बौलीवुड अभिनेत्री सुष्मिता सेन अपनी पर्सनल लाइफ को ले कर सुर्खियों में रहती हैं. ऐक्ट्रैस ने अपने बौयफ्रैंड रोहमन शौल के साथ ब्रेकअप कर लिया. सुष्मिता ने अपने ब्रेकअप के बाद पहला पोस्ट शेयर कर लिखा शांति सब से खूबसूरत है. मैं आप सभी से प्यार करती हूं. इस के साथ उन्होंने स्माइली इमोजी शेयर करते हुए लिखा कि रिश्ता तो काफी पहले खत्म हो चुका था, लेकिन हम दोस्त बने रहे.
रिपोर्ट्स के अनुसार, कपल के बीच सबकुछ सही नहीं चल रहा था इसलिए दोनों का ब्रेकअप हो गया.
सुष्मिता और रोहमन करीब 3 सालों से रिलेशनशिप में थे. रोहमन ने यहां तक कहा था कि वे सुष्मिता और उन की बेटियों को अपना परिवार मानते हैं. फिर ऐसा क्या हुआ कि दोनों अगल हो गए ? जो भी हो पर सुष्मिता सेन के ब्रेकअप की खबर से उन के फैंस टूट गए.
मगर सवाल यह उठता है कि आखिर क्यों गहरे प्यार और विश्वास के बाद कपल एकदूसरे से अलग हो जाते हैं? ब्रेकअप की नौबत क्यों आ जाती है उन के बीच ? कुछ का तर्क होता है हम एकदूसरे के लिए बने ही नहीं थे तो कुछ का यह कि हम से उसे समझने में गलती हो गई.
प्यार जितना सुखद होता है, ब्रेकअप उतना ही दुखद. 2 प्यार करने वाले रिश्ते में इतने जुड़ चुके होते हैं कि उनका अलग होना मुश्किल हो जाता है. कई बार प्यार को शादी की मंजिल तक ले जाना हो तो धर्म, जैंडर और उम्र आड़े आ जाती है, जिन की वजह से 2 प्यार करने वाले बीच रास्ते में ही अलग हो जाते हैं. लेकिन वक्त के साथ बदलाव हुए हैं. लोग अब इन सब चीजों को नहीं मानते. लेकिन कई बार कुछ ऐसा होता है कि प्यार शादी तक नहीं पहुंच पाता और ब्रेकअप हो जाता है. रिलेशनशिप मुश्किल से कुछ साल ही टिक पाती है और फिर दोनों की राहें जुदा हो जाती हैं.
ऐसे रिश्तों पर ऐक्सपर्ट्स का कहना है कि 70% अविवाहित कपल का ब्रेकअप पहले ही साल में हो जाता है. यह भी पाया गया कि रिलेशनशिप के 5 साल बीत जाने के बाद ब्रेकअप की संभावना केवल 20% तक ही रह जाती है.
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