संयुक्त राज्य अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन तब शायद 11-12 वर्ष के रहे होंगे. एक बच्चा अंगीठी के पास एक भीगी किताब को घुटनों पर रख कर सुखा रहा था. पानी से भीगी किताब निचुड़ रही थी. नीचे जलती लकड़ियों की लपटें और गरमी ऊपर पुस्तक तक पहुंच रही थी.
पुस्तक हलवा सी बन गई थी, उस के पृष्ठ आपस में चिपक गए थे. पर पुस्तक अपनी नहीं थी, यह पराई थी, उधार ली थी. इसलिए यह सुखानी तो पड़ेगी ही. अब्राहम की बहन सारा उस से केवल एक वर्ष बड़ी थी, वह असमंजस में थी. "ऐबी, यह तुम क्या कर रहे हो? कृपया मुझे पूरी बात बताओ."
"बहन," ऐबी ने किताब को आग की लपटों के ऊपर रखते हुए कहा.
"मैं ने यह पुस्तक द बायोग्राफी औफ वाशिंगटन को मिस्टर क्रौफर्ड किसान से पढ़ने के लिए मांग कर लाया था. रास्ते में जितना संभव था, उतना पढ़ पाया. घर आ कर जब तक मोमबत्ती जलती रही मैं पढ़ता रहा."
"फिर मैं ने इसे अपने कमरे में खिड़की की दो सलाखों के बीच रख दिया, ताकि सुबह आगे पढ़ सकूं."
सारा ने कहानी पूरी की, "और रात भर भयानक तूफान और बारिश के कारण यह आपदा आई."
ऐबी अपनी बहन सारा को देखता रहा. एक दर्द भरी मुसकान उस के चेहरे पर उभर आई.
"तुम बेकार मेहनत कर रहे हो," सारा ने अपने छोटे भाई की ठुड्डी को उठाते हुए कहा, "इस पुस्तक को वह किसान अब वापस तो नहीं लेने वाला है."
ऐबी ने सिर हिलाया और किताब के अगले पन्ने सुखाने लगा. किताब का प्रिंट ज्यों का त्यों था. स्याही नहीं फैली थी.
सारा ने उसे सांत्वना देते हुए कहा, "कम से कम एक सप्ताह तक तुम आराम कर सकते हो. इस से पहले वह किसान शायद ही पुस्तक मांगने आए, पर उस के बाद आप को कुछ सोचना पड़ेगा."
ऐबी किताब के पन्ने ध्यानमग्न हो कर सुखाता रहा और सो गया.
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