हम सब एक ऐसी यात्रा पर निकल चुके हैं, जिसका लक्ष्य भारत को परम वैभव दिलाना है. इस यात्रा में कोई आपकी पीठ थपथपाए, कोई शाबाशी दे या कोई उपेक्षा करे, आपको प्रसन्न होने या विचलित होने की जरूरत नहीं. आज आप विस्तारक हैं, कल आप प्रदेश के अध्यक्ष भी हो सकते हैं. यह भारतीय जनता पार्टी में ही संभव है. हौसले और आत्मविश्वास को भीतर से मजबूत करने वाला यह भाषण भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा अभी पिछले ही महीने पटना में पार्टी की भविष्य की रणनीति के लिहाज से एक बड़े अहम मौके पर दे रहे थे. 21-22 दिसंबर को हुए इस प्रशिक्षण शिविर में वे 100 विस्तारक शामिल थे जो चुनावों के लिहाज से पार्टी के लिए 19 राज्यों की मुश्किल सीटों पर काम करने जा रहे थे.
यह शिविर दरअसल ऐसे दो प्रशिक्षण शिविरों की कड़ी में पहला था. 28-29 दिसंबर को हैदराबाद में हुए दूसरे शिविर में 60 विस्तारकों का प्रशिक्षण हुआ. ये विस्तारक 12 राज्यों की मुश्किल सीटों पर काम करेंगे. इन शिविरों की गंभीरता का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि दोनों में राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा के अलावा पार्टी के संगठन महामंत्री बीएल संतोष, सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, महासचिव सुनील बंसल और एक अन्य महासचिव तथा बिहार के प्रभारी विनोद तावड़े जैसे वरिष्ठ नेता मौजूद थे. जिन राज्यों में शिविर हो रहे थे, वहां के प्रदेश अध्यक्ष, सांसद, विधायक और पार्टी के दूसरे पदाधिकारी तो थे ही. अपनी पेप टॉक में नड्डा ने इन विस्तारकों को पीएम नरेंद्र मोदी के जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने की भी हिदायत दी.
This story is from the January 25, 2023 edition of India Today Hindi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the January 25, 2023 edition of India Today Hindi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
तकनीक के नए क्रांतिदूत
भारत धीरे-धीरे ही सही लेकिन दुनिया के लिए डिजिटल फैक्टरी की अपनी भूमिका से बाहर निकल रहा है.
ऐसे तो न चल पाएगा
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल ने हाल ही एक ऑनलाइन बैठक के दौरान पार्टी की बंगाल इकाई के नेताओं को आगाह किया कि वे उनकी (बंसल की) कुख्यात छवि को ध्यान में रखें.
बादल के संकट
खिरकार, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) आ के प्रमुख सुखबीर बादल को इस्तीफा देना ही पड़ा. करीब 16 साल तक बतौर अध्यक्ष पार्टी की कमान संभाले रहे पंजाब के पूर्व उप-मुख्यमंत्री को पार्टी के भीतर गुटबाजी और सिख धर्मगुरुओं के बढ़ते दबाव के कारण पद छोड़ना पड़ा.
शादी का म्यूजिकल
फ़ाज़ा जलाली पृथ्वी थिएटर फेस्टिवल में इस बार भारतीय शादियों पर मजेदार म्यूजिकल कॉमेडी रनअवे ब्राइड्स लेकर हाजिर हुईं
शातिर शटल स्टार
हाल में एक नए फॉर्मेट में इंडोनेशिया में शुरू नई अंतरराष्ट्रीय लीग बैडमिंटन -एक्सएल के पहले संस्करण में शामिल अश्विनी पोनप्पा उसमें खेलने वाली इकलौती भारतीय थीं
पुराने नगीनों का नया नजराना
पुराने दिनों की गुदगुदाने वाली वे सिनेमाई यादें आज के परदे पर कैसी लगेंगी भला ! इसी जिज्ञासा का नतीजा है कि कई पुरानी फिल्में फिर से सिनेमाघरों में रिलीज हो रहीं और दर्शकों को खींचकर ला रहीं
जख्म, जज्बात और आजादी
निखिल आडवाणी के निर्देशन में बनी फ्रीडम ऐट मिडनाइट पर आधारित सीरीज में आजादी की उथल-पुथल से एक मुल्क बनने तक की कहानी
किस गफलत का शिकार हुए बाघ?
15 बाघों की गुमशुदगी के पीछे स्थानीय वन अधिकारियों की ढीली निगरानी व्यवस्था, राजनैतिक दबाव और आंकड़ों की अविश्वसनीयता है
कंप्यूटिंग में नई क्रांति की कवायद
आइआइएससी के शोधकर्ताओं ने मस्तिष्क प्रेरित कंप्यूटिंग की दिशा में लंबी छलांग लगाते हुए एक ऐसा उपकरण तैयार किया है जो न्यूरल सिनेप्सेज की तरह सूचनाओं को प्रोसेस करता है. इसमें रफ्तार, क्षमता और डेटा सुरक्षा की भरपूर संभावना
चीन की चुनौती
जैसे-जैसे भारत और चीन के बीच तनाव कम हो रहा और व्यापार बढ़ रहा है, भारत के सामने सस्ते चीनी आयात को किनारे लगाने तथा घरेलू उद्योग की जरूरतों को प्रोत्साहित करने की कठिन चुनौती