स्कूल खत्म हो गए हैं, अब आपको अपना कॅरिअर बनाने के लिए सही कॉलेज और विषय का चयन करना है। स्कूल में पूरी क्लास ही आपकी दोस्त होती थी, लेकिन अब जॉब या कॉलेज में ऐसा नहीं होने वाला। स्कूल में आपने अक्सर देखा होगा कि अगर आपकी बेस्ट फ्रेंड क्लास में अव्वल आती थी तो सबकी नजर आप पर भी रहती थी कि आप भी वैसी ही होंगी। इसलिए जब भी टेस्ट या एग्जाम में आपके कम नंबर आते थे तो टीचर आपको यही कहती थीं कि 'कुछ उससे ही सीख लो' या उसे कहती थीं कि 'कुछ उसे भी सिखा दो।'
अब आपकी जिंदगी का एक नया सफर शुरू होने वाला है। ऐसे में आपके दोस्तों कैसे हैं, आप किनके साथ उठती बैठती हैं, इसका आपके व्यक्तित्व पर भी असर पड़ेगा। इसके लिए आपको घर, दोस्तों और बड़ों से नसीहत भी मिलनी शुरू हो गई होगी कि 'फ्रेंड सर्कल अच्छा होना चाहिए, वरना तुम्हारी कोई इज्जत नहीं रह जाएगी।' दरअसल, फ्रेंड सर्कल को हमारा समाज हमारी पर्सनैलिटी यानी व्यक्तित्व से जोड़कर देखता है और कहता है कि 'अच्छे फ्रेंड मतलब अच्छा व्यक्तित्व, गलत संगत यानी खराब व्यक्तित्व।' अब सवाल यह है कि क्या सच में सबका यह डर सही है और क्या वाकई फ्रेंड सर्कल का असर आपके व्यक्तित्व पर पड़ता है?
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मन की साफ-सफाई
अचानक रीना ने गंभीर होते हुए कहा, \"मीता, मैं सोचती हूं, क्यों मन की सफाई भी कर लूं। आखिर भगवान जी हमारे दिल में ही तो विराजते हैं।\"
जहां देखो, बाल ही बाल
पेट्स दिन भर घर में दौड़-भाग करते हैं, इसलिए उनके बाल भी घर के हर कोने में नजर आते हैं, जिनकी सफाई आसान नहीं है।
याद रहे जन्मदिन पार्टी
आपके बच्चे का पहला जन्मदिन है। अगर आप इसे यादगार बनाना चाहत हैं तो आपको थीम से लेकर ढेर सारी तैयारियां करनी होंगी।
रिश्तों का 'डे आउट'
भाई-बहन के रिश्ते में शरारत होती है और होता है ढेर सारा प्यार। अगर ये सब पीछे छूट गया है तो आपको और आपके भाई को एक 'सिबलिंग डे आउट' की सख्त जरूरत है।
निखार नहीं और अगले महीने शादी!
जैसे-जैसे शादी के दिन नजदीक आ रहे हैं, आपका निखार मुरझा रहा है। आपकी चिंता बढ़ गई है और तनाव दोगुना हो गया है। जानकार कहते हैं कि ऐसी स्थिति में आपको प्राकृतिक तरीकों और एक सही ब्यूटी रूटीन पर भरोसा करना चाहिए।
मंद-मंद मुस्कुराती सर्दी में आप
सर्दी ने अपने पंख फैल लिए हैं। ठंड का अहसास होने लगा है। इस सुहावने मौसम में आपको जरूरत है अदरक वाली चाय की चुस्की और आरामदेह तथा स्टाइलिश लिबास की।
थोड़ी बोरियत भी अच्छी!
क्या आप भी कोई काम करते-करते बोर हो जाती हैं, तो अपने फोन की ओर हाथ बढ़ाने के बजाय खुद को बोरियत की भावना में डूबने दें। जानकार कहते हैं कि बोरियत के कुछ पल आपकी रचनात्मकता और कार्यक्षमता को अनलॉक करने में मदद कर सकते हैं।
खाते-पीते आधी रात
जब मन हुआ, कुछ खा लिया। जब मन हुआ, कुछ पी लिया। मन नहीं भरता। कभी-कभी तो आधी रात में भी खाने की तलब लगती है। लेकिन क्या आपके शरीर को भोजन की इतनी जरूरत है?
अस्तित्व की तलाश
फूल! जिनकी आयु सबसे छोटी है, वह भी जरा-सा स्नेह रस पाकर जीवंत रह सकते हैं तो मैं क्यों नहीं?
इस आदत को बदल डालें
कुछ लोग बहुत परिश्रमी होते हैं और अपने समय का सदुपयोग करने के लिए पूरे दिन व्यस्त रहते हैं। लेकिन कहीं यह व्यस्तता आपकी आदत तो नहीं बन गई है?