2023 में होने वाले नौ राज्यों के विधानसभा चुनावों में से बीजेपी ने तीन में बाजी मार ली है. मतलब, अब सिर्फ दो तिहाई लड़ाई बाकी है. चुनाव तो जम्मू-कश्मीर में भी होने हैं, लेकिन अभी तक उसे लेकर कोई ठोस संकेत नहीं मिले हैं. त्रिपुरा में भी बीजेपी के लिए सत्ता में वापसी की चुनौती कोई मामूली नहीं थी, लेकिन मोदी-शाह की जोड़ी ने गुजरात मॉडल को आगे कर दिक्कतें ही दूर कर दी. गुजरात चुनाव में रिकॉर्ड जीत के बाद त्रिपुरा पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को समझाया कि हिमाचल प्रदेश की तरफ देखने की जरूरत ही नहीं है - गुजरात मॉडल पर फोकस करो. और फिर केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने सबको बूथ जीतने का टास्क देकर काम पर लगा दिया. अपने पहले चुनावी दौरे में ही अमित शाह ने लोगों को अयोध्या के राम मंदिर की झांकी दिखा दी थी - साल 2024 के पहले ही दिन लोग अयोध्या पहुंच कर भव्य मंदिर में राम लला का दर्शन कर सकेंगे.
त्रिपुरा के लोगों को तो टिकट बुक कराने की सलाह दी ही, अमित शाह ने राहुल गांधी का नाम लेकर पूछ भी लिया कि वो सुन रहे हैं या नहीं? तो क्या इसीलिए राहुल गांधी ने त्रिपुरा में चुनाव कैंपेन का प्रोग्राम ही नहीं बनाया ? लेकिन लंदन जाने से पहले मेघालय में चुनाव प्रचार के लिए तो गये थे. राहुल गांधी के ऐसे मैदान छोड़ देने मतलब समझना थोड़ा मुश्किल हो रहा है. अगर भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल गांधी की छवि में निखार आया है, तो त्रिपुरा जैसे महत्वपूर्ण राज्य से दूरी बनाने की वजह क्या हो सकती है? अगर यात्रा से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आत्मविश्वास भी बढ़ा है, तो त्रिपुरा में आजमाया ही जा सकता था.
ये तो ऐसा लगता है जैसे कांग्रेस तैयारी 2024 के आम चुनाव की कर जरूर रही है, लेकिन उसका फोकस कहीं और है - वैसे भी राहुल गांधी के लिए तो पहला चैलेंज विपक्षी खेमे में कांग्रेस का वर्चस्व बनाये रखना ही है. क्योंकि नगालैंड की चुनावी रैली में ही मल्लिकार्जुन खड़गे ऐलान कर आये थे कि 2024 में कांग्रेस के नेतृत्व में केंद्र में विपक्ष की सरकार बनेगी - और रायपुर में हुए कांग्रेस अधिवेशन में भी कांग्रेस नेतृत्व की तरफ से विपक्षी दलों के नेताओं के लिए एक ही मैसेज था.
Denne historien er fra March 16, 2023-utgaven av Gambhir Samachar.
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आंकड़ों से पता चलता है कि देश में दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों पर राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक रोड एक्सीडेंट के मामले 2020 में 3,64,796 से बढ़कर 2021 में 4,03, 116 हो गए. मौतों में 16.8% बढ़ोतरी हुई है. 2020 में 1,33,201 और 2021 में 1,55,622 लोगों ने सड़क हादसे में अपनी जान गवाई है. साथ ही 2021 में प्रति हजार वाहनों की मौत दर 2020 में 0.45 से बढ़कर 2021 में 0.53 हो गई है. विश्लेषण से पता चलता है कि अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं तेज गति के कारण हुई हैं.
पश्चिमी यूपी में तेज होगी जाट वोट बैंक पर कब्जे की जंग
उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव से पहले राष्ट्रीय लोकदल यानी आरएलडी की मान्यता खत्म होने से छोटे चौधरी जयंत सिंह की सियासत पर ग्रहण लग गया है. इसके साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री और दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहने सहित कई सरकारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले किसान नेता चौधरी चरण सिंह के पौत्र जयंत चौधरी की राजनैतिक पारी पर यदि विश्राम लग जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए.
अब 'वायनाड' का क्या होगा?
केरल की वायनाड लोकसभा सीट से सदस्य रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदस्यता जाने के बाद अब बड़ा सवाल यह है कि क्या चुनाव आयोग इस सीट पर जल्द ही उपचुनाव करवा सकता है? जानकारों का कहना है कि उपचुनाव की घोषणा से पहले चुनाव आयोग हर कानूनी पहलू को देखेगा और राहुल गांधी के अगले कदम पर भी आयोग की नजर रहेगी. राहुल गांधी की ओर से जल्द ही ऊपरी अदालत में अपील की जा सकती है. वहीं, चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार राहुल के अयोग्य घोषित होने के बाद वायनाड सीट पर उपचुनाव कराने से पहले तमाम पहलुओं की समीक्षा की जाएगी. आयोग के सूत्रों के अनुसार पहले से तय गाइडलाइंस के अनुरूप जो नियम हैं, उनके तहत आयोग कार्रवाई करेगा. नियम के अनुसार, खाली सीट को 6 महीने के अंदर भरना होता है. सूत्रों के अनुसार, इस बार आयोग कोई फैसला लेने से पहले तमाम कानूनी पहलुओं और घटनाक्रमों की समीक्षा करेगा. दरअसल, इसी साल आयोग अपने ही कुछ फैसलों से कानूनी अड़चनों में फंसा रहा.
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