लम्पी त्वचा रोग के पीछे अनेक वेरिएंट
Modern Kheti - Hindi|15th April 2024
मई 2022 में, भारत भर में मवेशी एक रहस्यमय बीमारी से मरने लगे थे। तब से लगभग 1,00,000 गायें इसके विनाशकारी प्रकोप से अपनी जान गंवा चुकी हैं, वैज्ञानिकों ने इसकी पहचान लम्पी या गांठदार त्वचा रोग के रूप में की।
लम्पी त्वचा रोग के पीछे अनेक वेरिएंट

इस प्रकोप ने भारत के कृषि क्षेत्र को बुरी तरह प्रभावित किया, जिससे भारी आर्थिक नुकसान हुआ। अध्ययन में शोधकर्ता ने कहा कि यह कुछ मायनों में एक आपदा थी, जिसे एक राष्ट्रीय आपातकाल भी कह सकते हैं। शोधकर्ता उस टीम का हिस्सा थे जिन्होंने प्रकोप के कारण की जांच करने का निर्णय लिया। यह अध्ययन इस रोग को फैलाने वाले वायरस और उनके वेरिएंटों के विकास और उत्पत्ति में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है।

अध्ययन में लम्पी स्किन डिजीज वायरस (एलएसडीवी) के कारण होने वाला एक संक्रामक संक्रमण, यह बीमारी मक्खियों और मच्छरों जैसे कीड़ों से फैलती है। यह बुखार और त्वचा पर गांठों का कारण बनता है और मवेशियों के लिए घातक हो सकता है। लम्पी त्वचा रोग पहली बार 1931 में जाम्बिया में पाया गया था और 1989 तक उप-अफ्रीकी क्षेत्र तक ही सीमित रहा, जिसके बाद दक्षिण एशिया में फैलने से पहले यह मध्य पूर्व, रूस और अन्य दक्षिण-पूर्व यूरोपीय देशों में फैलना शुरू हो गया। भारत में इस बीमारी के दो बड़े प्रकोप हुए, पहला 2019 में और दूसरा 2022 में अधिक गंभीर प्रकोप, जिसने 20 लाख से अधिक गायों को संक्रमित किया।

वर्तमान प्रकोप की जांच करने के लिए, टीम ने पशु चिकित्सा संस्थानों के सहयोग से गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और कर्नाटक सहित विभिन्न राज्यों में संक्रमित मवेशियों से त्वचा की गांठें, रक्त और नाक के नमूने एकत्र किए। उन्होंने 22 नमूनों से निकाले गए डीएनए की उन्नत संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण का प्रदर्शन किया।

This story is from the 15th April 2024 edition of Modern Kheti - Hindi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the 15th April 2024 edition of Modern Kheti - Hindi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM MODERN KHETI - HINDIView All
मृदा में नमी की जांच और फायदे
Modern Kheti - Hindi

मृदा में नमी की जांच और फायदे

नरेंद्र कुमार, संदीप कुमार आंतिल2, सुनील कुमार। और हरदीप कलकल 1 1 कृषि विज्ञान केंद्र सिरसा, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय 2 कृषि विज्ञान केंद्र, सोनीपत, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय

time-read
3 mins  |
15th November 2024
निस्तारण की व्यावहारिक योजना पर हो अमल
Modern Kheti - Hindi

निस्तारण की व्यावहारिक योजना पर हो अमल

पराली जलाने से हुए प्रदूषण से निपटने के दावे हर साल किए जाते हैं, लेकिन आज तक इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकल सका है। यह समस्या हर साल और विकराल होती चली जा रही है।

time-read
3 mins  |
15th November 2024
खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए कारगर है कृषि वानिकी
Modern Kheti - Hindi

खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए कारगर है कृषि वानिकी

जैसे-जैसे विश्व की आबादी बढ़ती जा रही है, लोगों की खाद्य और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने की चुनौती भी बढ़ रही है।

time-read
2 mins  |
15th November 2024
बढ़ा बजट उबारेगा कृषि को संकट से
Modern Kheti - Hindi

बढ़ा बजट उबारेगा कृषि को संकट से

साल था 1996 चुनाव परिणाम घोषित हो चुके थे और अटल बिहारी वाजपेयी को निर्वाचित प्रधानमंत्री के रुप में घोषित किया जा चुका था।

time-read
4 mins  |
15th November 2024
घट नहीं रही है भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि की 'प्रधानता'
Modern Kheti - Hindi

घट नहीं रही है भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि की 'प्रधानता'

भारतीय अर्थव्यवस्था में एक विरोधाभास पैदा हो गया है। तेज आर्थिक विकास दर के फायदे कुछ लोगों तक सीमित हो गए हैं जबकि देश की आबादी का बड़ा हिस्सा कृषि पर निर्भर है।

time-read
4 mins  |
15th November 2024
कृषि विकास का राह सहकारिता
Modern Kheti - Hindi

कृषि विकास का राह सहकारिता

भारत को 2028 तक पांच खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का इरादा है और इसमें जिन तत्वों और सैक्टर के योगदान की जरुरत पड़ेगी, उनमें एक है सहकारिता क्षेत्र।

time-read
3 mins  |
15th November 2024
मधुमक्खियां भी हो रही हैं प्रभावित हवा प्रदूषण से
Modern Kheti - Hindi

मधुमक्खियां भी हो रही हैं प्रभावित हवा प्रदूषण से

सर्दियों का मौसम आते ही देश के कई हिस्से प्रदूषण की आगोश में समा गए हैं, खासकर देश की राजधानी दिल्ली जहां सांसों का आपातकाल लगा हुआ है।

time-read
3 mins  |
15th November 2024
ज्वार की रोग एवं कीट प्रतिरोधी नई किस्म विकसित
Modern Kheti - Hindi

ज्वार की रोग एवं कीट प्रतिरोधी नई किस्म विकसित

भारत श्री अन्न या मोटे अनाज का प्रमुख उत्पादक है और निर्यात के मामले में भी हमारा देश दूसरे पायदान पर है।

time-read
2 mins  |
15th November 2024
खरपतवारों के कारण होता है फसली नुकसान
Modern Kheti - Hindi

खरपतवारों के कारण होता है फसली नुकसान

खरपतवार प्रबंधन पर एक संयुक्त अध्ययन में खुलासा हुआ है कि हर साल भारत में फसल उत्पादन में करीब 192,202 करोड़ रुपये का नुकसान खरपतवारों के कारण होता है।

time-read
2 mins  |
15th November 2024
जलवायु परिवर्तन बनाम कृषि विकास...
Modern Kheti - Hindi

जलवायु परिवर्तन बनाम कृषि विकास...

कृषि और प्राकृतिक स्रोतों पर आधारित उद्यम न केवल भारत बल्कि ज्यादातर विकासशील देशों की आर्थिक उन्नति का आधार हैं। कृषि क्षेत्र और इसमें शामिल खेत फसल, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य पालन, पॉल्ट्री संयुक्त राष्ट्र के दीर्घकालिक विकास लक्ष्यों खासकर शून्य भूखमरी, पोषण और जलवायु कार्रवाई तथा अन्य से जुड़े हुए हैं।

time-read
4 mins  |
15th November 2024