कोई खराब से खराब स्थिति में खुश रह लेता है और कोई अच्छे से अच्छे माहौल में दुखी रहता है। जब दुख और उदासी के बादल हटने का नाम नहीं लेते, तब खुशी की अहमियत ज्यादा समझ आती है। पर, ये बात समझ जाना ही काफी नहीं होता है। सिर्फ सोच लेने भर से खुशियों से आपकी दोस्ती नहीं होगी। आपको इसके लिए हैप्पी हार्मोन्स को खुश करना होगा। अब आप सोच रही होंगी कि आखिर हैप्पी हार्मोन हैं क्या? आइए जानें क्या है ये हार्मोन और कैसे इसके निर्माण को शरीर में बढ़ावा दिया जाए:
क्या होते हैं हैप्पी हार्मोन?
हमारे शरीर में अलग-अलग ग्लैंड्स कई तरह के केमिकल का उत्पादन करते हैं। ये केमिकल ही हार्मोन का काम करते हैं। ये खून के साथ चलते हैं और शरीर की कई प्रक्रियाओं में मैसेंजर बन जाते हैं। इनके कई कामों में से एक है, मूड को ठीक रखना। मतलब ये हार्मोन खुशी महसूस करने में भी मदद करते हैं। यही वजह है कि इन्हें हैप्पी हार्मोन भी कहते हैं। ये हार्मोन हैं: डोपामाइन, एंडोर्फिन व ऑक्सीटोसिन आदि।
Denne historien er fra January 14, 2023-utgaven av Anokhi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent ? Logg på
Denne historien er fra January 14, 2023-utgaven av Anokhi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
एक पहनावा अलग-अलग अंदाज
आपका वॉर्डरोब कपड़ों से चाहे कितना भी भरा हुआ क्यों न हो, पर तय है कि आप भी अपने कपड़ों को कई बार पहनती ही होंगी। पर, क्या आपको एक ही कपड़े की स्टाइलिंग अलग-अलग तरीके से करनी आती है? कैसे इस काम में करें महारत हासिल, बता रही हैं
अब आप भी करेंगी नियमित व्यायाम
सेहतमंद शरीर और मन के लिए नियमित व्यायाम जरूरी है। इस बात से हम सब वाकिफ हैं। पर, क्या आपको नियमित व्यायाम की लत लग पाई है या फिर आप भी अन्य जिम्मेदारियों के कारण अपने व्यायाम से ही समझौता कर रही हैं? कैसे कुछ मेंटल ट्रिक्स इसमें आपके लिए हो सकते हैं मददगार, बता रही हैं
इंटरनेट की दुनिया में खुद को रखें महफूज
दुनिया भर में इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ा है, तो इसके माध्यम से अपराध के नए तौर-तरीके भी बढ़े हैं। पर, यहां भी भौतिक दुनिया की तरह ही अपराधों की आसान शिकार महिलाएं ही हैं। क्या हैं साइबर क्राइम और कैसे करें इन अपराधों की रिपोर्टिंग, बता रहे हैं साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट सचिन गुप्ता
समझें प्रसव का यह जरूरी संकेत
हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत | इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार गाइनेकोलॉजिस्ट देंगी आपके सवालों के जवाब। हमारी एक्सपर्ट हैं, डॉ. अर्चना धवन बजाज
मशरूम का मजेदार स्वाद
कम कैलोरी और ढेर सारे पोषक तत्वों से भरपूर मशरूम स्वाद के मामले में भी खास है। मशरूम से कैसे बनाएं स्वादिष्ट रेसिपीज बता रही है
समझ और समझदारी से बनेगी बात
जो बच्चा बात-बात में आपके गले लगता था, अब आप उसे गले लगाने के लिए भी तरस रही हैं। प्री-टीन का कुछ दौर ही ऐसा है। बच्चे की अपनी दुनिया बनने लगती है, जिसमें अभिभावक की जगह कम होने लगती है। बच्चे में आ रहे इस बदलाव को स्वीकारते हुए उसे कैसे दें सही परवरिश, बता रही हैं
खुद को आजाद कीजिए इस गिरफ्त से
तमाम कोशिशों के बावजूद अपराध बोध यानी गिल्ट महिलाओं का पीछा नहीं छोड़ता। हर बात के लिए हमें अपराध बोध होता है। कैसे इसकी गिरफ्त से खुद को निकालें, बता रही हैं
त्वचा को भी दीजिए सांस लेने का मौका
वो दिन गए, जब एक क्रीम चेहरे पर लगाकर त्वचा की देखभाल पूरी हो जाया करती थी। एक अध्ययन के मुताबिक महिलाएं अब एक दिन में 168 केमिकल अपने चेहरे और त्वचा पर लगा रही हैं। पर, क्या त्वचा पर इतने सारे प्रोडक्ट्स लगाना ठीक है? कैसे अपने स्किन केयर रुटीन में लाएं संतुलन और किन प्रोडक्ट्स का करें नियमित इस्तेमाल, बता रही हैं
छोटी उम्र से सिखाएं स्पर्श की भाषा
हमारी दुनिया में हम से जुड़ी क्या खबरें हैं? हमारे लिए उपयोगी कौन-सी खबर है? किसने अपनी उपलब्धि से हमारा सिर गर्व से ऊंचा उठा दिया? ऐसी तमाम जानकारियां हर सप्ताह आपसे यहां साझा करेंगी
साथी में तलाशें ये अच्छी बातें
किसी रिश्ते में अगर अपना भविष्य देख रही हैं तो कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले सामने वाले व्यक्ति के स्वभाव पर जरा गौर करना शुरू करें। सामने वाले व्यक्ति की कौनकौन सी बातें एक खुशनुमा रिश्ते की ओर इशारा कर सकती हैं, बता रही हैं