अपने अड़ंगों में फंसा इंडिया गठबंधन
India Today Hindi|April 17, 2024
मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए बने इंडिया गठबंधन की सबसे ज्यादा संभावनाएं शुरुआत में बिहार में नजर आ रही थीं लेकिन उम्मीदवारों की घोषणा का मौका आते-आते इसमें शामिल दल आपसी खींचतान में फंस गए
पुष्यमित्र
अपने अड़ंगों में फंसा इंडिया गठबंधन

आगामी लोकसभा में चुनाव भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए का मुकाबला करने उतरा विपक्षी इंडिया गठबंधन उसमें शामिल दलों के स्वार्थों, अंतर्विरोधों और ठीक से लड़ने की अनिच्छा का शिकार नजर आता है. इंडिया गठबंधन की सबसे बड़ी त्रासदी यह रही कि सीटों का बंटवारा तब हुआ जब पहले चरण के नामांकन की तारीख बीत चुकी थी. इसके पहले राजद और सीपीआइ ने अपने उम्मीदवारों को मर्जी से सिंबल बांट दिए. सीटों के बंटवारे के लिए हुई प्रेस ब्रीफिंग सिर्फ तीन मिनट की हुई. उसमें राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने बंटवारे की सूची पढ़ी और राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने एक-दो लाइन का रिमार्क पेश किया. गठबंधन में शामिल किसी अन्य पार्टी के नेता कुछ नहीं कहा.

इंडिया गठबंधन में बिहार में पांच पार्टिया शामिल हैं. इनमें राजद को 26 सीटें, कांग्रेस को नौ सीटें, भाकपा-माले को तीन सीटें और सीपीआइ-सीपीआइएम को एक-एक सीट मिली. यह रिपोर्ट लिखे जाने तक इनमें से कई सीटों पर अभी उम्मीदवार भी फाइनल नहीं हुए हैं. प्रत्याशियों की कोई सूची जारी नहीं की जा रही है. राजद उम्मीदवारों को लालू यादव अपने घर से सिंबल दे रहे हैं.

गठबंधन में सबसे बड़ा विवाद इस बात को लेकर हुआ कि सीटों के बंटवारे से पहले ही राजद और सीपीआइ ने कई उम्मीदवारों को सिंबल दे दिए. इनमें कुछ सीटें ऐसी थीं जिन पर कांग्रेस का दावा था, जैसे औरंगाबाद और पूर्णिया औरंगाबाद सीट पर कांग्रेस के बड़े नेता निखिल कुमार लंबे समय से चुनाव लड़ने की तैयारी में थे, मगर वहां से राजद ने अभय कुशवाहा को टिकट दे दिया.

सबसे अधिक विवाद पूर्णिया सीट को लेकर हुआ. जनाधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव वहां से लं समय से तैयारी कर रहे थे. चुनाव के वक्त पूर्णिया से टिकट मिलने की उम्मीद में उन्होंने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर लिया. मगर राजद ने वहां से जद (यू) छोड़ पार्टी में आईं बीमा भारती को टिकट दे दिया. पप्पू अभी भी पूर्णिया से चुनाव लड़ने पर अडिग हैं. वे चाहते हैं कि कांग्रेस उन्हें पूर्णिया से चुनाव लड़ने की इजाजत उसी तरह दे जैसे वायनाड राहुल गांधी के खिलाफ एनी राजा मैदान में हैं. मगर उन्हें पार्टी का खुला समर्थन नहीं मिला. मजबूरन उन्होंने 4 अप्रैल को निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन किया.

This story is from the April 17, 2024 edition of India Today Hindi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the April 17, 2024 edition of India Today Hindi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM INDIA TODAY HINDIView All
फिर उसी बुलंदी पर
India Today Hindi

फिर उसी बुलंदी पर

वनडे विश्व कप के फाइनल में चौंकाने वाली हार के महज सात महीने बाद भारत ने जबरदस्त वापसी की और जून 2024 में टी20 विश्व कप जीतकर क्रिकेट की बुलंदियों एक को छुआ

time-read
3 mins  |
January 08, 2025
आखिरकार आया अस्तित्व में
India Today Hindi

आखिरकार आया अस्तित्व में

यह एक भूभाग पर हिंदू समाज के स्वामित्व का प्रतीक था. इसके निर्माण से भक्तों को एक तरह की परिपूर्णता और उल्लास की अनुभूति हुई. अलग-अलग लोगों के लिए राम मंदिर के अलग-अलग अर्थ रहे हैं और उसमें आधुनिक भारत की सभी तरह की जटिलताओं- पेचीदगियों की झलक देखी जा सकती है

time-read
3 mins  |
January 08, 2025
बंगाल विजयनी
India Today Hindi

बंगाल विजयनी

केवल आर. जी. कर और संदेशखाली घटनाक्रमों को गिनेंगे तो लगेगा कि 2024 ममता बनर्जी के लिए सबसे मुश्किल साल था, मगर चुनावी नतीजों का संदेश तो कुछ और ही

time-read
2 mins  |
January 08, 2025
सत्ता पर काबिज रहने की कला
India Today Hindi

सत्ता पर काबिज रहने की कला

सियासी माहौल कब किस करवट बैठने के लिए मुफीद है, यह नीतीश कुमार से बेहतर शायद ही कोई जानता हो. इसी क्षमता ने उन्हें मोदी 3.0 में एक मजबूत स्तंभ के तौर पर स्थापित किया

time-read
2 mins  |
January 08, 2025
शेरदिल सियासतदां
India Today Hindi

शेरदिल सियासतदां

विधानसभा चुनाव में शानदार जीत ने न केवल उनकी पार्टी बल्कि कश्मीर का भी लंबा सियासी इंतजार खत्म कराया. मगर उमर अब्दुल्ला को कई कड़ी परीक्षाओं से गुजरना पड़ रहा—उन्हें व की बड़ी उम्मीदों पर खरा उतरना है, तो जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस मिलने तक केंद्र से जूझना भी है

time-read
3 mins  |
January 08, 2025
शूटिंग क्वीन
India Today Hindi

शूटिंग क्वीन

मनु भाकर ने पेरिस 2024 ओलंपिक में बदलाव की शानदार पटकथा लिखी. अटूट इच्छाशक्ति से अतीत की निराशा को पीछे छोड़कर उन्होंने अपना भाग्य गढ़ा

time-read
3 mins  |
January 08, 2025
नया सितारा पॉप का
India Today Hindi

नया सितारा पॉप का

दुनियाभर के विभिन्न मंचों पर धूम मचाने से लेकर भाषाई बंधन तोड़ने और पंजाबी गौरव का परचम फिर बुलंद करने तक, दिलजीत दोसांझ ने साबित कर दिया कि एक सच्चा कलाकार किसी भी सीमा और शैली से परे होता है

time-read
2 mins  |
January 08, 2025
बातें दिल्ली के व्यंजनों की
India Today Hindi

बातें दिल्ली के व्यंजनों की

एकेडमिक, इतिहासकार और देश के सबसे पसंदीदा खानपान लेखकों में से एक पुष्पेश पंत की ताजा किताब फ्रॉम द किंग्ज टेबल टु स्ट्रीट फूड: अ फूड हिस्ट्री ऑफ देहली में है राजधानी के स्वाद के धरोहर की गहरी पड़ताल

time-read
1 min  |
January 08, 2025
दो ने मिलकर बदला खेल
India Today Hindi

दो ने मिलकर बदला खेल

हेमंत और कल्पना सोरेन ने झारखंड के राजनैतिक खेल को पलटते हुए अपनी लगभग हार की स्थिति को एक असाधारण वापसी में बदल डाला

time-read
3 mins  |
January 08, 2025
बवंडर के बीच बगूला
India Today Hindi

बवंडर के बीच बगूला

आप के मुखिया के लिए यह खासे नाटकीय घटनाक्रम वाला साल रहा, जिसमें उनका जेल जाना भी शामिल था. अब जब पार्टी लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए दिल्ली पर राज करने की निर्णायक लड़ाई लड़ रही, सारी नजरें उन्हीं पर टिकीं

time-read
3 mins  |
January 08, 2025