रुपये में दिन के कारोबार (इंट्राडे) के दौरान शुक्रवार को दो साल में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई। मगर बाद में रुपये ने इस नुकसान की कुछ भरपाई की। दरअसल महीने के अंत में आयातकों की डॉलर मांग का दबाव बढ़ने, बिना डिलीवरी वाले फॉरवर्ड (एनडीएफ) यानी मुद्रा डेरिवेटिव सौदों और मुद्रा वायदा के चलते डॉलर की मांग में तेजी आई।
Denne historien er fra December 28, 2024-utgaven av Business Standard - Hindi.
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लगातार नौवें साल शेयर बाजार में बढ़त
एक साल पहले के मुकाबले काफी कम रही बढ़त
इस साल निफ्टी 50 कंपनियों में 92 लोगों की जान गई
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी-50 सूचकांक में शामिल कंपनियां वित्त वर्ष 2024 में अपने औद्योगिक परिचालन के दौरान मौतों की घटनाओं को रोकने में विफल रहीं
सीपीएसई की छोटे उद्योगों से खरीदारी गिरी
वित्त वर्ष 24 में केंद्र सरकार के उद्यमों ने छोटे व मझोले उद्योगों से 773 करोड़ रुपये की खरीद की, जो पिछले साल से 43% कम
निष्क्रिय समितियों का 15 दिन में हो परिसमापन
हालिया मानक संचालन प्रक्रिया में कहा गया है कि परिसमापन यानी किसी कंपनी का वैधानिक अस्तित्व समाप्त करने की प्रक्रिया 15 दिन में पूरी होनी चाहिए
नए साल में 100वां प्रक्षेपण: सोमनाथ
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) जनवरी में प्रस्तावित भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान (जीएसएलवी) के जरिये श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से 100वां प्रक्षेपण करने की उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल कर लेगा।
विकास में लंबी छलांग, मंजिल अभी दूर
देश में एक्सप्रेसवे-सड़कों का जाल फैला, बुलेट ट्रेन के साथ विश्व व्यापार में छाने को बंदरगाह हैं तैयार
मणिपुर: मुख्यमंत्री ने जातीय संघर्ष के लिए मांगी माफी
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने राज्य में हुए जातीय संघर्ष के लिए मंगलवार को माफी मांगी और सभी समुदायों से पिछली गलतियों को भूलने तथा शांतिपूर्ण व समृद्ध राज्य में एक साथ रहने की अपील की।
सोशल मीडिया पर उपलब्धियां
'क्वाड' की 20वीं वर्षगांठ पर सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों ने दोहराई प्रतिबद्धता
अर्थव्यवस्था के समक्ष चुनौतियाँ और उपाय
तमाम चुनौतियों के कारण नीति निर्धारक निर्णय लेते वक्त 2025 में पसोपेश की स्थिति में रहेंगे। बता रहे हैं धर्मकीर्ति जोशी
मनमोहन सिंह ने बदली भारत की तकदीर
आज का भारत अपनी तमाम सफलताओं और कमियों के साथ हालिया इतिहास के किसी अन्य व्यक्ति के बजाय मनमोहन सिंह की देन है। उन्हें हमेशा \"असंभावित\" राजनेता कहा गया लेकिन अपनी तमाम कामयाबियों और नाकामियों के साथ उनका करियर हमें यह याद दिलाता है कि टेक्नोक्रेट भी किसी राजनेता की तरह ही देशों की तकदीर बदल सकते हैं।