की, ऐसी चाह वाले व्यक्ति को हरदम लगेगा कि कैसे हम बनेंगे पैसे वाले। किंतु यकीन मानिए कि आप निश्चित रूप से लखपति बन सकते हैं केवल योगा का प्रशिक्षण लेकर और योगा सिखाने से ही।