एक पतलीदुबली सांवली सी लड़की जब बौलीवुड की एक्ट्रैस के साथ काम करती है तो जरूर उस में कोई न कोई बात तो होती ही है. हम बात कर रहे हैं एक्ट्रैस, फैशन ब्लौगर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर डौली सिंह की. जिस ने 'थैंक यू फौर कमिंग' से बौलीवुड में डैब्यू किया था. उस की यहां तक पहुंचने की जर्नी आसान नहीं रही है, क्योंकि उसे अकसर बौडी शेमिंग का सामना करना पड़ा है. इस का जिक्र उस ने कुछ महीने पहले ही अपने इंस्टाग्राम पर किया है..
15 मई, 2024 को डौली ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक लंबीचौड़ी पोस्ट शेयर की और बताया कि कैसे उसे अपने वजन को ले कर शर्मिंदा होना पड़ता है. पोस्ट के कैप्शन में डौली ने लिखा, "मुझे आशा है कि मैं किसी के लिए सेफ प्लेस हूं" वहीं बात करें उस के नोट की तो उस ने अपने नोट में लिखा, "हर किसी की तरह मेरा वजन भी बढ़ताघटता रहता है, लेकिन मैं आसानी से अपना वजन कम कर लेती हूं, जो वापस बढ़ना मुश्किल होता है. पिछले कुछ महीनों में बढ़ती उम्र और स्ट्रैस की वजह से मेरा वजन कम हुआ है, लेकिन मुझे इस की कोई चिंता नहीं थी, क्योंकि मुझे पता है कि अपनी हैल्दी डाइट और वर्क आउट से मैं दोबारा वजन बढ़ा लूंगी. मुझे यकीन है कि लोगों के पास मेरे वजन के बारे में कहने के लिए बहुतकुछ होगा, साथ ही वे मुझे विश्वास दिलाने की कोशिश करेंगे कि मैं ने अपनी चमक खो दी है और मैं अपना ध्यान नहीं रखती हूं."
Denne historien er fra July 2024-utgaven av Mukta.
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बौडी लैंग्वेज से बनाएं फ्रैंडली कनैक्शंस
बौडी लैंग्वेज यानी हावभाव एक तरह की शारीरिक भाषा है जिस में शब्द तो नहीं होते लेकिन अपनी बात कह दी जाती है. यह भाषा क्या है, कैसे पढ़ी जा सकती है, जानें आप भी.
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दीवाली के मौके पर सट्टा खूब खेला जाता है, इसे धन के आने का संकेत माना औनलाइन माध्यमों का सहारा ले रहे हैं. मटकों और जुआखानों की युवा जाता है. जगह आज औनलाइन सट्टेबाजी ने ले ली है, जो युवा पीढ़ी को बरबाद कर रही है.
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युवाओं के जीवन में सोशल मीडिया हद से ज्यादा हावी होने लगा है. उन में इस का एक तरह से एडिक्शन सा हो गया है. ऐसे में जरूरी है समयसमय पर इस से डिटोक्स होने की.
दीवाली नोस्टेलजिया से बचें
कई लोग ऐसे होते हैं जो फैस्टिव नोस्टेलजिया में फंसे रहते हैं और अपना आज खराब कर रहे होते हैं जबकि समझने की जरूरत है कि समय जब बदलता है तो उस के साथ नजरिया और चीजें भी बदलती हैं.
सिर्फ ट्रैंडिग चेहरा बन कर रह गईं कुशा कपिला
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कूड़े का ढेर हो गया है सोशल मीडिया
सोशल मीडिया कूड़े का ढेर जैसा है, जहां अपने मतलब की या सही जानकारी जुटाने के लिए काफी जद्दोजेहद करनी पड़ती है क्योंकि यहां बैठे इन्फ्लुएंसर्स और न्यूज फीडर बिना संपादन के कुछ भी झूठसच ठेलते रहते हैं.
इयरफोन का यूज सही या गलत
इयरफोन को हम ने अपने जीवन में कुछ इस तरह जगह दे दी है कि आसपास क्या चल रहा है, हमें खबर ही नहीं होती. मानो हर किसी की अपनी एक अलग दुनिया हो, जिस में वह और उस का यह गैजेट हो और कोई नहीं.
औनलाइन ट्रैप में फंसती लड़कियां
औनलाइन डेटिंग और सोशल मीडिया ने युवाओं को एकदूसरे से जुड़ने के नए तरीके दिए हैं, लेकिन इस के साथ ही उन के फ्रौड के शिकार होने के खतरे भी बढ़ गए हैं. पढ़ीलिखी लड़कियां भी मीठी बातों में फंस कर अपने सपनों और भावनाओं के साथसाथ आर्थिक नुकसान भी उठा रही हैं.
सैल्फमेड ऐक्ट्रैस अलाया एफ
बौलीवुड में अलाया का ताल्लुक भले फिल्मी परिवार से रहा लेकिन काम को ले कर चर्चा उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर हासिल की. उन्हें भले स्टार वाली सफलता अभी हासिल न हुई पर उन के हिस्से में कुछ अच्छी फिल्में जरूर आई हैं.
इस दीवाली कुछ क्रिएटिव तरीके से करें विश
दीवाली पर वही पुराने व्हाट्सऐप फौरवर्ड मैसेजेस पढ़ कर या भेज कर यदि आप बोर हो चुके हैं तो थोड़ी सी क्रिएटिविटी कर आप इसे इंट्रेस्टिंग बना सकते हैं और वाहवाही लूट सकते हैं. कैसे, जानिए.