राहुल द्रविड़ ! क्रिकेट की दुनिया में ये नाम 'द रा वॉल' के नाम से मशहूर है. 90 के दशक का शायद ही कोई गेंदबाज़ ऐसा रहा होगा, जिसे राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने परेशान न किया हो. क्रीज़ पर कदम रखते ही वो गेंदबाज़ को तब तक दौड़ाते थे, जब तक वो हार न मान ले. द्रविड़ दुनिया के उन चंद क्रिकेटरों में से एक हैं, जिन्होंने साल 2004 में पाकिस्तान के खलाफ़ टेस्ट मैच में 12 घंटों तक बल्लेबाज़ी की थी.
राहुल द्राविड़ का एक ही सपना था 'वर्ल्ड चैंपियन 'टीम' का हिस्सा बनना, लेकिन बतौर क्रिकेटर उनका ये सपना, सपना ही रह गया. साल 2003 का वर्ल्ड कप फाइनल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था. फ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को बुरी तरह धो दिया. राहुल द्रविड़ इस टीम का हिस्सा थे. इसके बाद वो साल 2007 के वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के कप्तान थे. लेकिन उनकी कप्तानी में 'टीम इंडिया' ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी.
इसके कुछ सालों बाद ही उन्होंने क्रिकेट से संन्यास ले लिया. भारत को कई टेस्ट मैचों में ऐतिहासिक जीत दिलाने वाले इस नायक के पैर संन्यास के बाद भी नहीं रुके और साल 2016 में 'इंडिया अंडर-19' और 'इंडिया ए' टीमों के हेड कोच बने. 3 साल तक जूनियर लेवल पर प्रतिभाओं को निखारने के बाद, उन्हें नेशनल क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) के डायरेक्टर के तौर पर नियुक्त किया गया.
Denne historien er fra August 2024-utgaven av Cricket Today - Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent ? Logg på
Denne historien er fra August 2024-utgaven av Cricket Today - Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
भारत के 6 सबसे अंडररेटेड क्रिकेटर्स, जिन्हें टैलेंट के बावजूद टीम इंडिया में नहीं मिले ज्यादा मौके
जिन क्रिकेटरों को मौके मिले उन्होंने खुद को साबित तो किया, लेकिन कुछ मैचों में खराब प्रदर्शन के बाद इन्हें हमेशा के लिए टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
इन 5 सबसे हैंडसम एक्टिव क्रिकेटर्स की दीवानी है दुनिया
आज हम आपको दुनिया के 5 सबसे हैंडसम एक्टिव क्रिकेटर्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो मैदान पर ही नहीं, मैदान के बाहर भी अपनी खूबसूरती के लिए काफ़ी मशहूर हैं.
क्रिकेट के लिए बेहतरीन बल्ला कैसे सेलेक्ट करें?
क्रिकेटर्स बनने का सपना देख रहे बच्चे खेल के मैदान में खूब नजर आते हैं। इस रवेल में सबसे बड़ी और अहम चीज होती है क्रिकेट बल्ला पूरे भारत में गली से लेकर मोहल्लों और क्रिकेट मैदान में लाखों बच्चे....
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कौन से ब्रांड्स की गेंदों का होता है इस्तेमाल? आईये जानते हैं
स्विंग और सीम के मामले में अक्सर लाल और सफेद बॉल के बीच तुलना की जाती है। यह पता चला है कि सफेद गेंद, लाल की तुलना में ज्यादा। स्विंग करती है। डे-नाइट टेस्ट को बढ़ावा देने के लिए अब पिंक बॉल भी चर्चा में आ गई है।
सबसे खराब आदतों वाले टॉप-3 सक्रिय क्रिकेटर्स
ऐसा कई बार हुआ है कि अपनी खराब आदतों के चलते क्रिकेटर्स को अपने करियर से हाथ धोना पड़ा है। आज हम ऐसे ही टॉप 3 सक्रिय क्रिकेटर्स की बात करेंगे, जो अपनी खराब आदतों के चलते काफी सुर्ख़यों में रहे हैं और उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की 3 ऐसी खिलाड़ी, जिनमें है हिडन टैलेंट
यही नहीं, इंडियन विमेंस टीम में कुछ खिलाड़ी ऐसी भी हैं, जिनमें क्रिकेट के अलावा भी कोई हिडन टैलेंट है। आईये आज ऐसी 3 प्लेयर्स के बारे में बात करते हैं जो क्रिकेट के अलावा भी अन्य फील्ड में अच्छी हैं।
दिल्ली में 15 करोड़ की हवेली, करोड़ों का इंवेस्टमेंट, जानिए कितने अमीर हैं गौतम गंभीर
भारतीय क्रिकेट में Bad Boy नाम से मशहूर गौतम गंभीर की मैदान पर लड़ाईयों के किस्से सब ने सुने हैं. मैदान में उनका अग्रेसिव नेचर कई खिलाड़ियों ने झेला भी है. लेकिन असल जिंदगी में गौतम गंभीर....
टॉप-10 टेस्ट स्कोर, जब 200 के करीब था बल्लेबाज और कप्तान ने पारी घोषित कर दी
बहरहाल, वे ऐसे पहले नहीं जो 200 के स्कोर के करीब थे पर पारी समाप्त घोषित कर दी। टेस्ट क्रिकेट में तो 199* बनाने वाले भी दो अभाग्यशाली बल्लेबाज हैं पर उन्हें कम से कम ये शिकायत तो नहीं रही कि पारी समाप्त घोषित कर दी।
25 साल के होने पर विराट कोहली के रिकॉर्ड को कितनी चुनौती दे रहे हैं शुभमन गिल?
विराट कोहली भी कब तक खेलेंगे और इसीलिए टीम इंडिया के भविष्य के बड़े स्टार के तौर पर जो नाम चर्चा में हैं उनमें से सबसे ज्यादा वोट शुभमन के लिए ही हैं।
WOMEN T20 WORLD CUP : टॉप 5 खिलाड़ी, जो अपनी टीम को कामयाब बना सकती हैं
ये वे खिलाड़ी हैं जो अपनी टीम के खेल को नई ऊंचाई पर पहुंचाने का टेलेंट रखती हैं और सबसे ख़ास बात ये कि उनके अंदर बड़े मंच पर बेहतर खेलने का टेम्परामेंट है।