फैसला आए 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि झगड़े का एक और अध्याय सामने आ गया. आप सरकार ने सेवा सचिव आशीष मोरे के तबादले का आदेश जारी किया, लेकिन विभाग ने इसे अनदेखा कर दिया. इतना ही नहीं, उसने यह कहते हुए इस कदम को 'अवैध' तक करार दे डाला कि अदालत पूर्व में किसी अधिकारी का कार्यकाल पूरा होने से पहले उसके तबादले की समीक्षा के लिए सिविल सेवा बोर्ड स्थापित किए जाने का केंद्र/राज्य सरकारों को आदेश दे चुकी है. इसके बाद दिल्ली सरकार ने केंद्र की तरफ से दखल देने और अदालत की संभावित अवमानना करने का आरोप लगाते हुए फिर शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया. इस पर सीजेआइ ने कहा है कि वे इस मामले की सुनवाई के लिए एक बेंच का गठन करेंगे.
लेकिन इससे पहले ही केंद्र सरकार ने अध्यादेश जारी कर ट्रांसफर पोस्टिंग की सारी ताकत फिर से एलजी हवाले कर दी. अध्यादेश के अनुसार, तबादले-पोस्टिंग यानी सेवाओं से जुड़े मामले देखने के लिए नेशनल कैपिटल सिविल सर्विस अथॉरिटी का गठन होगा. दिल्ली के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और दिल्ली सरकार के प्रमुख सचिव (गृह) इसके सदस्य होंगे. मुख्यमंत्री अथॉरिटी के चेयरमैन होंगे. यह अथॉरिटी ही अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग पर फैसला कर अपनी सिफारिश एलजी को भेजेगी. अगर एलजी और अथॉरिटी के बीच मतभिन्नता होगी तो एलजी का फैसला ही अंतिम होगा. यानी दिल्ली में एलजी की ही चलेगी.
This story is from the May 31, 2023 edition of India Today Hindi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the May 31, 2023 edition of India Today Hindi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
मजबूत हाथों में भविष्य
भविष्य के बिजनेस लीडर्स को गढ़ने में बिजनेस स्कूलों की बेहद निर्णायक भूमिका है, ऐसा भविष्य जिसकी अगुआई टेक्नोलॉजी करेगी
कॉर्पोरेट के पारखी
आइआइएम कलकत्ता के छात्रों को महज बिजनेस दिग्गज बनने के लिए ही प्रशिक्षित नहीं किया जा रहा, वे पार्टनरशिप्स के जरिए राज्य की नौकरशाही को ऊर्जावान बनाने में भी मदद कर रहे
विरासत की बड़ी लड़ाई
बड़े दांव वाले शक्ति प्रदर्शन के लिए मैदान सज गया है, राजनैतिक दिग्गज और ताकतवर परिवार आदिवासी बहुल क्षेत्र पर कब्जे के लिए आ गए हैं आमने-सामने
कौन दमदार शिवसेना
महाराष्ट्र में किसका राज चलेगा, यह लोगों के वोट से तय होगा लेकिन साथ ही यह भी तय होगा कि कौन-सी शिवसेना असली है-ठाकरे की या शिंदे की
सीखने का सुखद माहौल
स्वास्थ्य प्रबंधन में एक नए पाठ्यक्रम से लेकर ब्लॉकचेन तकनीक पर केंद्रित कार्यक्रम तक, आइआइएम लखनऊ अपने नए ईकोसिस्टम के साथ अग्रणी भूमिका निभा रहा
ट्रंप की नजर में दुनिया
अमेरिका के लोगों ने दूसरी बार डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में अपनी आस्था जताई है. ऐसे में भारत और बाकी दुनिया इस बात के लिए अपने को तैयार कर रही कि व्यापार और भू-राजनीतिक व्यवस्था के संदर्भ में 47वें राष्ट्रपति के अमेरिका-प्रथम के एजेंडे का आखिर क्या मायने होगा?
नवाचार की शानदार चमक
इस संस्थान में शिक्षा का मतलब ऐसे समाधान तैयार करना है जिनके केंद्र में देश की सामाजिक वास्तविकता मजबूती से जुड़ी हो
योगी बनाम अखिलेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 26 अगस्त को आगरा में ताज महल पश्चिमी द्वार स्थित पुरानी मंडी चौराहे पर दुर्गादास राठौर मु की प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे थे.
लैब कॉर्पोरेट लीडरशिप की
सख्त एकेडमिक अनुशासन, रिसर्च पर फोकस और विश्वस्तरीय गुणवत्ता के जरिए आइआइएम-के बिजनेस एजुकेशन की नई परिभाषा गढ़ रहा
सत्ता पर दबदबे की नई होड़
इन दिनों धुंध की मोटी चादर में लिपटी कश्मीर घाटी में छह साल के इंतजार के बाद नई उम्मीद जगी है. केंद्र शासित प्रदेश की नवनिर्वाचित नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) की सरकार ने आते ही अपने इरादे साफ कर दिए - जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा दिलाना उनका पहला संकल्प है.