मोदी सरनेम मामला राहुल को राहत
Sarita|August Second 2023
मोदी सरनेम मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी की सांसदी बहाल कर निचली अदालतों की गलती के साथसाथ अपनी और मोदी सरकार की इमेज भी सुधार ली है लेकिन इस से न्याय व्यवस्था की खामियां दूर हो गईं, ऐसा कहने की कोई वजह नहीं.
भारत भूषण श्रीवास्तव
मोदी सरनेम मामला राहुल को राहत

31 जुलाई  को 'कहानी सम्राट' के खिताब से नवाजे गए साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद की जयंती देशभर के रचनाकारों ने जैसे भी हो सका, मनाई थी. मुमकिन है मौजूदा कई रचनाकारों को भी यह इल्म न होगा कि प्रेमचंद घोर अनास्थावादी और नास्तिक थे. उन की जिस खूबी के लिए उन्हें याद किया जाता है उसे आजकल की जबां में एक शब्द वामपंथ से व्यक्त किया जा सकता है या सहूलियत के लिए उन्हें अर्बन नक्सली भी कहा जा सकता है.

मोदी सरनेम वाले मामले में राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से जो राहत मिली है उस का प्रेमचंद से इतना ही लेनेदेना है कि इस अंतरिम राहत या टैंपरेरी स्टे से उन की कहानी 'पंच परमेश्वर' याद हो आई जिस का सार इतना है कि इंसाफ की कुरसी बैठने पर वाला 31 जुलाई सबकुछ आखिरकार भूलभाल कर इंसाफ ही करता है. यही मानवीय स्वभाव है, बशर्ते इंसाफ की कुरसी दोस्ती, दुश्मनी और रिश्तेदारी को किनारे कर पाने में समर्थ हो. इसे ही कांग्रेसी और नवनिर्मित संयुक्त विपक्ष 'इंडिया' के तमाम नेता लोकतंत्र और न्यायपालिका की जीत करार दे रहे हैं.

इस मामले में घोषित तौर पर कोई जुम्मन शेख, अलगू चौधरी नहीं था, न ही कोई खाला और साहू थे. थे तो बस, राहुल गांधी, जो बेहद सधे ढंग और सब्र से इस मुकदमे को अदालतदरअदालत लड़ रहे थे जो एक बहुत बड़ा रिस्क भी सियासी लिहाज से था. हालांकि अभी पूरी तरह जीते नहीं हैं लेकिन 4 अगस्त का यह फौरी फैसला सियासी लिहाज से ही किसी जीत से कमतर नहीं, जिस पर भरे सावन में देशभर के कांग्रेसियों ने आतिशबाजी चला और जला कर दीवाली मनाई.

Denne historien er fra August Second 2023-utgaven av Sarita.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

Denne historien er fra August Second 2023-utgaven av Sarita.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

FLERE HISTORIER FRA SARITASe alt
मौन का मूलमंत्र जिंदगी को बनाए आसान
Sarita

मौन का मूलमंत्र जिंदगी को बनाए आसान

हम बचपन में बोलना तो सीख लेते हैं मगर क्या बोलना है और कितना बोलना है, यह सीखने के लिए पूरी उम्र भी कम पड़ जाती है. मौन रहना आज के दौर में ध्यान केंद्रित करने की तरह ही है.

time-read
3 mins  |
February First 2025
सरकार थोप रही मोबाइल
Sarita

सरकार थोप रही मोबाइल

सरकार द्वारा कई स्कीमों को चलाया जा रहा है. बिना एडवांस मोबाइल फोन और इंटरनैट सेवा की इन स्कीमों का फायदा उठाना असंभव है. ऐसा अनावश्यक जोर क्या सही है?

time-read
2 mins  |
February First 2025
सास बदली लेकिन नजरिया नहीं
Sarita

सास बदली लेकिन नजरिया नहीं

सास और और बहू को एकदूसरे की भूमिका को स्वीकार करना चाहिए. सास पुरानी परंपराओं का पालन करते हुए बहू को सिखा सकती है और बहू नई सोच व नए दृष्टिकोण से घर को बेहतर बना सकती है.

time-read
5 mins  |
February First 2025
अमेरिका में भी पनप रहा ब्राह्मण व बनिया गठजोड़
Sarita

अमेरिका में भी पनप रहा ब्राह्मण व बनिया गठजोड़

डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह के साथ ही अमेरिका में एक नए दौर की शुरुआत हो चुकी है जिसे ले कर हर कोई आशंकित है कि अब लोकतंत्र को हाशिए पर रख धार्मिक एजेंडे पर अमल होगा.

time-read
10 mins  |
February First 2025
किस संतान को मिले संपत्ति पर ज्यादा हक
Sarita

किस संतान को मिले संपत्ति पर ज्यादा हक

यह वह दौर हैं जब पेरैंट्स की सेवा न करने वाली संतानों की अदालतें तक खिंचाई कर रही हैं लेकिन मांबाप की दिल से सेवा करने वाली संतान के लिए जायदाद में ज्यादा हिस्सा देने पर वे भी अचकचा जाती हैं क्योंकि कानून में ऐसा कोई प्रावधान ही नहीं है. क्या यह ज्यादती नहीं?

time-read
10+ mins  |
February First 2025
युवाओं के सपनों के घर पर डाका
Sarita

युवाओं के सपनों के घर पर डाका

नौकरीपेशा होम लोन ले कर अपने सपनों का आशियाना खरीद लेते हैं. लेकिन यहां समस्‍या तब आती है जब किसी यूइत में वे लोन नहीं चुका पाते. ऐसे में कई बार उन्हें अपने घर से हाथ धोना पड़ता है.

time-read
6 mins  |
February First 2025
मेलजोल के अवसर बुफे पार्टी
Sarita

मेलजोल के अवसर बुफे पार्टी

बूफे पार्टी में मेहमान भोजन और अच्छे समय का आनंद लेने के साथसाथ सोशल गैदरिंग के चलन को भी जीवित रखते हैं. यह अवसर न केवल खानपान के लिए होता है बल्कि यह लोगों के बीच बातचीत, हंसीमजाक और आपसी विचारों के आदानप्रदान का एक साधन भी है.

time-read
8 mins  |
February First 2025
अल्लू अर्जुन को जेल भगवान दोषमुक्त
Sarita

अल्लू अर्जुन को जेल भगवान दोषमुक्त

एक तरह के हादसे पर कानून दो तरह से कैसे काम कर सकता है? क्या यह न्याय और संविधान दोनों का अपमान नहीं ?

time-read
6 mins  |
February First 2025
ऊंचे ओहदे वालों में अकड़ क्यों
Sarita

ऊंचे ओहदे वालों में अकड़ क्यों

कुछ लोगों में अपने रुतबे को ले कर अहंकार होता है. उन्हें लगता है कि उन का ओहदा, उन का पद बैस्ट है. वे सुपीरियर हैं. यह सोच अहंकार और ईगो लाती है जो इंसान के व्यवहार में अड़चन डालती है.

time-read
6 mins  |
January Second 2025
बंटोगे तो कटोगे वाला नारा प्रधान राष्ट्र
Sarita

बंटोगे तो कटोगे वाला नारा प्रधान राष्ट्र

देश नारा प्रधान है. काम भले कुछ न हो रहा हो पर पार्टियां और सरकारों द्वारा उछाले नारों की खुमारी जनता पर खूब छाई रहती है.

time-read
3 mins  |
January Second 2025