पिछले कुछ दशकों में इंफर्टिलिटी से पीड़ित दंपत्तियों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। फर्टिलिटी को प्रभावित करने वाले विभिन्न कारणों में महिला की उम्र सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिसका फर्टिलिटी के इलाज की सफलता पर गहरा असर होता है। इंफर्टिलिटी के सबसे सफल इलाजों में से एक इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) है, जिसमें सफलता की दर 30% से 50% होती है। यदि कोई दंपत्ति एक साल या उससे ज्यादा समय तक कोशिश करने के बाद भी संतान पाने में सफल नहीं हो रहा है, तो वह इंफर्टिलिटी से पीड़ित हो सकता है। इंफर्टिलिटी अनेक कारणों से हो सकती है, जिसमें तनाव, यूटेरा में फाइब्रॉयड्स, स्पर्म के उत्पादन में विकार, फैलोपियन ट्यूब्स का ब्लॉक होना, ओवेरियन रिजर्व कम होना, एंडोमेट्रियोसिस, पॉलिसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम और समय से पहले ओवेरियन विफलता शामिल हैं। लेकिन उम्र रहते आईवीएफ का विकल्प अपनाने से दंपत्तियों को संतान प्राप्त करने में मदद मिल सकती है।
किन्हें करना चाहिए आईवीएफ का रुख?
This story is from the July 22, 2023 edition of Anokhi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the July 22, 2023 edition of Anokhi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
ये हैं मेहंदी के नए ट्रेंड
शादी की और सारी तैयारियां तो कर ली, पर क्या मेहंदी का डिजाइन तय किया? आइए आपकी इस मुश्किल को हम हल कर दें, इन दिनों मेहंदी के किस तरह के डिजाइन ट्रेंड में हैं, बता रही हैं शालिनी जैन
आपकी सोच दिखाएगी कमाल
दुनिया में हर तरह की सोच वाले लोग हैं। नकारात्मक लोगों से घिरे होने के बावजूद अपनी सोच और जिंदगी को कैसे सकारात्मक बनाए रखें, बता रही हैं स्वाति गौड़
पीछे हटेंगे पीछा करने वाले
आपको लगता है कि कोई आपका पीछा कर रहा है? आपको अनचाहे कॉल या मैसेज आते हैं? मुमकिन है कि आप किसी स्टॉकर का शिकार बन रही हों। पर, अब उससे डरने का नहीं बल्कि लड़ने का वक्त है। कानून भी आपको यह अधिकार देता है। स्टाकिंग के खिलाफ क्या हैं आपके अधिकार, बता रहे हैं वरिष्ठ अधिवक्ता कृष्ण कुमार गौतम
पहली तिमाही में पेट से जुड़े व्यायाम न करें
हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार गाइनेकोलॉजिस्ट देंगी आपके सवालों के जवाब। हमारी एक्सपर्ट हैं, डॉ. अर्चना धवन बजाज
अब रोज खाओ अंडे
ठंड आते ही प्रोटीन से भरपूर अंडे हमारी डाइट में प्रमुखता से शामिल होने लगते हैं। उबले अंडे या फिर ऑमलेट खाने की जगह अंडों से बनाएं और कौन-कौन से व्यंजन, बता रही हैं देविका सिंह
इनके कान पर भी दें ध्यान
बच्चे दूसरों को देखकर और सुनकर सीखते हैं। पर, अगर वो ठीक से सुन ही न पा रहे हों तो? दुनिया भर के बच्चों में तेजी से कानों से जुड़ी समस्या बढ़ रही है। क्या हैं इसके कारण और कैसे अपने बच्चे को इससे बचाएं, बता रही हैं शमीम खान
ऐसे सुलझेगी पहले साल की पहेली
खूब सारी उम्मीदों और उत्साह के साथ कोई जोड़ा अपने शादीशुदा जिंदगी की शुरुआत करता है। पर, शादी का पहला साल अधिकांश लोगों के लिए उनकी उम्मीदों से कहीं ज्यादा चुनौतीपूर्ण साबित होता है। साथ मिलकर इस चुनौती का कैसे करें सामना, बता रही हैं शाश्वती
ठंड में भी दमकेगी त्वचा
मौसम बदल रहा है और आपकी त्वचा का मिजाज भी। त्वचा पर खुश्की नजर आने लगी है। अब आपको भी समझ जाना चाहिए कि समय आ गया है त्वचा को बदलते मौसम के हिसाब से ढालने का। सर्दियों के लिए कैसी हो त्वचा की तैयारी, बता रही हैं स्वाति शर्मा
विवाह करने का एक फायदा यह भी
हमारी दुनिया में हम से जुड़ी क्या खबरें हैं? हमारे लिए उपयोगी कौन-सी खबर है? किसने अपनी उपलब्धि से हमारा सिर गर्व से ऊंचा उठा दिया? ऐसी तमाम जानकारियां हर सप्ताह आपसे यहां साझा करेंगी, जयंती रंगनाथन
लौंग दा लश्कारा
पिछले कुछ समय में नाक में पहने जाने वाले तरह-तरह के गहनों का चलन बढ़ा है। अगर आपको भी नाक में जेवर पहनने का शौक है, तो आपके पास विकल्पों की भरमार है। कैसे चुनें अपने लिए ये जेवर और क्या-क्या हैं आपके सामने विकल्प, बता रही हैं स्वाति गौड़