बौलीवुड में ग्रुपबाजी बहुत है शबीना खान नृत्य निर्देशक
Grihshobha - Hindi|September First 2024
एक नृत्य निर्देशक के रूप में शबीना ने न सिर्फ नाम बल्कि पैसा भी कमाया. जानिए, कुछ दिलचस्प बातें खुद उन्हीं से....
शांतिस्वरूप त्रिपाठी
बौलीवुड में ग्रुपबाजी बहुत है शबीना खान नृत्य निर्देशक

'मैं माधुरी दीक्षित बनना चाहती हूं, ''प्रेम रतन धन पायो, ' ' ऊंचाई' और 'गदर 2' सहित कई सफलत व बड़े बजट की फिल्मों में नृत्य निर्देशन कर चुकीं शबीना खान का आज बौलीवुड में अपना एक अलग मुकाम है. मगर इस मुकाम तक पहुंचने के लिए शबीना खान व उन के पूरे परिवार को अपने समाज, अपने खानदान से बहुत कुछ झेलना पड़ा. वास्तव में शबीना खान का संबंध एक कंजर्वेटिव मुसलिम (पठान) समुदाय से है.

पढ़ाई में तेज होने के बावजूद घर के हालात कुछ ऐसे थे कि वे 9 वर्ष की उम्र में 'मधुमती डांस ऐंड ऐक्टिंग अकादमी' में उर्दू पढ़ाने व अभिनय सीखने जाने लगी थीं. वहीं पर उन्होंने शास्त्रीय नृत्य भी सीखा. फिर 13 वर्ष की उम्र में वह सहायक नृत्य निर्देशक के रूप में बौलीवुड से जुड़ गईं.

इस बात की खबर मिलते ही उन के खानदान के लोगों ने शबीना के मातापिता से कहा कि उन की बेटियां संगीत व नृत्य का काम न करें पर शबीना के मातापिता ने नहीं रोका. तब इन के परिवार को खानदान से बाहर का रास्ता दिखा दिया.

18 साल की उम्र में राम गोपाल वर्मा ने शवीना को 2003 में प्रदर्शित फिल्म 'मैं माधुरी दीक्षित बनना चाहती हूं' में स्वतंत्र रूप से नृत्य निर्देशक बना दिया. तब से उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा।

पेश हैं, शबीना खान से हुई मुलाकात के कुछ खास अंश :

शबीना खान से हम ने लंबी बातचीत की, जोकि इस प्रकार रही. क्या आप के घर में संगीत व नृत्य का कोई माहौल रहा है?

हमारे परिवार में कला, संगीत या डांस का कोई माहौल नहीं रहा है. मेरी परवरिश कंजरवेटिव/दकियानूसी मुसलिम परिवार में हुई है. हम लोग पठान हैं. कंजरवेटिव का मतलब यह नहीं है कि हम लोग पढ़े लिखे नहीं हैं. सभी को पता है कि इसलाम धर्म का पालन करने का मतलब सिर पर दुपट्टा होना अनिवार्य है. मुझे घर की जरूरतों को देखते हुए बहुत छोटी उम्र में काम करना शुरू करना पड़ा तो मैं हिजाब ले कर ही काम करती थी.

Denne historien er fra September First 2024-utgaven av Grihshobha - Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

Denne historien er fra September First 2024-utgaven av Grihshobha - Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

FLERE HISTORIER FRA GRIHSHOBHA - HINDISe alt
फिल्म वालों की शादी परदे पर कुछ हकीकत में कुछ
Grihshobha - Hindi

फिल्म वालों की शादी परदे पर कुछ हकीकत में कुछ

फिल्म इंडस्ट्री प्यार के लिए जान देने वाली प्रेमिका या प्रेमी की प्रेमगाथा फिल्मों में तो दिखाते हैं, मगर असल जिंदगी में इनका प्यार कैसा होता है, क्या जानना नहीं चाहेंगे.....

time-read
3 mins  |
September First 2024
बौलीवुड में ग्रुपबाजी बहुत है शबीना खान नृत्य निर्देशक
Grihshobha - Hindi

बौलीवुड में ग्रुपबाजी बहुत है शबीना खान नृत्य निर्देशक

एक नृत्य निर्देशक के रूप में शबीना ने न सिर्फ नाम बल्कि पैसा भी कमाया. जानिए, कुछ दिलचस्प बातें खुद उन्हीं से....

time-read
6 mins  |
September First 2024
ऐसे पाएं उभरी नीली नसों से छुटकारा
Grihshobha - Hindi

ऐसे पाएं उभरी नीली नसों से छुटकारा

टांगों व जांघों पर मकड़ीनुमा नीली नसों से कैसे नजात पाएं, जरूर जानिए...

time-read
4 mins  |
September First 2024
इस्तांबुल करीब से देखें इतिहास
Grihshobha - Hindi

इस्तांबुल करीब से देखें इतिहास

कुदरती नजरों और ऐतिहासिक धरोहरों को करीब से देखना चाहते हैं, तो इस्तांबुल की सैर पर जाइए...

time-read
10 mins  |
September First 2024
नकली बारिश राहत या नुकसान
Grihshobha - Hindi

नकली बारिश राहत या नुकसान

नकली बारिश कैसे होती है और इस के फायदे और नुकसान क्या हैं, एक बार जानिए जरूर...

time-read
6 mins  |
September First 2024
राजस्थानी जायकों की बात निराली
Grihshobha - Hindi

राजस्थानी जायकों की बात निराली

राजस्थान न सिर्फ पर्यटन के लिए, बल्कि अपने विशिष्ट पहनावे और खानपान के लिए भी खासा मशहूर है.....

time-read
5 mins  |
September First 2024
एक नई भाषा है इमोजी
Grihshobha - Hindi

एक नई भाषा है इमोजी

जब शब्द कम पड़ जाएं तो इमोजी उन्हें किस तरह पूरा कर देती है, क्या जानना नहीं चाहेंगे....

time-read
3 mins  |
September First 2024
डिजिटल अरैस्ट ठगी का नया तरीका
Grihshobha - Hindi

डिजिटल अरैस्ट ठगी का नया तरीका

आजकल ठगी का नया ट्रेंड चला है, जिसे औनलाइन अरेस्ट कहते हैं. क्या है यह और कैसे आप इस के शिकार बन सकते हैं, जानिए.....

time-read
2 mins  |
September First 2024
क्या पेरैंटस लव मैरिज के लिए तैयार नहीं हैं
Grihshobha - Hindi

क्या पेरैंटस लव मैरिज के लिए तैयार नहीं हैं

जब आप को हो गया हो प्यार मगर पेरैंट्स इस मैरिज के लिए न हों तैयार, तो फिर क्या करें....

time-read
6 mins  |
September First 2024
टेस्ट में टिवस्ट
Grihshobha - Hindi

टेस्ट में टिवस्ट

फ़ूड रेसिपीज

time-read
2 mins  |
September First 2024