अग्रेजी के सुप्रसिद्ध कवि रुडयार्ड किपलिंग की लोकप्रिय कविता 'इफ़' की आखिरी पंक्तियां हैं कि अगर आपने जीवन के हर अनमोल मिनट को उपयोगी 60 सेकेंड्स के जरिए भर लिया तो समझिए कि ये धरती और इसके सभी संसाधन आपके हैं। इन पंक्तियों का सीधा सा मतलब है कि व्यक्ति के लिए समय ही जीवन है। जो समय के साथ चला वो जीवन की धारा में हा और जो ठहर गया वो मृत हो गया। यहां हर पल एक नया अवसर, एक नया जीवन लेकर आता है...जैसे कि ये नया साल 2020 दिन, महीनों और अनगिनत पलों के रूप में आपके सामने नया अवसर लिए खड़ा है, अब ये आप पर निर्भर करता है कि आप इसका किस तरह से स्वागत करना चाहेंगे।
इस सदी का 20वां साल यानि जीवन के नए अध्याय की शुरुआत हो चुकी है, हालांकि हममें से बहुत सारे लोगों को ऐसा भी लग रहा है कि अभी तो साल 2019 आया था, जो इतनी तेजी से बीत गया। बहुत कुछ सोचा था करने के लिए, पर हो ना सका। सारे संकल्प और इरादे धरे के धरे रहे गए। ऐसे में इस साल के न्यू ईयर रेजोल्यूशन प्लान का भी हश्र पिछले साल या बीते सालों जैसा ना हो, इसलिए नए संकल्प लेने से पहले आपको ये विचार करना जरूरी है कि पिछले वर्ष लिए गए संकल्प किन कारणों से अधूरे रह गए, हम से कहां कमी रह गई। साथ ही हमें इस बात पर विचार करना होगा कि किस तरह से हम सार्थक संकल्प लें, जो हमारे जीवन में असल में सकारात्मक बदलाव लाए। चलिए इन सभी पहलुओं पर जरा विस्तार से चर्चा करते हैं
इन गलतियों से बचें
किसी काम में सफल होने के लिए क्या करना है, इससे कहीं अधिक ये जानना जरूरी है कि क्या नहीं करना और किन गलतियों से बचना है? नये साल के लिए संकल्प लेने से पहले आपको बीती गलतियों को दोहराने से बचना होगा। अब तक जिन गलतियों की वजह से आपको नाकामी का मुंह देखना पड़ा है, कम से कम आपको उनसे तो निजात पाना ही होगा। जैसे कि -
बीती बातों को भूल जाएं
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सर्दियों में भी रखें वास्तु का ख्याल
सर्दी के इस मौसम में कुछ वास्तु उपाय करके आप सकारात्मक परिणाम प्राप्त कर सकते हैं कौन से हैं वो उपाय आइए लेख के माध्यम से जानें?
विश्व का महापर्व नववर्ष
विश्व के सभी देशों की अपनी अलग परंपराएं और पर्व होते हैं। किन्तु नववर्ष एक ऐसा पर्व है जो सभी देशों द्वारा एक साथ मनाया जाता है। भले ही इस पर्व को मनाने के तरीके अलग हों।
हम नित्य नवीन हों
जीवन में नवीनता का अर्थ क्या है नित्य नवीनता, नित्यनूतन सकारात्मकता। उस परमात्मा के उद्देश्य को पूर्ण करना जिसने बड़े प्रेम से सृष्टि और मनुष्य की रचना की है, इस शरीर में सब कुछ होते हुए भी प्राण निकलने पर इस शरीर में दुर्गंध आने लगती है। अगर हम एक पेंटिंग बनाते हैं तो हम कितने खुश होते हैं यदि कोई पेंटिंग खराब कर दे तो हमें कितना बुरा लगता है। हम सब ईश्वर की बनाई हुई एक सुन्दर कृति हैं हम जब बुरे कर्म करते हैं तो उस परमेश्वर को कितना दुख होता होगा, नवीन हम तभी बनेंगे जब हम नकारात्मक विचार त्यागेंगे और जीवन के सकारात्मक उद्देश्य को आत्मसात करेंगे। महात्मागांधी ने कहा है -
सामाजिक आदर्श का प्रतीक बने कुम्भ मेला
स्नान, दान का महापर्व कुम्भ आस्था का ऐसा मेला है जिसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु जन पहुंचते हैं। मेला किन अर्थों में महत्त्वपूर्ण व किस प्रकार सामाजिक आदर्श का प्रतीक बन सकता है। आइए जानते हैं लेख से।
हिन्दू ग्रंथों में महाकुम्भ
महाकुम्भ की महिमा का गुणगान हमारे धर्मग्रंथों में भी मिलता है। महाकुम्भ पर क्या कहते हैं हमारे धर्म ग्रंथ व कुम्भ में स्नान के महत्त्व को? आइए जानते हैं लेख से
जीवनशैली में बदलाव लाकर बनाएं पैन्क्रियाज को सेहतमंद
पाचन संबंधी परेशानियां हैं तो पेट से संबंधित कोई भी छोटी-सी समस्या को न करें नजरअंदाज, ऐसा न हो कि पैन्क्रियाटाइटिस या पैन्क्रियाटिक कैंसर जैसे रोग का करना पड़े सामना। सावधान रहें, स्वच्छ और पौष्टिक आहार को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
शरीर ही बताए अच्छी सेहत का राज
अब आपके दिमाग में सवाल उठेगा कि हमारी मानसिक और शारीरिक सेहत अच्छी है, इसका पता कैसे लगे? तो बता दें कि यह जानने के लिए आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं है। आपका शरीर खुद ही बताएगा कि आप आंतरिक रूप से स्वस्थ हैं कि नहीं। इन 11 लक्षणों से जानें, जो सेहतमंद होने की निशानी है।
सर्दी का मौसम व बच्चों की देखभाल ऐसे करें
सर्दियां शुरू हुई नहीं कि माएं अपने नन्हे-मुन्नों को सिर से पैर तक ऊनी कपड़ों से ढंक देती हैं ताकि उनके नवजात शिशुओं को कहीं से भी ठंड अपनी चपेट में ना ले सके। ऊनी कपड़ों के अलावा कुछ उपाय भी हैं, जिनसे आपके शिशु ठंड में भी राहत की सांस ले सकते हैं।
महीनों और मौसम के साथ बदलता मिज़ाज
साल के 12 महीनों में सिर्फ कैलेंडर के पेज ही नहीं बदलते बल्कि हर महीने के अनुसार हमारा मूड भी बदलता रहता है। तो चलिए जानते हैं क्यों और कैसे बदल जाता है हर मौसम के हिसाब से मूड...
डिटॉक्स वॉटर से कम करें वजन
पानी का स्वाद और पोषण बढ़ाने के लिए उसमें कई तरह के फलों और सब्जियों को मिलाकर डिटॉक्स वॉटर बनाया जाता है। ये वॉटर आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के साथ वजन भी नियंत्रित करता है।