PrøvGOLD- Free

जन का विश्वास जीतने की जंग
India Today Hindi|April 02, 2025
सार्वजनिक सुरक्षा के सर्वेक्षण से पता चलता है कि राष्ट्र न तो पूरी तरह से महफूज है और न ही एकदम बेचैन. इसके बजाए यह आत्मविश्वास और चिंता की मिली-जुली स्थिति में उलझा हुआ
- विक्रम सिंह
जन का विश्वास जीतने की जंग

अगर जन सुरक्षा मनोदशा है, तो भारत का मानसपटल अंर्विरोधों, मिथ्याभासों और टिमटिमाती उम्मीदों का कोलाज है. इंडिया टुडे ग्रुप की तरफ से हाउ इंडिया लिव्ज के साथ मिलकर किया गया पहला सकल घरेलू व्यवहार (जीडीबी) सर्वेक्षण न केवल यह पता करता है कि हम क्या करते हैं बल्कि यह भी कि यह करते हुए हम कितना सुरक्षित महसूस करते हैं. नमूने के आकार और तरीके को लेकर बेशक बहस की जा सकती है, मगर यह सर्वे सच्चे विकसित राष्ट्र को परिभाषित करने वाले आचरण और नागरिक संवेदनशीलताओं के बारे में राष्ट्रीय चर्चा छेड़ने की संभावनाओं से भरपूर है. सर्वे से खुलासा होता है कि राष्ट्र न तो पूरी तरह सुरक्षित है और न ही एकदम बेसब्र बेचैन, बल्कि वह कहीं बीच की अजीबोगरीब अवस्था में है—आत्मविश्वास और चिंता की मिली-जुली स्थिति में उलझा हुआ, जिसे सीधे-सादे तरीके से बयान नहीं किया जा सकता.

तकरीबन सार्वभौम साक्षरता और शानदार सामाजिक सूचकांकों के लिए पहचाना जाने वाला हरा-भरा तटीय राज्य केरल जन सुरक्षा रैंकिंग में शिखर पर विराजमान है. मगर सुरक्षा की इस मिसाल में भी अंतर्विरोध उभर ही आते हैं. केवल 10 फीसद केरलवासी अपने पास-पड़ोस में असुरक्षित महसूस करने की बात कहते हैं, जो देशभर में सबसे कम आंकड़ा है. वहीं राज्य एक दिलचस्प विसंगति दिखाता हैः बहुत ज्यादा 96 फीसद लोग अपने आसपास आवारा कुत्तों से परेशानी जाहिर करते हैं. यह डर जायज नजर आता है, क्योंकि केरल में 2024 में कुत्तों के काटने के हैरतअंगेज ढंग से 31.6 लाख मामले दर्ज हुए थे, जो 2017 के 13.5 लाख मामलों से दोगुने थे. ऐसे में कोई कह सकता है कि केरल में खतरा साथी नागरिकों से नहीं बल्कि उनके आसपास रहने वाले कुत्तों से है.

Denne historien er fra April 02, 2025-utgaven av India Today Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

Denne historien er fra April 02, 2025-utgaven av India Today Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

FLERE HISTORIER FRA INDIA TODAY HINDISe alt
जीवन बना संगीत
India Today Hindi

जीवन बना संगीत

मशहूर सितारवादक शाहिद परवेज महीने भर की अपनी अमेरिका यात्रा, बेटे शाकिर और लिखे जा रहे अपने जिंदगीनामे पर

time-read
1 min  |
April 02, 2025
अश्लीलता से लड़ाई की रणनीति
India Today Hindi

अश्लीलता से लड़ाई की रणनीति

एक समय लोक के सुख- दुःख का लेखा-जोखा रहे भोजपुरी गीत अश्लीलता का पर्याय बने. अभिनेत्री नीतू चंद्रा ने नीतीश सरकार के साथ मिलकर इसके खिलाफ शुरू किया तगड़ा अभियान

time-read
2 mins  |
April 02, 2025
समानता का मुश्किल सफर
India Today Hindi

समानता का मुश्किल सफर

भारतीय समाज शिक्षा और रोजगार में तो स्त्री-पुरुष समानता अपनाता जा रहा है पर गहरी पैठ जमाए पितृसत्ता अब भी महिलाओं की व्यक्तिगत आजादी और घरेलू फैसलों को आकार दे रही है

time-read
2 mins  |
April 02, 2025
लूट के माल की वापसी
India Today Hindi

लूट के माल की वापसी

प्रवर्तन निदेशालय ने धन वापसी को अपनी पहली प्राथमिकता बनाया, एजेंसी गैर-कानूनी रकम की तलाश में तेजी, जब्त संपत्तियों की बिक्री और वित्तीय धोखाधड़ी के शिकार लोगों को उनकी वाजिब रकम की वापसी को दे रही तरजीह

time-read
7 mins  |
April 02, 2025
भारत के सकल घरेलू-व्यवहार की थाह
India Today Hindi

भारत के सकल घरेलू-व्यवहार की थाह

अपनी तरह के इस पहले जनमत सर्वेक्षण ने भारतीयों की रोजमर्रा की आदतों, तौर-तरीकों और सामाजिक आचार-व्यवहार के बारे में किए कई चौंकाने वाले खुलासे

time-read
9 mins  |
April 02, 2025
आखिर कितने सुरक्षित हैं हम
India Today Hindi

आखिर कितने सुरक्षित हैं हम

जीडीबी सर्वे में सार्वजनिक सुरक्षा को लेकर अलग-अलग तरह की व्यापक चुनौतियां सामने आई हैं. हर समस्या के लिए अलग-अलग राज्य के स्तर पर उसी के मिजाज के अनुरूप समाधान की दरकार

time-read
2 mins  |
April 02, 2025
मिट रहे हैं दायरे पर धीरे-धीरे
India Today Hindi

मिट रहे हैं दायरे पर धीरे-धीरे

जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव को जायज मानने वालों की संख्या अब कम से कमतर होती जा रही है हालांकि जाति या धर्म से बाहर शादियों के प्रति अब भी रूढ़िवादिता हावी है

time-read
1 min  |
April 02, 2025
नियम और नियंत्रण पर बढ़ता बरखेड़ा
India Today Hindi

नियम और नियंत्रण पर बढ़ता बरखेड़ा

महाबोधि मंदिर प्रबंधन कमेटी से हिंदू सदस्यों को हटाने और बोधगया टेंपल ऐक्ट को वापस लेने की मांग को लेकर बौद्ध भिक्षु बोधगया में 12 फरवरी से क्रमिक अनशन पर हैं. उनके समर्थन में देश और दुनिया के कई शहरों में आंबेडकरवादी बौद्ध प्रदर्शन कर रहे हैं

time-read
8 mins  |
April 02, 2025
फिर उभरी दरारें
India Today Hindi

फिर उभरी दरारें

हिंदू दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं का एक धड़ा 17 मार्च को नागपुर के पुराने महाल मोहल्ले में इकट्ठा हुआ.

time-read
3 mins  |
April 02, 2025
शराब से परहेज की पुकार
India Today Hindi

शराब से परहेज की पुकार

बर्फ से ढके गुलमर्ग का नजारा है. मौका है द एली इंडिया फैशन शो का, जिसमें दिल्ली के डिजाइनर शिवन और नरेश के परिधान—टोपियां, पैंट सूट, स्कीवियर और हां बिकिनी भी—प्रस्तुत किए गए.

time-read
4 mins  |
April 02, 2025

Vi bruker informasjonskapsler for å tilby og forbedre tjenestene våre. Ved å bruke nettstedet vårt samtykker du til informasjonskapsler. Finn ut mer