स्थानीय श्रीराम इंजीनियरिंग कॉलेज, नचिकेता कॉलेज, माता गुजरी महाविद्यालय एवं मानकुंवर महाविद्यालय में विवेकानन्द केन्द्र की ओर से वक्ताओं ने स्वामी विवेकानन्दजी के जीवन एवं उनकी शिक्षाओं पर युवाओं का मार्गदर्शन किया। जबलपुर नगर के भंवरताल उद्यान में "में भी विवेकानन्द" श्रीम पर आधारित मुख्य कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में ८ विद्यालयों एवं १ महाविद्यालय के युवा भाई बहन स्वामीजी की वेशभूषा में आए और स्वामीजी के सन्देश और कहानी का मंत्र से प्रस्तुतीकरण किया। कार्यक्रम में स्थानीय प्रबुद्धजन, युवा कार्यकर्ता और आम नागरिक सहित लगभग ३४० लोग शामिल हुए।
Denne historien er fra February 2023 Issue -utgaven av Kendra Bharati - केन्द्र भारती.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent ? Logg på
Denne historien er fra February 2023 Issue -utgaven av Kendra Bharati - केन्द्र भारती.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
प्रेमकृष्ण खन्ना
स्थानिक विभूतियों की कथा - २५
स्वस्थ विश्व का आधार बना 'मिलेट्स'
मिलेट्स यानी मोटा अनाज। यह हमारे स्वास्थ्य, खेतों की मिट्टी, पर्यावरण और आर्थिक समृद्धि में कितना योगदान कर सकता है, इसे इटली के रोम में खाद्य एवं कृषि संगठन के मुख्यालय में मोटे अनाजों के अन्तरराष्ट्रीय वर्ष (आईवाईओएम) के शुभारम्भ समारोह के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी के इस सन्देश से समझा जा सकता है :
जब प्राणों पर बन आयी
एक नदी के किनारे एक पेड़ था। उस पेड़ पर बन्दर रहा करते थे।
देव और असुर
बहुत पहले की बात है। तब देवता और असुर इस पृथ्वी पर आते-जाते थे।
हर्षित हो गयी वानर सेना
श्री हनुमत कथा-२१
पण्डित चन्द्र शेखर आजाद
क्रान्तिकारियों को एकजुट कर अंग्रेजी शासन की जड़ें हिलानेवाले अद्भुत योद्धा
भारत राष्ट्र के जीवन में नया अध्याय
भारत के त्रिभुजाकार नए संसद भवन का उद्घाटन समारोह हर किसी को अभिभूत करनेवाला था।
समान नागरिक संहिता समय की मांग
विगत दिनों से समान नागरिक संहिता का विषय निरन्तर चर्चा में चल रहा है। यदि इस विषय पर अब भी कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो इसके गम्भीर परिणाम आनेवाली सन्तति और देश को भुगतना पड़ सकता है।
शिक्षा और स्वामी विवेकानन्द
\"यदि गरीब लड़का शिक्षा के मन्दिर न आ सके तो शिक्षा को ही उसके पास जाना चाहिए।\"
लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक
२३ जुलाई, जयन्ती पर विशेष