हर क्षण एक नया क्षण है, हर मिनट नया मिनट है, हर घंटा नया घंटा है, हर दिन नया दिन है, हर सप्ताह नया सप्ताह है, ऐसे ही हर वर्ष नया वर्ष है।
संसार में परिवर्तन का एक प्रवाह चल रहा है। उस प्रवाह में वस्तुएं बनती हैं, रहती हैं और मिट जाती हैं। यह आण्विक तल पर संघटन-विघटन की प्रक्रिया प्रतिक्षण हो रही है। हमारे शरीर में भी चयापचय की प्रक्रिया निरंतर चल रही है, जिसमें नए सेल्स बन रहे हैं और पुराने मर रहे हैं। उसी से शरीर का बनना, चलना और मिटना होता है। यही प्रक्रिया बाहर सारी वस्तुओं में भी हमको प्रतीत होती है। जब किसी वस्तु का विघटन होता है, तब एक नई सृष्टि का और एक नई वस्तु का सृजन भी होता है। इस सृजन के क्रम में उस वस्तु का कुछ काल तक टिकना और फिर उस वस्तु का विघटित हो जाना घटित होता है। इसी को हम संसार कहते हैं।
जहां संसरण होता है, वही संसार है। इस संसरण की प्रक्रिया, परिवर्तन की प्रक्रिया हमको न केवल भौतिक वस्तुओं में दिखाई देती है, बल्कि कालखंड में भी प्रतीत होती है। इसलिए इस कालचक्र से बंधे हुए सूर्य, चंद्रमा, ग्रह, नक्षत्र, पृथ्वी आदि और जीव, जंतु, मनुष्य आदि सब उस कालक्रम के हिस्से हैं, जिसमें ये सब कुछ बनता है, दिखता है और विघटित हो जाता है। हम विघटन को बुरा नहीं मानते और सृजन में कुछ विशेष आह्लाद की आवश्यकता नहीं होती है। यह एक सहज प्रक्रिया है, जो संसार में अनंतकाल से निरंतर चलती आ रही है। हर वस्तु का मरना, हर देह का मरना एक नए सृजन का द्योतक होता है।
■ सूर्य सृष्टि का प्राण है
This story is from the January 03, 2025 edition of Rupayan.
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ढीला ढक्कन
“ओफ्फो श्रेया, कुछ काम तो तसल्ली से कर लिया करो। पता नहीं क्यों, हर समय जल्दबाजी में रहती हो?”श्रेया ने आवाज सुन वहीं से जानना चाहा और बोली, “अब क्या हुआ शेखर? क्या कर दिया मैंने?”
सर्दी के मौसम में अदरक का साथ
सर्दियों में अदरक का सेवन करने से शरीर को गरमी और ऊर्जा मिलती है, लेकिन इसका सेवन कितनी मात्रा में करना चाहिए?
ये परदे कुछ खास हैं
परदे घर की खूबसूरती को बढ़ाते हैं और कमरे में रंग, पैटर्न और टेक्सचर की छटा बिखेरते हैं। परदे बाहर से आने वाली गंदगी को घर में आने से भी रोकते हैं और कमरे में एकांत की भावना पैदा करते हैं। इसके साथ ही खूबसूरत परदों के इस्तेमाल से फर्नीचर की शोभा भी बढ़ जाती है। आजकल बाजार में कई डिजाइनों के खूबसूरत परदे आसानी से मिल जाते हैं, जिससे घर की खूबसूरती में चार-चांद लगाए जा सकते हैं।
कहीं छोटा न रह जाए!
बच्चों की हाइट को लेकर कई माता-पिता परेशान रहते हैं, खासतौर से जिनकी हाइट उम्र के हिसाब से कम होती है। जानकार कहते हैं कि ऐसे में आत्मविश्वास को कमजोर न होने दें।
जेन-जी का आकर्षक स्टाइल
जेन-जी के फैशन ट्रेंड्स ने सर्दियों के फैशन को एक नया आयाम दिया है। उसकी स्टाइलिंग में एक ऐसा कॉन्फिडेंस और इनोवेशन है, जो उसे भीड़ में भी सबसे खास दिखाता है।
क्या फट गई हैं एड़ियां?
सर्दियों में कई महिलाओं की एड़ियां फटने लगती हैं। कभी-कभी तो यह समस्या इतनी विकराल हो जाती है कि एड़ियों खून तक आने लगता है। ऐसे आप क्या करती हैं?
नए साल में खिलें फूल की तरह!
दिन बदले। साल बदल गए। खुद को कितना बदला आपने? खुद को कितना 'नया' बनाया आपने? समय-समय पर सकारात्मक बदलाव जरूरी हैं, तभी जिंदगी में कुछ नया होता है।
सपनों की स्टीयरिंग
उस वक्त रोजगार की कोई खास समस्या नहीं थी। समस्या थी तो बस पिता के पास बैठ अपने सपने की बात करना।
पावभाजी मखनी
स्वाद बैंक-पावभाजी मखनी
तंदूरी प्याज कुलचा
स्वाद बैंक-तंदूरी प्याज कुलचा