CATEGORIES
Kategorien
कर डालिए जिंदगी का मोबाइल रीचार्ज
मोबाइल को रीचार्ज किए बिना जैसे वह किसी काम का नहीं रह जाता वैसे ही जिंदगी में रिश्तों को रीचार्ज करना जरूरी है, तभी तो जिंदगी की वैलिडिटी बढ़ती है.
दोस्त ही भले
प्रतिभा ने सोहन से शादी करने की इच्छा जताई तो सोहन सोच में पड़ गया. उस ने उस के नाम एक खत में सचाई लिख भेजी. खत में सोहन ने क्या सचाई लिखी? क्या सोहन और प्रतिभा एक हुए?
बोल्ड व ग्लैमरस गर्ल सीरत कपूर
8 साल एंटरटेनमैंट इंडस्ट्री में काम करते सीरत कपूर ने वे मुकाम हासिल कर लिया है जो कम ही एक्ट्रैस कर पाई हैं. बौलीवुड से ले कर टौलीवुड में उन्होंने कई सफल फिल्में दी हैं. अभी वह फिल्म 'मारीच' में नजर आ रही हैं.
विंटर में खरीदें सस्ती फैशनेबल ड्रैसेस
फैशन के लिहाज से सर्दी कूल मौसम माना जाता है. कपड़ों के लिहाज से यह मौसम कलरफुल होता है. ऐसे में जान लें कि विंटर फैशनेबल ड्रैसेस कौन सी हैं जिन का ट्रैंड चल रहा है.
सफलता पाने के लिए खुद को सुलझाएं ऐसे
जिंदगी में दिक्कतें सभी को आती हैं लेकिन उन का ढोल पीटने से क्या हासिल होगा. ठंडे दिमाग से हल सोचिए. कोई समस्या ऐसी नहीं जिस का हल न हो.
"बिना चुनौती के किसी भूमिका को निभाने में कोई मजा नहीं" शेहजान एम खान
ऐक्टर शेहजान खान काफी हंसमुख हैं. अपनी ऐक्टिंग को उन्होंने लगातार पौलिश किया है. शेहजान ने कई सीरियल्स और फिल्मों में काम किया है. आइए, जानते हैं उन के बारे में कुछ बातें.
कितना हो प्रेमीप्रेमिका के बीच उम्र का अंतर
लड़केलड़की की उम्र में अंतर 3-4 साल का हो तो जोड़ी अच्छी मानी जाती है लेकिन उम्र का यही अंतर ज्यादा हो तो कई दिक्कतें सामने आ सकती हैं.
जब फिल्मों में जाना हो
लड़कियों के लिए अभिनय जगत में काम करने के मौके अब पहले के मुकाबले ज्यादा खुल गए हैं. ऐसे में लड़कियों के लिए यह सुनहरा अवसर है पर यदि फिल्मों में जाने का मन है तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
सच्चा प्रेम
पार्टी कर के रात एक बजे प्रताप घर पहुंचा तो ल्यूसी को देख कर वह क्यों घबरा गया था? वहीं प्रताप एक्स पत्नी के मरने पर उतना दुखी नहीं हुआ जितना ल्यूसी के मरने पर? आखिर क्या थी वजह?
कला से कमाई भी पैशन भी
पहले की तुलना में आज आर्ट समझी भी जा रही है और इसे इंपोर्टेंस भी दी जा रही है. अब तो यह कमाई का भी अच्छा जरिया बन गई है. ऐसे में जरूरी है कि काबिलीयत पहचान कर अपनी आर्ट को निखारा जाए.
दोस्ती करें और ब्रेकअप फीवर से बचें
कभी सोचा है कि ब्रेकअप के बाद अपने ऐक्स से दोस्ती रखना न केवल फायदेमंद रहता है बल्कि आप डिप्रैशन से दूर, मैंटली स्ट्रौंग भी बने रहते हैं. चिल यार, दोस्ती करें और ब्रेकअप फीवर से बचें.
गुलाम
विश्वविद्यालय में मधूलिका की सीनियर शिखा उन्मुक्त, आजाद खयालों की थी जो अपनी शर्तों पर जिंदगी जी रही थी. उस के लिए शर्म, हया औरतों के बंधन थे. गांव से आई मधूलिका के लिए यह सब अजीब था पर शिखा ने उसे औरत की आजादी और गुलामी की क्या परिभाषा बताई?
दमकते चेहरे का राज प्री ब्राइडल काउंसलिंग
प्री ब्राइडल काउंसलिंग का चलन इन दिनों जोरों पर है. लड़कियां इसे सहज ले भी रही हैं. इस में हर तरह के मेकअप करने की शिक्षा दी जाती है.
प्रेम या कुछ और
आज नौजवान पीढ़ी को हर चीज इंस्टैंट चाहिए. प्यार भी उन के लिए इंस्टैंट कौफी जैसा हो गया है जिसे पी तो मजा आ गया, खत्म हुई तो डिस्पोजेबल गिलास फेंक दिया, जबकि प्यार तो एक गहरी अनुभूति है.
फ्रेंडशिप
चोखी ढाणी में नृत्य की आवाज तेज होने लगी थी और रात के आंचल में सितारों की चमक गहरी हो चली थी. नैना ने अपना चेहरा छिपा लिया लेकिन क्यों...
रूपदीवानी
सृजन के खूबसूरत चेहरे पर लट्टू हो चुकी रश्मि की मां ने उस की शादी तो कर दी पर क्या रश्मि उस की रूपदीवानी को पहचान पाई?
गिफ्ट छोटा मगर अट्रैक्टिव
दिखावे के चक्कर में हम असली खुशी को भुलाते जा रहे हैं. ऐसे में जरूरी नहीं कि आप त्योहारों पर अपनों को महंगेमहंगे उपहार दें, बल्कि आप समझदारी से और अपनी क्रिएटिविटी से अपनों को उपहार दे कर भी उन का दिल जीत सकते हैं
“मुझे अपनी अदाओं को आकर्षक बनाने के लिए मेहनत करनी पड़ती है" नायरा एम बनर्जी
साउथ फिल्मों से कैरियर की शुरुआत करने वाली अभिनेत्री नायरा ने एंटरटेनमैंट इंडस्ट्री में धीरेधीरे अपनी पहचान बना ली है. वे इस समय फिक्शन ड्रामा 'पिशाचिनी में मुख्य किरदार में हैं.
खुल कर नाचें
जब मौका सैलिब्रेशन का हो तो गाने बजने तय हैं. गानों में झिझक के चलते डांस नहीं किया तो क्या किया. शरमाएं नहीं, दीवाली का मौका है, खुल कर नाचें.
लिवइन वाली दीवाली
समय के साथ युवा लिवइन कल्चर की तरफ खासा अट्रैक्ट हो रहे हैं. ऐसे में लिवइन में रहने वालों को एकदूसरे के साथ सुखदुख शेयर करने के खूब मौके आते हैं. बात जब दीवाली की खुशियों की है तो जान लें कि पार्टनर के साथ इसे कैसे एंजौय किया जाए.
7 टिप्स स्मार्ट शौपिंग के
त्योहार में शौपिंग किया जाना नौर्मल हैं. अधिकतर लोग शौपिंग करने की ट्रिक्स या टैक्नीक्स नहीं जानते. शौपिंग करते वक्त कुछ बातों का ध्यान में रखना जरूरी होता है.
होस्टल में ऐसे करें सैलिब्रेट
खुशियां मिलती नहीं हैं बल्कि अपने आसपास बनानी पड़ती हैं. इस दीवाली आप होस्टल या पीजी में हैं तो क्या हुआ, दोस्तों को ही अपनी फैमिली बना कर सैलिब्रेट करें. ये लमहे आगे याद रहने वाले हैं.
ठगी का धंधा सैक्सटोर्शन
सैक्सटोर्शन के मामले भारत में बढ़ने में लगे हैं. देशभर में ऐसे गिरोह ऐक्टिव हैं जो सोशल मीडिया के जरिए लोगों से सैक्सुअल बातें कर, उन की वीडियो बना कर ठगी कर रहे हैं.
इस त्योहार ट्रैडिशनल या मौडर्न ड्रैसेस
फैस्टिव सीजन है. ऐसे मौके पर अगर कुछ अलग हट कर नहीं पहना तो क्या पहना. ट्रैडिशनल और मौडर्न कौम्बिनेशन ऐसे मौके के लिए बढ़िया है जो क्रिएटिव तो होगा ही, साथ में अट्रैक्टिव भी.
कैसा यह इश्क है
गुंबद के संकरे गलियारे की तरफ जब पूर्वी के कदम बढ़े तो उसे अपने 30 साल पुराने अधूरे प्रेम की याद आ गई. पहले प्यार की कसक कहीं न कहीं पूर्वी के दिमाग में थी. आखिर उस ने कैसे खुद को मुक्त किया?
"मेरी नजर में कौन्फिडेंस ही फैशन है" जानकी पाठक
जानकी पाठक शुरू से ही अभिनेत्री बनना चाहती थीं. उन्होंने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपने कैरियर की शुरुआत 17 साल की उम्र से की थी, जो उन के पिता की भी बतौर लेखक पहली फिल्म थी.
सिक्स पैक की बैलेंस्ड डाइट
सिक्स पैक ऐब्स यानी सैक्सी एंड हौट बौडी शेप आज हर कोई चाहता है. शहरगांव में खुल रहे धड़ल्ले से जिम इस की गवाही दे रहे हैं. बौडी शेप लाने के लिए सिर्फ जिम नहीं, सही डाइट लेना भी जरूरी है.
प्रेम और रोमांस एक सिक्के के दो पहलू
प्रेम और रोमांस एक सिक्के के दो पहलू हैं. प्रेम के बिना रोमांस अधूरा है और रोमांस के बिना प्रेम, क्योंकि ये दोनों ही व्यक्ति को आगे बढ़ने पर मजबूर करते हैं.
कोरियन ग्लास स्किन
इन दिनों कोरियन ग्लास स्किन का ट्रैंड भारत में बढ़ रहा है. इस में चेहरे से दागधब्बे गायब हो जाते हैं और चेहरा क्लीन हो जाता है. इस स्किन को पाने के लिए क्या करें, आइए जानें.
विवाद गिप्पी ग्रेवाल और धर्मा प्रोडक्शन का
गिप्पी ग्रेवाल एंटरटेनमैंट इंडस्ट्री की जानीपहचानी हस्ती हैं. हाल ही में फिल्म 'जुग जुग जियो' में उन के एक गाने को ले कर विवाद उभरा तो उन्होंने बेबाकी से उस पर अपनी बात रखी. क्या था पूरा माजरा, पढ़ें...