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पृथ्वी को बचाने में क्या भूमिका निभा सकता है भारत
भारत को सिर्फ जुबानी जमाखर्च के बजाए कुछ कर दिखाने का उदाहरण पेश कर नेतृत्व के लिए आगे आना चाहिए. यह पहल किसी अंतरराष्ट्रीय पारिस्थितिकी सम्मेलन के माध्यम से होना शायद ज्यादा बेहतर रहेगा
जनसांख्यिकीय लाभांश भुनाने का दौर
भारत 2023 में चीन को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा. जनसंख्या के क्षितिज पर आने वाले ये बदलाव भारत की वैश्विक स्थिति को बदल सकते हैं और इसका भारत के भीतर क्षेत्रीय समीकरणों और आचार-व्यवहार पर असर पड़ेगा
लाइट्स कैमरा, इंडिया
भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग में कई स्तरों पर बदलाव हो रहे हैं और एक साथ बहुत सी चीजें हो रही हैं. हमारी आबादी के फायदे इतने बृहद है कि हर प्लेटफॉर्म के लिए संभावनाएं हैं
डिजिटल रणभूमि के खतरे
दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाले देश में ऑनलाइन सुविधाओं का जमकर इस्तेमाल होगा. एक अरब मोबाइल फोन, डेबिट कार्ड और आधार कार्डों के साथ डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर सेवाएं सुलभ बना देगा लेकिन डेटा चोरी, ऑनलाइन अपराध और इंटरनेट बंद किए जाने से उनके ख़तरे बढ़ जाएंगे
ब्लॉकचेन को नजरअंदाज न करें
क्रिप्टोकरेंसियों की चमक 2022 में भले ही फीकी पड़ गई हो लेकिन उन्हें चलाने वाली ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में हमारे भविष्य के लिए अब भी बहुत दम है
मोदी की चुनावी राह के बड़े रोड़े
नौ राज्यों के चुनाव प्रधानमंत्री और भाजपा के लिए 2024 के आम चुनाव का सेमीफाइनल होंगे; दूसरी ओर कांग्रेस के लिए खुद को पुनर्जीवित करने का यह आखिरी मौका है
उथल-पुथल के बावजूद मौके
चीन पर साझा हितों की वजह से अमेरिका ने यूक्रेन युद्ध पर भारत की नीति का हालांकि पुरजोर विरोध नहीं किया, पर उसकी बेचैनी बहुत ही वास्तविक है
तीसरा ध्रुव बनने का इससे अच्छा मौका नहीं
एकध्रुवीय दुनिया के दिन लद गए, अब हम सही मायने में बहुध्रुवीय दुनिया की दहलीज पर खड़े हैं. ऐसे परिवेश में दुनिया की इकलौती स्वतंत्र ताकत के नाते भारत 'तीसरा ध्रुव' बनने की अनूढी स्थिति में
और मजबूत होगी दुश्मनी की चीनी दीवार
भारत को लगातार बढ़ती चीन की शत्रुता का सामना करने के लिए तैयार हो जाना चाहिए. तथ्यों की मानें तो शी जिनपिंग का फैसला साफ है, वे भारत के खिलाफ सैन्य अभियान जारी रखने वाले हैं
तीन चुनौतियां और अवसर एक
परिवर्तनकाल से गुजर रही दुनिया में, भारत के पास मौका है कि वह पिछले साल की तुलना में इस साल विश्व व्यवस्था को अपनी आकांक्षाओं के मुताबिक अधिक अनुकूल आकार दे
क्या भारत विश्वगुरू बन सकता है ?
युद्ध और शांति राजनैतिक विकल्पों से निकलते हैं. यूक्रेन की जंग आहिस्ता-आहिस्ता साल पूरा करने की तरफ बढ़ रही है, ऐसे में पेश हैं इसकी भावी दिशा-दशा के तीन संभावित परिदृश्य
ऊंची वृद्धि दर हासिल करना आसान न होगा
वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की वृद्धि धीमी रहेगी, जिसकी वजह से बार-बार इस ओर ध्यान जाएगा कि क्यों न राजकोषीय और मौद्रिक नीतियों में ढील दी जाए. पर अच्छा वृहद प्रबंधन वही है जिसमें यह पता हो कि कहां रुक जाना है
सज गई बिसात मिशन 350 की
भाजपा ने लोकसभा चुनावों से डेढ़ साल पहले ही अपने लिए मुश्किल 160 सीटों की पहचान की. 350 से ज्यादा के लक्ष्य के तहत 160 में से हर सीट जीतने की रणनीति तैयार
निवेश को धरातल पर उतारने की चुनौती
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले योगी सरकार ने रिकॉर्ड 12 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश समझौते हासिल किए. लेकिन एमओयू को अमली जामा पहनाने में होगी सरकार की कठिन परीक्षा
दलितों पर डाल रहे डोरे
महाराष्ट्र की आबादी में नव-बौद्ध 7-8 फीसद हैं और वे सबसे बड़े दलित समूह हैं. वे जुझारू भी माने जाते हैं
आपस में ही भिड़े आदिवासी
राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने इन हमलों के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है, लेकिन भाजपा ने इससे इनकार किया है
जैन समाज गुस्से में क्यों
अपने पवित्र स्थलों को कथित रूप से अपमानित किए जाने को लेकर 'निष्क्रियता' सरकार की पर जैन समुदाय आक्रोशित है
खतरे की जद में हैं और कई मठ
तबाही के खतरे का सामना सिर्फ जोशीमठ ही कर रहा हो, ऐसा नहीं है. नैनीताल, मसूरी और दूसरे कई हिल स्टेशन भी इसी तरह दरकने और धंसने के अंदेशों के बीच जी रहे हैं. हालात से निबटने को विशेषज्ञों के सुझाए उपायों पर कान न दिए जाने का यही है नतीजा.
खुशी आए तो खुद की शर्त पर
यूट्यूबर भुवन बाम ताजा खबर के साथ ओटीटी पर नुमायां होने और क्रिएटिव कंट्रोल हमेशा अपने हाथ में रखने जैसे मुद्दों पर
कहां छिपा है आपकी खुशी का राज
परिवार के साथ बैठकर वक्त बिताने से लेकर अपने काम में कोई खास उपलब्धि हासिल करना, गरीबों-वंचितों की मदद करने से लेकर अपनी भी थाली में एक अतिरिक्त पकवान का जुगाड़ करना... देश भर के अलग-अलग क्षेत्रों के लोग बता रहे हैं कि उन्हें किस चीज में खुशी मिलती है और आखिर लिए खुशी के क्या मायने हैं
जीवन में रंग भरने की कलाकारी
ऐसे बांटी खुशी : बौद्धिक रूप से बहुत सक्षम न होने वाले युवाओं के लिए काम कर रही संस्था आर्ट सैंक्चुएरी बेहद संजीदगी से उनकी प्रतिभा को निखारकर कलाकार, फोटोग्राफर, फिल्म निर्माता और मूर्तिकार तैयार करने में जुटी है
ट्रांसजेंडरों की योद्धा
ऐसे बांटी खुशी : तीसरे लिंग (थर्ड जेंडर) के अधिकारों के लिए सक्रिय छत्तीसगढ़ की एक एक्टिविस्ट यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही हैं कि उनके समुदाय के सदस्य समाज में गरिमा के साथ जीवन बिताएं
बच्चों पर न्योछावर
ऐसे बांटी खुशी : जितिन नेदुमाला ने सैकड़ों अनाथ बच्चों का जीवन बदल देने वाली संस्था 'एमएडी' की स्थापना तब की थी, जब वे सिर्फ 20 वर्ष के थे
कंटेनर में क्लासरूम
ऐसे बांटी खुशी : व्यस्त चौराहे पर फ्लाइओवर के नीचे चल रहा एक स्कूल आवारा भटकने वाले साधनहीन बच्चों को शिक्षा और दिन में तीन वक्त का खाना दे रहा है और जिंदगी के हुनर सिखा रहा है
खुशी कुआं खोदने की
ऐसे बांटी खुशी : बेंगलूरू के भूजल स्तर को फिर से जीवित करने का अभियान मिलियन वेल्स कुआं खोदने वाले मन्नू वद्दार समुदाय को आजीविका प्रदान कर रहा है
जगमग गांव
ऐसे बांटी खुशी : टिकाऊ रहन-सहन की असाधारण मिसाल पेश करते हुए गुजरात का मोढेरा अक्षय ऊर्जा उत्पादक बन गया है
बदलाव के बीज
ऐसे बांटी खुशी : फॉरेस्ट फर्स्ट ने पश्चिमी घाट में न केवल पौधों की देशज प्रजातियों को बहाल करने में मदद की बल्कि स्थानीय समुदायों की जिंदगी को भी संवारा
किताबों का उनका कोना
ऐसे बांटी खुशी : बुगुरी कम्युनिटी लाइब्रेरी ने कचरा बीनने वालों के बच्चों के लिए बेहतर दुनिया में झांकने की खिड़कियां खोल दी हैं
अगली पीढ़ी का पोषण
ऐसे बांटी खुशी : कोटा में साल 2019 में शिशुओं की दुखद मौत के बाद सुपोषित मां अभियान शुरू हुआ, जिसमें कुपोषित गर्भवती माताओं को विशेष किट देकर नियमित चिकित्सा जांच की जाती है. साथ ही सुनिश्चित किया जाता है कि बच्चों को जीवन में स्वस्थ शुरुआत मिले
सुंदरबन के सेवादार
ऐसे बांटी खुशी : घोर गरीबी में जी रहे सुंदरबन के सुदूर तटीय गांवों के लोगों की कुछ बुनियादी जरूरतें पूरी कर रहे हैं बैकुंठपुर तरुण संघ के लोग