कोरोना जैसी महामारी से अपने नागरिकों को बचाने के उद्देश्य से भारत में अपना स्वयं का स्वदेशी टीका विकसित कर, 220 करोड़ से अधिक कोरोना के टीके मुफ्त ही अपने नागरिकों को लगाए गए हैं, जो कि पूरे विश्व में एक रिकार्ड है। इसके चलते ही भारत में कोरोना जैसी महामारी पर नियंत्रण स्थापित किया जा सका है। कोरोना जैसी भयंकर महामारी के बीच प्रारम्भ की गई गरीब अन्न योजना, जिसके अंतर्गत दिसम्बर 2023 तक, 80 करोड़ से अधिक नागरिकों को मुफ्त 5 किलो अनाज उपलब्ध कराया जाता रहेगा। भारत में लगभग 10 करोड़ परिवारों को स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराए गए हैं, जिसके अंतर्गत परिवार के सदस्यों को 5 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा प्रतिवर्ष उपलब्ध रहेगा। इस प्रकार लगभग 50 करोड़ नागरिकों को इस स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत शामिल कर लिया गया है। आप जरा उक्तवर्णित आंकड़ों पर गौर करें, आज पूरा विश्व ही आश्चर्य चकित है कि भारत में केंद्र सरकार किस प्रकार इतने बड़े स्केल पर भारत की जनता के हितार्थ आर्थिक निर्णय ले रही है एवं इस संबंध में अपने लिए निर्धारित किए गए लक्ष्यों को तेजी से प्राप्त करती जा रही है।
Denne historien er fra January 2023-utgaven av Open Eye News.
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श्रावण मास और भगवान शिव की महिमा
भारत में श्रावण मास ऐसा महीना है, जिसमें पूरे माह भगवान शिव की आराधना की जाती है।
रूस के प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान से नवाजे गए मोदी
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस के राष्ट्रपति ने आधिकारिक तौर पर रूस के सबसे प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल से भले सम्मानित किया ही लेकिन से मोदी जी की चाल, चरित्र और चेहरे में कोई तबदीली नजर नहीं आ रही।
नमो बजटः विकसित भारत 2047 की संकल्पना
भाजपा की मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला आम बजट वर्ष 2024- 25 संसद के पटल पर प्रस्तुत किया गया है।
सुविधाओं के नाम पर भारी पड़ती बैंकों की वसूलियां
देश में बैंकिंग नेटवर्क का इसी से अंदाज लगाया जा सकता है कि 12 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, 22 निजी क्षेत्र के बैंक, 44 विदेशी बैंक, 56 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, 1485 अरबन कोआपरेटिव बैंक और हजारों की संख्या में ग्रामीण सहकारी बैंकिंग संस्थाएं हैं।
प्रदेश के ईएसआईसी अस्पतालों की व्यवस्थाएं होंगी दुरूस्त : केंद्रीय मंत्री डॉ. मांडविया
प्रदेश के ईएसआईसी अस्पतालों की व्यवस्थाएं होंगी दुरूस्त
छत्तीसगढ़ में स्किल्ड-बेस्ड एजुकेशन, प्राकृतिक औषधालय और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को मिलेगा बढ़ावा: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
मुख्यमंत्री ने रायपुर में वर्षा जल संरक्षण अनुसंधान केंद्र की जरूरत जताई
नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने की तैयारी में भाजपा
लोकसभा चुनावों के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सभी मंडल व जिला अध्यक्षों तथा विधायकों से मिलकर पराजय की गहन समीक्षा कर रहे हैं, जिसमें वह पूछ रहे हैं कि 2019 और 2022 में हमारी विजय का आधार क्या था और 2027 में पीछे रहने का क्या कारण है?
रेल दुर्घटनाओं से उपजते सवालों के जवाब आखिर कौन देगा?
लीजिए, एक और ट्रेन दुर्घटना हो गई। यह घटना उत्तरप्रदेश के गोंडा जिले में घटित हुई, इसलिए इसे गोंडा ट्रेन दुर्घटना के नाम से जाना गया।
पौधारोपण को बनाएं सार्थक जन आंदोलन
उस कोरोना काल को याद कीजिये जब कोविड प्रभावित लोग ऑक्सीजन के बिना तड़प तड़प कर मर रहे थे।
क्या धर्म व धर्मगुरुओं को राजनीति से दूर रखना संभव है ?
हाल ही में महाराष्ट्र में ज्योतिर्मठ शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के बयान पर जहां राजनीति गरमाई हुई है तो वहीं दूसरी ओर शंकराचार्य अपने बयान पर कयाम बने हुए हैं।