दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इमेज पर सवार भाजपा थिंक टैंक का मानना है कि करप्शन-कुशासन और कांग्रेसियों की आपसी लड़ाई से परेशान राजस्थान की जनता गहलोत सरकार को डिलीट करके एक बार फिर चौतरफा विकास के लिए राज्य की बागडोर भाजपा को सौंपने की तैयारी कर चुकी है। भाजपा ने पार्टी के भीतर किसी भी चुनावी कलह को समाप्त करने के लिए सामूहिक नेतृत्व का मंत्र फूंका है। यानी चुनावी चेहरा, कमल का निशान और पीएम मोदी ही रहेंगे। पार्टी की चुनावी व्यूह रचना भी इसी के ईद-गिर्द है। पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए शंखनाद भले ही कुछ समय पहले हुआ हो, लेकिन पीएम मोदी का राजस्थान पर विशेष फोकस पिछले एक साल से है। इस अवधि में वे प्रदेश के 11 दौरे कर चुके हैं और अरबों के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण कर चुके हैं। पीएम ने प्रदेश की 200 में से करीब 125 विधानसभाओं के मतदाताओं को प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से के साथ खुद जोड़ने का प्रयास किया है। इनमें से सिर्फ 41 सीटें भाजपा ने 2018 के विधानसभा चुनाव में जीती थीं। यानी आधी से ज्यादा वो सीटें हैं, जो अभी दूसरे दलों या निर्दलीयों के खाते में हैं। भाजपा की रणनीति इन्हीं सीटों पर सेंध लगाने और खुद के गढ़ को और मजबूत करने की है। इसी रणनीति के तहत पीएम हर बार अलग-अलग संभागों में जा रहे हैं, ताकि सभी जिलों में पार्टी मजबूत हो। यही वजह है कि वे मारवाड़ से मेवाड़ तक, आदिवासी अंचल से गुर्जर बहुल विधानसभाओं तक, जाट-राजपूतों से लेकर आस्था केंद्रों तक और राजधानी से सीएम के गृह जिले तक हुंकार भर चुके हैं।
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बुलडोजर कार्रवाई में अहम है 'सुप्रीम' आदेश
भारतीय राजनीति का स्वरूप अब बदल चुका है।
औद्योगिक क्षेत्र से श्रमिकों का कृषि की ओर बढ़ता रुझान
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रोजगार और निवेश से संपन्न, समृद्ध, स्वावलंबी बनता मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश को सम्पन्न, समृद्ध, स्वावलंबी और सक्षम राज्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जोर शोर से जुटे हुए हैं।
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आखिर अडानी के पीछे हाथ धोकर क्यों पड़े हुए हैं अमेरिकी ?
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झारखंड में अमित शाह के ऐलान के मायने
1981 के जनगणना में आदिवासियों की आबादी में मामूली बढ़त देखी गई।
चुनाव आयोग को सजग सतर्क रहने की जरूरत
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फुड सेफ्टी डिसप्ले बोर्ड संबंधी दिशा निर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन
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20 लिटर जार में बिकने वाला पानी अमानक
पूरे देश में हट रोज 20 लिटर के जार में पेयजल खुले तौर पर बेचा जा रहा है जिसे आर.ओ. वॉटर के रूप में बेचा जाता है।
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मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि डबल इंजन की सरकार में छत्तीसगढ़ में अब तेज रफ्तार से विकास की रेल चल रही है।