हंसते वक्त क्या आपकी आंखों के किनारे में लकीरें पड़ जाती हैं ? आपकी त्योरियां चढ़ते ही आप भौहों और नाक के बीच रेखाएं नजर आती हैं? अगर हां, तो मुमकिन है कि ये आपकी एक्सप्रेशन लाइन्स हों। यानी वह लकीरें जो आपके हंसने, गुस्सा होने, बोलने सरीखे भावों के कारण आपके चेहरे पर एक उम्र के साथ नजर आने लग जाती हैं। यूं तो यह एक स्वाभाविक चीज है, पर कई बार विभिन्न कारणों से यह समय से पहले ही बहुत ज्यादा गहरी हो जाती हैं। बेहतर होगा कि आप इन लकीरों को पहचानें, कारणों को जानें और इन्हें बढ़ने से रोकने पर काम करें ताकि आप लंबे वक्त तक जवां रहें।
क्या है यह लाइन्स
एक्सप्रेशन लाइन्स वह सिलवटें हैं, जो चेहरे के भावों जैसे मुस्कुराने, भौएं चढ़ाने, इशारे करने के कारण चेहरे पर बन जाती हैं। और समय के साथ और गहरी होती चली जाती हैं। उम्र के साथ इनका भौंहों और नाक के बीच में, होठों के चारों ओर, नाक से मुंह तक, माथे पर क्षैतिज रेखा, आंखों के बाहरी किनारें पर नजर आना आम बात है। पर, कई वजहों से यह वक्त के पहले भी नजर आने लग जाती हैं और गहराती जाती हैं।
क्यों होती है समस्या
• बढ़ती उम्र: महीन रेखाओं का बढ़ती उम्र के साथ चेहरे पर आना आम है। एक अध्ययन के अनुसार त्वचा के कॉलेजन और लचक में हर साल एक फीसद की कमी आती है। यह त्वचा में झुर्रियों के बढ़ने का कारण बनती है। इससे आपकी त्वचा ढीली भी पड़ती है।
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