खंडित संसदीय क्षेत्र
India Today Hindi|22 May, 2024
भाजपा के खिलाफ प्रतिरोध और बौद्ध बहुल लेह तथा मुस्लिम बहुल करगिल का एक दूसरे के खिलाफ होना चुनाव में सबसे बड़े मुद्दे हैं
मोअज्जम मोहम्मद
खंडित संसदीय क्षेत्र

पिछले 'चुनावी वादे पूरे नहीं करने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ प्रतिरोध, पार्टी के भीतर अंदरूनी कलह और लद्दाख की खंडित राजनीति के कारण लद्दाख में 2024 का आम चुनाव चुनौतीपूर्ण बना हुआ है. विपक्ष के इंडिया खेमे में भी मतभेद खुलकर जाहिर हो रहे हैं. इस सीट से भाजपा के ताशी ग्यालसन, कांग्रेस के शेरिंग नामग्याल और राष्ट्रवादी कांग्रेस के हाजी हनीफा जान निर्दलीय चुनावी ताल ठोंक रहे हैं.

तकरीबन 1,82,571 मतदाताओं वाले लद्दाख में 20 मई को मतदान होना है. पिछले दो लोकसभा चुनावों में यहां से जीत हासिल करने वाली भाजपा ने इस सीट से इस बार 57 वर्षीय वकील ग्यालसन को खड़ा किया है. हालांकि पार्टी के सामने न केवल अंतर्कलह बल्कि सत्ता विरोधी रुझान, दोनों से निबटने की चुनौतियां हैं. ग्यालसन की उम्मीदवारी की घोषणा होने के तुरंत बाद ही इस सीट से भाजपा के निवर्तमान सांसद जामियांग शेरिंग नामग्याल ने अपने को नजरअंदाज किए जाने पर सार्वजनिक रूप से नाराजगी जाहिर कर दी थी. मौजूदा सांसद ने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने की धमकी दी थी, लेकिन पिछले सप्ताह उन्होंने अपने तेवर ढीले कर लिए और ग्यालसन के पक्ष में चुनाव प्रचार करते नजर आए.

Denne historien er fra 22 May, 2024-utgaven av India Today Hindi.

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