आनंदवन के निवासी 22 फरवरी को घास के " मैदान पर विश्व योग दिवस मनाने में व्यस्त थे. योग गुरू मोंटी बंदर सभी प्रतिभागियों की तरफ मुंह किए एक बड़े से काले पत्थर पर बैठा था और उस भीड़ को देख कर वह हैरान रह गया था.
“योग की अद्भुत दुनिया में आप का स्वागत है," मोंटी ने अपने सत्र की शुरुआत की.
"लेकिन स्वागत पेय कहां है, सर?” रंपी खरगोश ने पूछा.
"हां, हम यहां पर वैलकम ड्रिंक यानी स्वागत पेय पीने के लिए आए हैं," फौक्सी लोमड़ी ने चीखते हुए कहा.
मोंटी ने पलकें झपकाना शुरू कर दिया, लेकिन मोंटी का सहायक डोडो गधा एक गाड़ी पर कच्चे नारियलों को लाद कर वहां आया. डोडो ने अधिक प्रतिभागियों को आकर्षित करने की योजना बनाई थी.
“आज मुलायम नारियलों के साथ योग की शक्ति का अनुभव करें,” डोडो ने कहा.
तभी अचानक वहां अफरातफरी मच गई, क्योंकि कच्चे नारियलों के लिए सभी प्रतिभागी उस ओर भागने लगे. दीया और मोंटी असहाय हो कर नजारे देख रहे थे.
ऐडी हाथी ने मोंटी की पूंछ पर अनजाने में अपना पैर रख दिया. “आउच,” मोंटी दर्द से बिलबिला उठा.
“यह तो बड़ा ही स्वादिष्ठ है,” गिलियन ने कहा.
“मैं आप की योग क्लास जौइन करने के लिए तैयार हूं अगर हरेक सत्र में कच्चे नारियलों को औफर किया जाएगा,” रंपी ने कहा.
दुर्घटनावश कच्चे नारियल खत्म हो गए थे, इस से पहले कि टिम्मू टाइगर और बोबो भालू अपने हिस्से के नारियल उठा पाते.
“तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई?” टिम्मू टाइगर दहाड़ा.
“ठकठक,” बोबो ने डोडो की पिटाई की और गुस्साए डोडो ने बोबो को लात मार दी.
“आह,” बोबो चीखा और ऐडी पर जा गिरा.
ऐडी ने “घ” चिंघाड़ते हुए बोबो को दूर फेंक दिया.
सभी ने बोबो को हवा में उड़ते हुए घास के मैदान के किनारे गिरते हुए देखा.
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