एक बार सैमी शहर जाने की तैयारी कर रही थी. उस ने अपनी पुरानी साइकिल निकाली और उस को साफ करने लगी. उस ने एक बालटी में पानी भरा और उस में कपड़ा भीगो कर गीले कपड़े से साइकिल साफ करने लगी.
"अरे, क्या कर रही हो सैमी? क्यों अपनी साइकिल खराब करना चाहती हो?" सैमी के दोस्त चार्ली चीते ने पूछा.
"क्या तुम देख नहीं रहे हो कि, मैं अपनी साइकिल की सफाई कर रही हूं, मुझे शहर जाना है," सैमी ने जवाब दिया.
चार्ली बोला, "मुझे नहीं लगता कि यह साइकिल शहर तक पहुंच पाएगी?” सैमी ने हैरानी से पूछा, "क्या मतलब है तुम्हारा?"
"मैं ठीक तो कह रहा हूं, यदि तुम साइकिल को इतना रगड़ोगे और इतनी ठंड में भी ठंडे पानी से धोओगे तो इस का दम निकल जाएगा. ऊपर से इसे बुखार भी आ सकता है," चार्ली बड़ी होशियारी से बोला.
अपनी हंसी रोकते हुए चार्ली ने कहा, "बस, आसान सी बात है, ठंडे पानी के बजाय इसे गरम पानी से धोएं. इस तरह उसे सर्दी नहीं लगेगी और तुम आराम से शहर जा सकती हो."
"बस, इतनी सी बात थी. यह मेरे दिमाग में नहीं आई. तुम्हारा बहुतबहुत धन्यवाद. आज तुम ने मेरी साइकिल को बीमार होने से बचा लिया," सैमी ने जवाब दिया.
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